आज हम आपको विटामिन ‘ए’ की कमी के लक्षण और उपाय के बारे में बताने जा रहे हैं। कृपया पूर्ण जानकारी के लिए इस ब्लॉग को अवश्य पढ़ें। और अन्य जानकारी के लिए नव जगत के साथ बने रहे।
विटामिन ‘ए’ के कारण शरीर का विकास नहीं हो पाता है. ठीक प्रकार से खाना ना खाने के कारण भी विटामिन ‘ए’ की कमी हो सकती है या किसी बीमारी के संक्रमण में होने से विटामिन ‘ए’ की कमी हो सकती है इसलिए विटामिन ‘ए’ की कमी को पूरा करने के लिए हमें विटामिन ‘ए’ युक्त भोजन करना चाहिए.
विटामिन ‘ए’ हमारे शरीर के लिए बहुत ही ज्यादा महत्वपूर्ण है। विटामिन ‘ए’ हमारी आंखों की रोशनी को तेज करने में सहायक होता है। यह मनुष्य में होने वाले रोग प्रतिरोधक क्षमता को भी बढ़ा देता है। या हम यह भी कह सकते हैं। कि विटामिन ‘ए’ एक तरह से हमें पर्याप्त मात्रा में आयरन देने का काम ही करता है। यदि किसी बच्चे में विटामिन ‘ए’ की कमी हो जाए तो बच्चों की आंख की रोशनी भी जा सकती है। विटामिन ए के कारण बच्चों को दस्त जैसी समस्या का भी सामना करना पड़ता है। सभी के लिए विटामिन ‘ए’ बहुत ही ज्यादा महत्वपूर्ण है लेकिन सबसे ज्यादा यह और छोटे बच्चों के लिए जरूरी है।
विटामिन ए की कमी के कारण और लक्षण :-
लीवर में होने वाली बीमारी के कारण विटामिन ए की कमी हो सकती है। विटामिन ए की कमी के कारण ही बच्चे कुपोषित पैदा होते हैं। विटामिन कुपोषण का सबसे बड़ा कारण है। यूरिन इन्फेक्शन, कैंसर, निमोनिया, किडनी के संक्रमण के कारण बार बार आने वाले पेशाब के कारण विटामिन ए की कमी हो सकती है। विटामिन ‘ए’ की कमी के लक्षण है हमें जल्दी थकान महसूस होने लगती है। चोट लग जाने पर उसे भरने या सूखने में अधिक समय लगता है। आंखों की रोशनी कम हो जाती है। सांस लेने वाली नली के ऊपर नीचे संक्रमण होने लगता है। भी होने लगता है।
विटामिन ए की कमी को पूरा करने के उपाय :-
अगर किसी व्यक्ति को विटामिन ए की कमी हो जाती है। और वह कम बीमार होता है। तब वह विटामिन ए की कमी की भरपाई जल्दी कर लेगा। और अगर उसकी बीमारी ठीक नहीं हुई तो विटामिन ‘ए’ की कमी बढ़ती जाएगी। और मरीज को थकान महसूस होने लगेगा। इसलिए विटामिन ए की कमी को पूरा करने के लिए हमें सबसे पहले अच्छे से उपचार करवाना चाहिए और विटामिन ‘ए’ को पूरा करने का सबसे अच्छा उपचार है। कि आप ताजा और शुद्ध आहार ले। हरे पत्ते वाली सब्जियों का सेवन करें। साथ ही पीले और नारंगी सब्जियों का भी सेवन करें। इन्हें अधिक मात्रा में विटामिन ए उपस्थित होता है। जोकि हमारे शरीर में हो रही कमी को जल्दी पूरा कर देता है।
विटामिन ‘ए’ की कमी के लक्षण दिखाई देने पर नजदीकी डॉक्टर से सलाह लें। और विटामिन ‘ए’ की गोलियों का सेवन करें, इसके अलावा विटामिन ‘ए’ की कमी को पूरा करने के लिए किसी अन्य दवाई का सेवन ना करें।
विटामिन ‘ए’ की कमी का लक्षण दिखने पर प्राकृतिक रूप से विटामिन से युक्त पदार्थों जैसे फल सब्जियां खाना शुरू कर दें। किसी भी डॉक्टर से विटामिन ‘ए’ की कमी के कोई भी इंजेक्शन ना लगवाएं। विटामिन ‘ए’ की कमी को पूरा करने के लिए खाना खाने के बाद विटामिन ‘ए’ की गोली को खाएं। जिन व्यक्तियों में विटामिन ‘ए’ की बहुत ही ज्यादा कमी होती है। डॉक्टर उनको विटामिन ‘ए’ का इंजेक्शन दे सकते हैं। हमारे शरीर में कोई भी नुकसान नहीं होगा।
विटामिन ‘ए’ की कमी से बचाव :-
छोटे बच्चों को समय-समय पर विटामिन ‘ए’ की गोली का दोज देते रहना चाहिए।
गर्भवती महिलाओं को विटामिन ‘ए’ की कमी की पूर्ति करना चाहिए नहीं तो बच्चा कमजोर व कुपोषित पैदा होगा।
विटामिन ‘ए’ को पूरा करने के लिए दूध केला अंडे मछली हरी सब्जियों का सेवन कर सकते हैं यह हमारे शरीर में विटामिन ‘ए’ को पूरा करने के लिए सहायक होते हैं।
कैंसर से बचाव
विटामिन ‘ए’ शरीर के विभिन्न भागों में ट्यूमर को बढ़ने से रोक सकता है। साथ ही इसमें कैंसर सेल के खिलाफ लड़ने की भी क्षमता पाई जाती है। इस कारण यह माना जा सकता है कि विटामिन ‘ए’ युक्त खाद्य पदार्थों का सेवन कैंसर से बचाव में सहायता करता है।
बढ़ती उम्र के कारण मैकुलर डिजेनेरेशन
मैकुलर डिजेनेरेशन का अर्थ है, मैकुला का नष्ट होना। बता दें मैकुला आंख में मौजूद रेटीना का केन्द्रीय हिस्सा होता है, जो देखने की क्रिया में मुख्य भूमिका निभाता है। आंखों के लिए जरूरी पोषक तत्वों से जुड़े एक शोध में इस बात का जिक्र मिलता है, कि विटामिन ‘ए’ आंखों की कार्यक्षमता में सुधार करने के साथ ही मैकुलर डिजेनेरेशन के जोखिम को दूर रखने में भी मदद कर सकता है। ऐसे में यह कहा जा सकता है कि विटामिन ‘ए’ युक्त खाद्य पदार्थों का चयन इस समस्या से राहत पाने का सबसे अच्छा विकल्प हो सकता है।
मीजल्स की समस्या में लाभकारी
मीजल्स एक प्रकार का वायरस संक्रमण है, जो मुख्य तौर पर श्वसन तंत्र से संबंधित है। इसमें आमतौर पर रोगी में बुखार, सूखी खांसी और नाक बहने की समस्या देखी जाती है। वहीं गंभीर स्थिति में शरीर पर चकत्ते भी देखने को मिल सकते हैं। विशेषज्ञों के मुताबिक विटामिन ‘ए’ की कमी की स्थिति में इस समस्या के होने का जोखिम अधिक रहता है। यही कारण है कि इस संक्रमण के इलाज में विटामिन ‘ए’ की खुराक को शामिल किया जाता है। ऐसे में यह कहना गलत नहीं होगा, कि विटामिन ‘ए’ युक्त खाद्य पदार्थ को खाने से इस समस्या से आप छुटकारा पा सकते हैं, और साथ ही इस समस्या से आप हमेशा के लिए दूर हो सकते हैं.
हड्डियों के विकास में सहायक
यूएस के विस्कॉन्सिन-मैडिसन विश्वविद्यालय के न्यूट्रीशनल साइंस विभाग द्वारा किए गए एक शोध में इस बात को माना गया. कि विटामिन ‘ए’ अप्रत्यक्ष तरीके से यानी प्रोविटामिन ‘ए’ कैरोटीनॉयड के रूप में हड्डियों के विकास में सहायक साबित हो सकता है। साथ ही शोध में इस बात का भी जिक्र मिलता है कि विटामिन ‘ए’ का अत्यधिक सेवन हड्डियों के लिए नुकसानदायक भी हो सकता है। हालांकि, यह शरीर में किस मात्रा में और कब तक सुरक्षित रह सकता है और हड्डियों को मजबूती देने में यह किस प्रकार कार्य करता है.
आशा करते हैं कि यह ब्लॉग आपको विटामिन ‘ए’ की कमी के लक्षण और उपाय की पूर्ण जानकारी प्रदान करने में समर्थ रहा। अन्य महत्वपूर्ण और रोचक जानकारी के लिए हमारे अन्य ब्लॉग को अवश्य पढ़ें.
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