हम सभी ये बात तो जानते ही है कि सप्ताह के सातों दिन किसी न किसी भगवान को समर्पित होते हैं. अगर आप उस दिन उनकी पूजा करते है, तो शुभ फल प्राप्त होते हैं. आपने अक्सर सुना होगा कि बुधवार से शुरू होने वाले काम के पूरा होने में कोई शक नहीं होता है.
गणेश भगवान की करें पूजा
बुधवार के दिन पहले पूज्य गणेश और बुध ग्रह की विशेष पूजा करनी चाहिए. जिन लोगों की कुंडली में बुध ग्रह अशुभ प्रभाव दे रहा है, उनके लिए गणेश पूजन हर संकट का अंत होगा.
करें व्रत और पाए समस्याओं से छुटकारा
चाहे धन संबंधी किसी समस्या का निदान करना हो या घरेलू परेशानियों से छुटकारा पाना हो, बुधवार का व्रत सबसे सरल और सर्वोत्तम उपायों में से एक है. कहा जाता है कि जो लोग बुधवार का व्रत करना चाहते हैं. उन्हें अंधेरी रात यानी कृष्ण पक्ष में इसकी शुरुआत नहीं करनी चाहिए. व्रत की शुरुआत शुक्ल पक्ष यानी चांदनी रात में ही करनी चाहिए. इसे शुक्ल पक्ष के पहले बुधवार से शुरू किया जा सकता है. यह कम से कम 21 बुधवार और अधिकतम 41 बुधवार तक किया जा सकता है.
भगवान गणेश को लाल फूल चढ़ाएं
गणेश जी को लाल फूल चढ़ाएं. यदि लाल फूल अर्पित करना संभव न हो तो आप कोई अन्य फूल भी चढ़ा सकते हैं. बस इस बात का ध्यान रखें कि भगवान गणेश की पूजा में तुलसी का प्रयोग नहीं किया जाता है.
गणपति को पसंद है लाल सिंदूर
गणपति बप्पा को लाल सिंदूर बहुत पसंद है. गणेश जी को स्नान कराने के बाद उन्हें लाल सिंदूर लगाना चाहिए. इसके बाद अपने माथे पर भी लाल सिंदूर का तिलक लगाएं. ऐसा आप रोज भी कर सकते हैं. गणेश जी की कृपा से आपको हर क्षेत्र में सफलता मिलेगी.
मोदक का भोग लगाएं
शास्त्रों के अनुसार भगवान गणेश को लड्डू या मोदक बहुत प्रिय हैं. इसलिए बुधवार के दिन भगवान गणेश को मोदक का भोग लगाएं. यह व्यक्ति के जीवन की सभी समस्याओं को दूर करता है. ऐसा माना जाता है कि भगवान गणेश को शमी के पत्ते चढ़ाने से तनाव और मानसिक समस्याएं दूर होती हैं.
इन मंत्रों का करें जाप
ॐ अशुद्धं वा पवित्रं वा सर्वावस्थासु वा.
यः स्मरति भगवन्तं कमललोचना, तस्य बाहू शुद्धाः भवन्ति.
व्रत में रखें इन बातों का विशेष ध्यान
इस व्रत में नमक का सेवन नहीं करना चाहिए. बुधवार के दिन घर में हरी मूंग दाल बनाएं. बुध के देवता को मूंग दाल पंजीरी या हलवा चढ़ाएं. पहले इन चीजों को बांट लें, फिर खुद प्रसाद लें.
बुधवार के व्रत की पूजा विधि
यदि आप बुधवार का व्रत रखते हैं, तो आपको लगातार सात बुधवार का व्रत रखना चाहिए. और अपने इस व्रत की शुरुआत महीने के शुक्ल पक्ष से करनी चाहिए, क्योंकि इसे व्रत के लिए पुण्यतिथि माना जाता है.
यदि का बुधवार का व्रत रखते हैं तो इस दिन आपको सुबह स्नान करके सबसे पहले तांबे के पात्र में भगवान गणेश जी मूर्ति स्थापित करना चाहिए.
गणेश जी की मूर्ति स्थापित करते समय यह अवश्य ध्यान रखें. कि गणेश जी का मुख पूर्व दिशा की ओर होना चाहिए. क्योंकि इसे शुभ माना जाता है. यदि पूर्व दिशा में मुख करना संभव न हो तो आप उत्तर दिशा की ओर मुख करके भी पूजा की शुरुआत कर सकते हैं.
गणेश जी की पूजा आराधना फूल, धूप, दीप, कपूर, चंदन आदि के साथ करनी चाहिए.
धार्मिक मान्यताओं के अनुसार पूजा में दूब यानि दूर्वा अर्पित करना बहुत शुभ माना जाता है.
इसके बाद गणेश जी को मोदक का भोग लगाना चाहिए, और मन ही मन भगवान का ध्यान करते हुए 108 बार ‘ॐ गं गणपतये नमः’ मंत्र का जाप करना चाहिए.
बुधवार को व्रत करने के नियम
बुधवार को यदि आप व्रत है तो आपको नमक युक्त पदार्थ का सेवन नहीं करना चाहिए.
यदि आप बुधवार के दिन व्रत है तो आपको गणेश जी को भी और गुड़ का भोग लगाना चाहिए, और इस लोग को गाय को खिलाना चाहिए.
यदि आप बुधवार के दिन व्रत हैं तो आपको व्रत कथा अवश्य पढ़नी चाहिए, और गणेश भगवान की आरती करनी चाहिए.
ऐसी मान्यता है, कि बुधवार के दिन व्रत में हरे रंग के वस्त्र पहनना चाहिए क्योंकि यह शुभ होता है.
बुधवार को व्रत करने के लाभ
ऐसी मान्यता है कि बुधवार को व्रत करने वाले व्यक्ति के जीवन में सुख और शांति की प्राप्ति होती है.
बुधवार का व्रत करने से आपके अन्न के भंडार कभी खाली नहीं होता है.
बुधवार के दिन गणेश भगवान की पूजा करने से जीवन में सभी संकट दूर होते हैं, और सुख समृद्धि की प्राप्ति होती है.
ऐसी मान्यता है कि बुधवार के दिन बुध ग्रह की पूजा करने से कुंडली में बुध ग्रह की उपस्थिति जगह पर हो जाती है और सभी संकट दूर हो जाते हैं.
यदि आप बुधवार के दिन व्रत करते हैं तो आपका कमाया हुआ धन व्यर्थ नहीं जाएगा.