होमसामान्य जानकारीश्रमेव जयते योजना क्या...

श्रमेव जयते योजना क्या है? Shramev Jayate Yojana

आज हम आपको श्रमेव जयते योजना के बारे में बताने जा रहे हैं। कृपया पूर्ण जानकारी के लिए इस ब्लॉग को अवश्य पढ़ें। और अन्य जानकारी के लिए नव जगत के साथ बने रहे.

हमारे देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी ने सन 2014 में पंडित दीनदयाल उपाध्याय श्रमेव जयते योजना को प्रारंभ किया था. इस योजना को लागू करते समय प्रधानमंत्री जी ने कहा था. कि हमारे भारत देश में श्रम की अत्यधिक आवश्यकता है, और इसी कारणवश श्रम को बढ़ावा देना अत्यधिक जरूरी है. क्योंकि भारत में श्रम करने वाले लोगों की अत्यधिक आवश्यकता है. क्योंकि उन्हीं के द्वारा भारत देश का विकास हो सकता है. और भारत भी तीव्र गति से विकसित हो सकता है.

इसलिए जो हमारा श्रमिकों के प्रति नजरिया है. उसको हमें बदलना चाहिए. और श्रमेव जयते योजना का मुख्य उद्देश्य ही श्रम कानूनों में बदलाव लाना है. यह बदलाव श्रमिकों के हित के लिए किया गया है. इसी के साथ श्रम प्रक्रिया को और अच्छा बनाने के लिए इस योजना को लागू किया गया है. प्रधानमंत्री ने ‘पंडित दीनदयाल उपाध्याय श्रमेव जयते’ योजना के प्रारंभ के साथ ही साथ ‘श्रम सुविधा’ पोर्टल की शुरुआत की है. इसी के साथ श्रम जांच कार्यक्रम और भविष्य निधि जमा करने वाले कर्मचारियों के लिए बैंकों में एक समान अकाउंट को भी प्रारंभ किया.

इस योजना का उद्देश्य श्रमिकों के कौशल परीक्षण प्रदान करने के लिए सरकारी सहायता को बढ़ावा देना है. और साथ ही विनिर्माण क्षेत्र को और प्रोत्साहित करने के लिए और ‘मेक इन इंडिया’ अभियान का समर्थन करने के लिए श्रमेव जयते योजना शुरू की गई थी. श्रमेव जयते योजना के अनुसार कुछ ऐसे भी निर्णय लिए जाएंगे. जो व्यवसाय करने में आने वाली बाधाओं को दूर करने में कुशल होगा.

पंडित दीनदयाल श्रमेव जयते योजना में सम्मिलित होने वाले राज्य

नरेंद्र सिंह तोमर ने इस पर उठाए गए कदम को प्रधानमंत्री के ‘मिनिमम गवर्नमेंट’ ‘मैक्सिमम गवर्नमेंट’ की दूरदर्शिता को पाने के लिए इस योजना को साहसिक कदम बताते हुए, जोर देकर कहा, कि मंत्रालय के सभी कार्यों का उद्देश्य व्यवस्था में अधिक पारदर्शिता और गति लाना है. श्री नरेंद्र तोमर जी ने बताया, कि भारत के अनुकूल भौगोलिक स्थिति से होने वाले लाभ की कल्पना और देश में व्यवस्थाओं की सुविधा के साथ सांसद में पूर्व विधायक लाए जा चुके हैं. और ऐसा अनुमान है, कि एपरेंटिस अधिनियम के लागू होने पर प्रशिक्षुओं की संख्या 23 लाख से ऊपर चली जाएगी. श्री तोमर ने कहा, कि सरकार संसद के आगामी शीतकालीन सत्र में सूक्ष्‍म, लघु और मझौले उद्यम मंत्रालय के लिए एक अधिनियम लाने और देश से बाल श्रम को समाप्त करने के लिए संशोधन लाएगी.

प्रधानमंत्री दीनदयाल उपाध्याय श्रमेव जयते कार्यक्रम में कई राज्यों के स्वास्थ्य तकनीक और शिक्षा मंत्री मंडल ने भाग लिया. जिनमें से मध्य प्रदेश, राजस्थान, बिहार, उड़ीसा, छत्तीसगढ़, असम, कर्नाटक, मेघालय, पांडुचेरी सहित 20 राज्य शामिल है.

श्रमेव जयते योजना पोर्टल

श्रम क्षेत्र में पारदर्शिता सुनिश्चित करने और औद्योगिक विकास में अनुकूल माहौल बनाने के लिए समर्पित श्रम सुविधा पोर्टल को लांच किया गया, इसके तहत लगभग 6 लाख इकाइयों को श्रम पहचान संख्या आवंटित कराया जाएगा. और उन्हें 44 श्रम कानूनों में से 16 के लिए ऑनलाइन स्वीकृति दायर करने की इजाजत देगा. केन्द्रीय क्षेत्र में श्रम सुविधा पोर्टल और श्रम निरीक्षण योजना का समर्पण है. मंत्रालय ने औद्योगिक विकास के लिए उपयुक्त माहौल बनाने के उद्देश्य से केन्द्रीय क्षेत्र में श्रम सुविधा पोर्टल विकसित किया है. इस पोर्टल की कई विशेषताएं हैं जो नीचे निम्नलिखित रुप में दी गई है:-

  • ऑनलाइन पंजीकरण के लिए इकाइयों को विशिष्ट श्रम पहचान संख्या आवंटित की जाएगी.
  • उद्योग द्वारा स्वयं प्रमाणित और सरल ऑनलाइन रिटर्न दायर किया जाना. और फिर इकाइयों को 16 अलग रिटर्न दायर करने के बजाय सिर्फ एक रिटर्न ऑनलाइन दायर करना.
  • श्रम निरीक्षकों द्वारा 72 घंटे के भीतर निरीक्षण रिपोर्ट अपलोड करना अनिवार्य है.
  • पोर्टल की मदद से समय पर शिकायत का निवारण होगा.

अगर हम सम्मानजनक नजरिए से देखें, तो ‘श्रम योगी’ बन जाते हैं ‘राष्ट्रयोगी’ और ‘राष्ट्र निर्माता’. हमें श्रमिकों की नजर से ही श्रम को देखना चाहिए. श्रमेव जयते योजना को लागू करने के पीछे कई चीजों को विकसित करना था, जैसे लोगों के विश्वास को बढ़ाना, युवाओं की काबिलियत को बढ़ाना और व्यवसाय को बढ़ाना. सरकार को अपने देश के नागरिकों पर विश्वास करना चाहिए, और इसी बात को साबित करने के लिए प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने श्रमिकों की नजर से श्रम मुद्दों को समझने की पुरजोर वकालत की, ताकि उन्हें संजीदगी के साथ सुलझाया जा सके. नई दिल्ली में पंडित दीनदयाल उपाध्याय श्रमेव जयते कार्यक्रम में पांच नई पहलों की शुरुआत के बाद अपने संबोधन में प्रधानमंत्री ने कहा कि इस तरह का सम्मानजनक नजरिया अपनाने से ‘श्रम योगी’ (श्रमिक) पहले ‘राष्ट्र योगी’ और फिर राष्ट्र निर्माता बन जायेंगे.

प्रधानमंत्री ने एक साथ अनेक योजनाओं का शुभारंभ करने के लिए श्रम एवं रोजगार मंत्रालय के प्रयासों की सराहना की है, जिनके अंतर्गत श्रमिकों के साथ-साथ नियोजकों के हितों का भी ख्याल रखा गया है. उन्होंने कहा कि श्रम सुविधा पोर्टल ने महज एक ऑनलाइन फॉर्म के जरिये 16 श्रम कानूनों का अनुपालन आसान कर दिया है.

उन्होंने कहा कि निरीक्षण के लिए यूनिटों का अनियमित चयन करने की पारदर्शी ‘श्रम निरीक्षण योजना’ से इंसपेक्टर राज की बुराइयों से निजात मिलेगी. और इसके साथ ही कानूनों का बेहतर ढंग से पालन भी सुनिश्चित होगा. प्रधानमंत्री ने इस बात पर चिंता व्यक्त की कि कर्मचारी भविष्य निधि संगठन में 27,000 करोड़ रुपये की विशाल राशि बगैर दावे के पड़ी है. उन्होंने कहा कि यह रकम भारत के गरीब श्रमिकों के पसीने की कमाई है. उन्होंने यह भी कहा कि यूनिवर्सल एकाउंट नम्बर के जरिये कर्मचारी भविष्य निधि में सुनिश्चित की गई पोर्टेबिलिटी से इस तरह की रकम के फंस जाने और वास्तविक लाभार्थियों तक उसके न पहुंच पाने की समस्या से निजात मिल जायेगी.

पंडित दीनदयाल श्रमेव जयते योजना का उद्देश्य

पंडित दीनदयाल श्रमेव जयते योजना का मुख्य उद्देश्य श्रम कानूनों में सुधार करना. प्रधानमंत्री ने इस अवसर पर कर्मचारियों के लिए एक ‘श्रम सुविधा’ पोर्टल और एक नई ‘श्रम निरीक्षण योजना’ भी शुरू की. सभी श्रम कानूनों से संबंधित जानकारी ‘श्रम सुविधा’ पोर्टल पर दी जाएगी.

आशा करते हैं कि यह ब्लॉग आपको श्रमेव जयते योजना की पूर्ण जानकारी प्रदान करने में समर्थ रहा। अन्य महत्वपूर्ण और रोचक जानकारी के लिए हमारे अन्य ब्लॉग को अवश्य पढ़ें.

Related Post : –

विश्व दुग्ध दिवस क्यों मनाया जाता हैं?

प्रधानमंत्री मुद्रा लोन योजना।

मेक इन इंडिया क्या है?

प्रधानमंत्री कृषि सिंचाई योजना क्या है?

प्रधानमंत्री सुरक्षा बीमा योजना क्या हैं|

प्रधानमंत्री कौशल विकास योजना क्या है? जानें पूरी जानकारी

जाने क्या है डिजिटल इंडिया योजना|

रोचक तथ्य

Most Popular

More from Author

Hair care: मैं अपने बालों को प्राकृतिक रूप से तेजी से और घना कैसे बना सकता हूँ?

बालों को लंबा करने या घने बालों की इच्छा सबके मन में महसूस होती है। जबकि बाल मानव शरीर में सबसे तेजी से बढ़ने वाले ऊतक हैं, ट्राइकोलॉजिकल सोसायटी के अनुसार, विकास की औसत दर 0.5 से 1.7 सेंटीमीटर प्रति माह या कहीं भी लगभग दो से...

Ram Mandir Ayodhya : – जानिए राम मंदिर के बनने में किस-किस का अमूल्य योगदान रहा है

Ram Mandir Ayodhya : - "राम मंदिर" का निर्माण भारत के अयोध्या नगर में होने वाला है, और इसमें कई लोगों का योगदान हो रहा है। यह एक धार्मिक और सामाजिक मुद्दा है, और इसमें कई लोगों की भागीदारी है। कुछ मुख्य योगदान देने वाले व्यक्तियों और...

कोर्ट मैरिज क्या है ? Court Marriage कैसे करें , आवश्यक दस्तावेज और शुल्क

हमारी फिल्मों में भारत में शादियों की बहुत गलत व्याख्या की जाती है। इसे एक जोड़े के रूप में चित्रित किया गया है जो रजिस्ट्रार के पास जा रहे हैं और अपने दोस्तों की उपस्थिति में शादी कर रहे हैं। दरअसल, अगर आप कोर्ट मैरिज करना चाहते हैं...

Skin Care Tips in Hindi: ठंड के मौसम में अपनी त्वचा की सुरक्षा के लिए 10 तरीके

सभी शीतकालीन टुकड़े बर्फ से नहीं बने होते हैं। ठंड का मौसम, अपनी कम सापेक्ष आर्द्रता के साथ, हमारी त्वचा पर कहर बरपाता है, जिससे यह शुष्क और परतदार हो जाती है। न केवल हवा शुष्क होती है, बल्कि घर के अंदर का ताप त्वचा की नमी...

Ram Mandir Update: 22 जनवरी को अयोध्या न आएं, ऐसा क्यों बोले पीएम मोदी और राम मंदिर ट्रस्ट के सचिव?

इस महीने उद्घाटन से पहले अयोध्या में राम मंदिर का निर्माण जोरों पर है। राम मंदिर ट्रस्ट के सचिव चंपत राय ने शनिवार को मीडिया वालों से बात की और 22 जनवरी को भव्य उद्घाटन के लिए अयोध्या जाने की योजना बना रहे तीर्थयात्रियों के लिए एक...

Study Tips: परीक्षा के लिए पढ़ाई पर फोकस कैसे करें?

क्या आपको पढ़ाई के दौरान मन को एकाग्र करने में परेशानी होती है? विस्तारित अध्ययन सत्रों के लिए फोकस बनाए रखना चुनौतीपूर्ण हो सकता है। चाहे आप माध्यमिक विद्यालय के छात्र के रूप में महत्वपूर्ण परीक्षाओं की तैयारी कर रहे हों या स्नातक के रूप में शोध...

प्रेग्नेंट (गर्भवती) कैसे हों, जाने आसान उपाय — Pregnant kaise hote hai?

यदि आप बच्चे के लिए प्रयास कर रहे हैं या उसके बारे में सोच रहे हैं, तो आप शायद बहुत अधिक उत्साह और प्रत्याशा महसूस कर रहे हैं। और सही भी है! लेकिन जैसा कि आप जानते होंगे, गर्भवती होना केवल यौन संबंध बनाने का मामला नहीं...

IND vs AUS Live Score: ऑस्ट्रेलिया ने टॉस जीतकर बल्लेबाजी चुनी

ऑस्ट्रेलिया ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करने का फैसला किया है आज भारत वर्ल्ड कप ओडीआई का पहला मैच ऑस्ट्रेलिया के साथ खेलेगा जिसमें आस्ट्रेलिया ने टॉस जीत लिया है और बैटिंग करने का फैसला लिया है शुभमन गिल डेंगू बुखार से पीड़ित हैं इस वजह...

जानिए आज 07 Oct 2023 को वर्ल्ड कप में किसका मैच है | 50-50 WORLD CUP ME AAJ KISKA MATCH HAI?

आज हम 07 Oct 2023 सोमवार के दिन 50-50 वर्ल्ड कप में होने वाले क्रिकेट मैच के बारे में बताने जा रहे है। जैसा कि आप जानते हैं कि इस बार का क्रिकेट वर्ल्ड कप भारत में होने जा रहा है यह 5 अक्टूबर से 19 नवंबर...

जानिए आज 06 Oct 2023 को वर्ल्ड कप में किसका मैच है | 50-50 WORLD CUP ME AAJ KISKA MATCH HAI?

आज हम 06 Oct 2023 सोमवार के दिन 50-50 वर्ल्ड कप में होने वाले क्रिकेट मैच के बारे में बताने जा रहे है। जैसा कि आप जानते हैं कि इस बार का क्रिकेट वर्ल्ड कप भारत में होने जा रहा है यह 5 अक्टूबर से 19 नवंबर...

जानिए आज 05 Oct 2023 को वर्ल्ड कप में किसका मैच है | 50-50 WORLD CUP ME AAJ KISKA MATCH HAI?

आज हम 05 Oct 2023 सोमवार के दिन 50-50 वर्ल्ड कप में होने वाले क्रिकेट मैच के बारे में बताने जा रहे है। जैसा कि आप जानते हैं कि इस बार का क्रिकेट वर्ल्ड कप भारत में होने जा रहा है यह 5 अक्टूबर से 19 नवंबर...

जानिए आज 03 Oct 2023 को वर्ल्ड कप में किसका मैच है | 50-50 WORLD CUP ME AAJ KISKA MATCH HAI?

आज हम 03 Oct 2023 सोमवार के दिन 50-50 वर्ल्ड कप में होने वाले क्रिकेट मैच के बारे में बताने जा रहे है। जैसा कि आप जानते हैं कि इस बार का क्रिकेट वर्ल्ड कप भारत में होने जा रहा है यह 5 अक्टूबर से 19 नवंबर...

आज हम आपको श्रमेव जयते योजना के बारे में बताने जा रहे हैं। कृपया पूर्ण जानकारी के लिए इस ब्लॉग को अवश्य पढ़ें। और अन्य जानकारी के लिए नव जगत के साथ बने रहे.

हमारे देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी ने सन 2014 में पंडित दीनदयाल उपाध्याय श्रमेव जयते योजना को प्रारंभ किया था. इस योजना को लागू करते समय प्रधानमंत्री जी ने कहा था. कि हमारे भारत देश में श्रम की अत्यधिक आवश्यकता है, और इसी कारणवश श्रम को बढ़ावा देना अत्यधिक जरूरी है. क्योंकि भारत में श्रम करने वाले लोगों की अत्यधिक आवश्यकता है. क्योंकि उन्हीं के द्वारा भारत देश का विकास हो सकता है. और भारत भी तीव्र गति से विकसित हो सकता है.

इसलिए जो हमारा श्रमिकों के प्रति नजरिया है. उसको हमें बदलना चाहिए. और श्रमेव जयते योजना का मुख्य उद्देश्य ही श्रम कानूनों में बदलाव लाना है. यह बदलाव श्रमिकों के हित के लिए किया गया है. इसी के साथ श्रम प्रक्रिया को और अच्छा बनाने के लिए इस योजना को लागू किया गया है. प्रधानमंत्री ने ‘पंडित दीनदयाल उपाध्याय श्रमेव जयते’ योजना के प्रारंभ के साथ ही साथ ‘श्रम सुविधा’ पोर्टल की शुरुआत की है. इसी के साथ श्रम जांच कार्यक्रम और भविष्य निधि जमा करने वाले कर्मचारियों के लिए बैंकों में एक समान अकाउंट को भी प्रारंभ किया.

इस योजना का उद्देश्य श्रमिकों के कौशल परीक्षण प्रदान करने के लिए सरकारी सहायता को बढ़ावा देना है. और साथ ही विनिर्माण क्षेत्र को और प्रोत्साहित करने के लिए और ‘मेक इन इंडिया’ अभियान का समर्थन करने के लिए श्रमेव जयते योजना शुरू की गई थी. श्रमेव जयते योजना के अनुसार कुछ ऐसे भी निर्णय लिए जाएंगे. जो व्यवसाय करने में आने वाली बाधाओं को दूर करने में कुशल होगा.

पंडित दीनदयाल श्रमेव जयते योजना में सम्मिलित होने वाले राज्य

नरेंद्र सिंह तोमर ने इस पर उठाए गए कदम को प्रधानमंत्री के 'मिनिमम गवर्नमेंट' 'मैक्सिमम गवर्नमेंट' की दूरदर्शिता को पाने के लिए इस योजना को साहसिक कदम बताते हुए, जोर देकर कहा, कि मंत्रालय के सभी कार्यों का उद्देश्य व्यवस्था में अधिक पारदर्शिता और गति लाना है. श्री नरेंद्र तोमर जी ने बताया, कि भारत के अनुकूल भौगोलिक स्थिति से होने वाले लाभ की कल्पना और देश में व्यवस्थाओं की सुविधा के साथ सांसद में पूर्व विधायक लाए जा चुके हैं. और ऐसा अनुमान है, कि एपरेंटिस अधिनियम के लागू होने पर प्रशिक्षुओं की संख्या 23 लाख से ऊपर चली जाएगी. श्री तोमर ने कहा, कि सरकार संसद के आगामी शीतकालीन सत्र में सूक्ष्‍म, लघु और मझौले उद्यम मंत्रालय के लिए एक अधिनियम लाने और देश से बाल श्रम को समाप्त करने के लिए संशोधन लाएगी.

प्रधानमंत्री दीनदयाल उपाध्याय श्रमेव जयते कार्यक्रम में कई राज्यों के स्वास्थ्य तकनीक और शिक्षा मंत्री मंडल ने भाग लिया. जिनमें से मध्य प्रदेश, राजस्थान, बिहार, उड़ीसा, छत्तीसगढ़, असम, कर्नाटक, मेघालय, पांडुचेरी सहित 20 राज्य शामिल है.

श्रमेव जयते योजना पोर्टल

श्रम क्षेत्र में पारदर्शिता सुनिश्चित करने और औद्योगिक विकास में अनुकूल माहौल बनाने के लिए समर्पित श्रम सुविधा पोर्टल को लांच किया गया, इसके तहत लगभग 6 लाख इकाइयों को श्रम पहचान संख्या आवंटित कराया जाएगा. और उन्हें 44 श्रम कानूनों में से 16 के लिए ऑनलाइन स्वीकृति दायर करने की इजाजत देगा. केन्द्रीय क्षेत्र में श्रम सुविधा पोर्टल और श्रम निरीक्षण योजना का समर्पण है. मंत्रालय ने औद्योगिक विकास के लिए उपयुक्त माहौल बनाने के उद्देश्य से केन्द्रीय क्षेत्र में श्रम सुविधा पोर्टल विकसित किया है. इस पोर्टल की कई विशेषताएं हैं जो नीचे निम्नलिखित रुप में दी गई है:-

  • ऑनलाइन पंजीकरण के लिए इकाइयों को विशिष्ट श्रम पहचान संख्या आवंटित की जाएगी.
  • उद्योग द्वारा स्वयं प्रमाणित और सरल ऑनलाइन रिटर्न दायर किया जाना. और फिर इकाइयों को 16 अलग रिटर्न दायर करने के बजाय सिर्फ एक रिटर्न ऑनलाइन दायर करना.
  • श्रम निरीक्षकों द्वारा 72 घंटे के भीतर निरीक्षण रिपोर्ट अपलोड करना अनिवार्य है.
  • पोर्टल की मदद से समय पर शिकायत का निवारण होगा.

अगर हम सम्मानजनक नजरिए से देखें, तो 'श्रम योगी' बन जाते हैं 'राष्ट्रयोगी' और 'राष्ट्र निर्माता'. हमें श्रमिकों की नजर से ही श्रम को देखना चाहिए. श्रमेव जयते योजना को लागू करने के पीछे कई चीजों को विकसित करना था, जैसे लोगों के विश्वास को बढ़ाना, युवाओं की काबिलियत को बढ़ाना और व्यवसाय को बढ़ाना. सरकार को अपने देश के नागरिकों पर विश्वास करना चाहिए, और इसी बात को साबित करने के लिए प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने श्रमिकों की नजर से श्रम मुद्दों को समझने की पुरजोर वकालत की, ताकि उन्हें संजीदगी के साथ सुलझाया जा सके. नई दिल्ली में पंडित दीनदयाल उपाध्याय श्रमेव जयते कार्यक्रम में पांच नई पहलों की शुरुआत के बाद अपने संबोधन में प्रधानमंत्री ने कहा कि इस तरह का सम्मानजनक नजरिया अपनाने से 'श्रम योगी' (श्रमिक) पहले 'राष्ट्र योगी' और फिर राष्ट्र निर्माता बन जायेंगे.

प्रधानमंत्री ने एक साथ अनेक योजनाओं का शुभारंभ करने के लिए श्रम एवं रोजगार मंत्रालय के प्रयासों की सराहना की है, जिनके अंतर्गत श्रमिकों के साथ-साथ नियोजकों के हितों का भी ख्याल रखा गया है. उन्होंने कहा कि श्रम सुविधा पोर्टल ने महज एक ऑनलाइन फॉर्म के जरिये 16 श्रम कानूनों का अनुपालन आसान कर दिया है.

उन्होंने कहा कि निरीक्षण के लिए यूनिटों का अनियमित चयन करने की पारदर्शी 'श्रम निरीक्षण योजना' से इंसपेक्टर राज की बुराइयों से निजात मिलेगी. और इसके साथ ही कानूनों का बेहतर ढंग से पालन भी सुनिश्चित होगा. प्रधानमंत्री ने इस बात पर चिंता व्यक्त की कि कर्मचारी भविष्य निधि संगठन में 27,000 करोड़ रुपये की विशाल राशि बगैर दावे के पड़ी है. उन्होंने कहा कि यह रकम भारत के गरीब श्रमिकों के पसीने की कमाई है. उन्होंने यह भी कहा कि यूनिवर्सल एकाउंट नम्बर के जरिये कर्मचारी भविष्य निधि में सुनिश्चित की गई पोर्टेबिलिटी से इस तरह की रकम के फंस जाने और वास्तविक लाभार्थियों तक उसके न पहुंच पाने की समस्या से निजात मिल जायेगी.

पंडित दीनदयाल श्रमेव जयते योजना का उद्देश्य

पंडित दीनदयाल श्रमेव जयते योजना का मुख्य उद्देश्य श्रम कानूनों में सुधार करना. प्रधानमंत्री ने इस अवसर पर कर्मचारियों के लिए एक 'श्रम सुविधा' पोर्टल और एक नई 'श्रम निरीक्षण योजना' भी शुरू की. सभी श्रम कानूनों से संबंधित जानकारी 'श्रम सुविधा' पोर्टल पर दी जाएगी.

आशा करते हैं कि यह ब्लॉग आपको श्रमेव जयते योजना की पूर्ण जानकारी प्रदान करने में समर्थ रहा। अन्य महत्वपूर्ण और रोचक जानकारी के लिए हमारे अन्य ब्लॉग को अवश्य पढ़ें.

Related Post : –

विश्व दुग्ध दिवस क्यों मनाया जाता हैं?

प्रधानमंत्री मुद्रा लोन योजना।

मेक इन इंडिया क्या है?

प्रधानमंत्री कृषि सिंचाई योजना क्या है?

प्रधानमंत्री सुरक्षा बीमा योजना क्या हैं|

प्रधानमंत्री कौशल विकास योजना क्या है? जानें पूरी जानकारी

जाने क्या है डिजिटल इंडिया योजना|