चांग के अनुसार हर साल कार्तिक अमावस्या तिथि और दिवाली के अगले दिन गोवर्धन पूजा मनाई जाती है. इस बार दिवाली 24 अक्टूबर को मनाई जाएगी लेकिन गोवर्धन पूजा 25 अक्टूबर को नहीं मनाई जाएगी. ऐसा इसलिए क्योंकि इस बार दिवाली के अगले दिन 25 अक्टूबर को सूर्य ग्रहण लगेगा.
इस बार सूर्य ग्रहण के कारण गोवर्धन पूजा की तिथि में बदलाव किया गया है. इस बार गोवर्धन पूजा का पर्व दिवाली के अगले दिन यानी 25 अक्टूबर को नहीं मनाया जाएगा, बल्कि बुधवार 26 अक्टूबर को मनाया जाएगा. धार्मिक मान्यताओं के अनुसार गोवर्धन पूजा के दिन भगवान कृष्ण ने ब्रजवासियों को इंद्र देव के क्रोध से बचाया था. तभी से गोवर्धन पूजा की परंपरा चली आ रही है.
गोवर्धन पूजा विधि 2022
गोवर्धन पूजा के दिन गोवर्धन देव की मूर्ति गाय के गोबर से बनाई जाती है. पूजा स्थल पर एक चौकी लगाएं और उस पर गोवर्धन की मूर्ति रखकर फूलों से सजाएं. इसके बाद पूजा करें. पूजा के समय दीपक जलाएं और फूल, फल, दीपक और प्रसाद आदि चढ़ाएं. पूजा के बाद 7 बार परिक्रमा करें. परिक्रमा करते समय चारों ओर कमल का जल डालें और जौ बोते समय परिक्रमा करें.
गोवर्धन पूजा शुभ मुहूर्त 2022 और पूजा का समय
गोवर्धन पूजा तिथि: 26 अक्टूबर 2022, बुधवार
गोवर्धन पूजा मुहूर्त 26 अक्टूबर 2022 सुबह 29 बजे से 08.43 बजे तक
गोवर्धन पूजा की अवधि: 02 घंटे 14 मिनट
प्रतिपदा दिनांक प्रारंभ 25 अक्टूबर 2022 दोपहर 18 बजे से
प्रतिपदा दिनांक समाप्ति: 26 अक्टूबर 2022, सायं 42 बजे तक
भारत में कहां दिखाई देगा सूर्य ग्रहण
दिवाली के अगले दिन यानी 25 अक्टूबर को शाम 4.30 बजे सूर्य ग्रहण अपने चरम पर होगा. इस समय यह सूर्य ग्रहण दिल्ली, गुजरात, राजस्थान, पंचाब, उत्तराखंड, लेह और जम्मू में दिखाई देगा.