बॉलीवुड के ऐसे कई सेलिब्रिटी और कपल हैं जो बिना शादी के और बिना प्रेग्नेंट हुए सरोगेसी (Surrogacy) के जरिए पेरेंट्स बन गए हैं इस लिस्ट में करण जौहर से लेकर शाहरूख शामिल हैं पर क्या आप ने कभी सोचा है सरोगेसी होती क्या है कैसे कोई शादी के बिना प्रेग्नेंट हुए माता पिता बन जाता है.
क्या होती है सरोगेसी ? (Kya Hoti Hai Surrogacy)
सरोगेसी में बच्चा पैदा करने के लिए कोई भी शादीशुदा कपल किसी महिला का कोख किराए पर ले सकता है ये एक मेडिकल प्रक्रिया है जो लोग माता पिता किसी वजह से नहीं बन पा रहें हैं उन्हें इसकी सलाह दी जाती है जैसे कोई कपल बच्चा चाहता है लेकिन किसी कारण वश वो पैरेंट्स नहीं बन सकते तो ऐसे में पत्नी के ओअरी से हेल्थी अंडे को निकाला जाता है उसके बाद पति के स्पम के साथ टेस्ट्यूब में फर्टिलाइज किया जाता है जब दोनों का फर्टिलाइजेशन होकर जो बीज तैयार होता है उसे दूसरी स्वस्थ महिला जिसे सरोगेट मदर कहते हैं उसके गर्भाशय में डाला जाता है.
क्या सरोगेसी से सभी बच्चा कर सकते हैं? (Kya Surrogacy se sabhi bachha kar sakte hai)
इसका जवाब है नहीं सभी लोग सरोगेसी से बच्चा नहीं पैदा कर सकते हैं अगर महिला के गर्भाशय में कोई प्राब्लम होती है किसी बीमारी या कोई भी मेडिकल कंडीशन की वजह से महिला का गर्भाशय बीज नहीं बना सकता है ऐसी स्थिति में सरोगेसी की सलाह दी जाती है बहुत सी महिलाएं पहले एक या दो बच्चे की मां होती हैं लेकिन बाद में किसी बीमारी के कारण बच्चा पैदा नहीं कर सकती अगर ऐसा करती हैं तो उन्हें जान का खतरा रहता है ऐसे में लोग सरोगेसी का रास्ता अपनाते हैं इसका सबसे अच्छा उदाहरण एक्ट्रेस शिल्पा शेट्टी हैं वो पहले से एक बेटे की मां हैं लेकिन दोबारा मां बनने की चाह थी पर उन्हें कोई बीमारी थी जिसकी वजह से शिल्पा दोबारा गर्भवती नहीं हो सकती थीं उन्हें खतरा था जिसकी वजह से उन्होंने सरोगेसी का रास्ता चुना और आज उन्हें एक प्यारी से बेटी भी है.
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सरोगेसी और IVF में अंतर (Surrogacy aur IVF me antar)
आपको बता दें सरोगेसी और IVF का प्रोसीजर एक जैसा होता है इसमें अंतर ये होता है पति पत्नी का जो बीज तैयार किया जाता है उसे पत्नी के ही गर्भाशय में डाल दिया जाता है इसे IVF कहते हैं ऐसा तब किया जाता है जब मां का गर्भाशय एक स्वस्थ बीज तैयार करने में असफल होता है इसलिए IVF में बीज टेस्ट्यूब के जरिए तैयार किया जाता है लेकिन सरोगेसी में ऐसा में होता इसमें एक ऐसी महिला की जरूरत होती है जिसकी कोख में बच्चे का विकास हो सके. ऐसे में आप समझ गए होंगे की बच्चे की सरोगेट मदर चाहे जो भी हो लेकिन बच्चे के असली और बायोलॉजिकल माता पिता वही होते हैं जिनके अंडे और स्पम को लेकर फर्टिलाइज किया जाता है.
सिंगल पैरेंट्स कैसे सरोगेसी से पैरेट्स बनते हैं? (Single Parents Kaise Surrogacy Se Parents Bane Hai)
आप सोच रहे होंगे करण जौहर और तुषार कपूर तो सिंगल पैरेंट्स हैं वो कैसे सरोगेसी के जरिए पिता बन गए ऐसे केस में पुरुष अपना स्पम देते हैं लेकिन सिर्फ स्मप अकेले फर्टिलाइज होगा नहीं ऐसे में जरूरत होगी महिला के अंडे की तो बता दें जैसे स्पम डोनर होते हैं वैसे ही एग डोनर भी होती है और इनके केस में भी ऐसा ही हुआ किसी एग डोनर से इन्होंने अंडे लिए और जो असल बीज तैयार हुआ उसे सरोगेट मदर के गर्भाशय में डाल दिया गया और नौ महीने बाद सरोगेट मदर ने बच्चे को करण जौहर और तुषार कपूर को सौंप दी अब ये दोनों अधिकारी तौर पर बच्चों के पिता हैं .
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सरोगेट मदर क्या होती हैं (Surrogate Mother Kya Hoti hai)
एक ऐसी महिला जिसके गर्भ में किसी दूसरी महिला के भ्रूण का विकास कराया जाता है उसे
सरोगेट मां कहते हैं वो नौ महीने तक अपने गर्भ में बच्चे को रखती है और डिलीवरी के बाद उस कपल को बच्चा सौंप देती है उसे सरोगेट मदर कहा जाता है.
हमें उम्मीद है कि आप हमारे द्वारा दी गई जानकारी से समझ गए होंगे कि सरोगेसी क्या होती है और इसकी प्रक्रिया क्या है.
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