SC-ST में कौन कौन सी जाति आती है
एसटी एससी वर्ग देश का एक ऐसा वर्ग है, जिसका शोषण प्राचीन समय से लगातार होता आ रहा है, इस वर्ग के अंतर्गत आने वाले सभी लोगों को छुआछूत और भेदभाव की दृष्टि से देखा जाता है, और इसी भेदभाव और छुआछूत की दृष्टि को कम करने के लिए डॉक्टर भीमराव अंबेडकर सहित कई समाजसेवी व्यक्तियों ने कई प्रयास किए हैं. सरकार के द्वारा भी SC ST श्रेणी में आने वाले लोगों को सशक्तिकरण करने के लिए कई योजनाओं को लागू किया गया है, इन योजनाओं का मुख्य उद्देश्य समाज के इस वर्ग को शिक्षा और रोजगार के अवसरों में उचित आरक्षण दिलवाने और इनकी कमजोर आर्थिक और सामाजिक स्थिति को मजबूत करने में मदद करना है.
SC ST श्रेणी के अंतर्गत आने वाली जातियां
SC ST श्रेणी के अंतर्गत देश भर में करीब 200 जातियां हैं, राज्यों के हिसाब से अलग अलग पिछड़ी जातियों को SC ST श्रेणी में रखा गया है, निम्न सूची SC और ST वर्ग के अंतर्गत आने वाली जातियों की है. भारतीय संविधान में SC ST श्रेणी के लिए भी कई प्रावधान और कानून हैं जो इनको एक सुरक्षित जीवन और वातावरण देते हैं, हालाँकि आज भी हमारे देश के कई इलाकों में ख़ासकर ग्रामीण क्षेत्रों में इस वर्ग को दलित या हरिजन कह कर संबोधित किया जाता है, ऐसे ही कई जातिसूचक शब्दों के प्रयोग को हमारे भारतीय संविधान द्वारा अवैध घोषित किया गया है.
SC वर्ग में शामिल जातियाँ.
- कंजड़
- कपड़िया
- कोरी
- करवल
- कलाबाज
- कोरवा
- खटिक
- खरैता
- गोंड
- घसिया
- चमार
- जाटव
- डोमार
- धनगर
- धोबी
- नट
- पासी
- बलहर
- बाल्मीकि
- बागजी
- बहेलिए
- बावरिया
STवर्ग में शामिल जातियाँ.
- जौनसारी
- थारु
- भंगी
- राजी
- बोक्सा
इन सभी जातियों को सरकार के द्वारा कई योजनाएं चलाकर लाभांवित किया जा रहा है, कुछ योजनाएं जहां इस वर्ग के लोगों को आर्थिक सहायता प्रदान करती हैं तो वहीँ कई योजनाएं के माध्यम से यह लोग रोजगार और बेहतर शिक्षा के अवसर प्राप्त करते हैं, SC ST श्रेणी के विद्यार्थियों के लिए सरकारी छात्रवृत्ति का भी प्रावधान है, जिसके अंतर्गत इस वर्ग में आने वाले छात्र छात्राओं को बेहतर शिक्षा के लिए छात्रवृत्ति भी दी जाती है, ताकि इस वर्ग के बच्चे अच्छी शिक्षा प्राप्त कर आत्मनिर्भर बन सकें और अपने भविष्य को उज्जवल बना सके.