मानव शरीर या किसी भी जीव जंतु में खून की कमी होना एक गंभीर बीमारी हो सकती है, और इसे मेडिकल भाषा में अनीमिया के नाम से जाना जाता है. यह एक ऐसी बीमारी है जिसमें शरीर में संख्यात्मक रूप से कम रक्त कोशिकाएं होती हैं. जिससे शरीर को अनेक समस्याओं का सामना करना पड़ता है. जानकारी के लिए बता दें कि एनीमिया कई प्रकार की हो सकती हैं. जैसे कि आयरन की कमी, फोलिक एसिड की कमी और विटामिन बी 12 की कमी आदि.
खून की कमी के कारण
खून की कमी के कई कारण हो सकते हैं जिनमें से कुछ कारणों के बारे में नीचे निम्नलिखित रुप में बताया गया है:-
- खून की कमी आयरन, फोलिक एसिड और विटामिन बी 12 जैसे पोषक तत्वों की कमी के कारण भी हो सकती है
- कई बीमारियों और अन्य स्थितियों के कारण रक्त संचार में बाधा होने से अलग-अलग कारणों से यह बीमारी हो सकती है, जैसे अंगों में रक्त की कमी, कैंसर, थालस्सेमिया आदि.
- रक्त की कमी चिकित्सा के दौरान अधिक रक्त के निकल जाने से भी होती है और इसके अतिरिक्त, दुर्घटना, शल्य चिकित्सा, अनुवांशिक कारणों से रक्त से भी हो सकती है.
- अनेक संक्रमण खून की कमी के कारण बन सकते हैं जैसे कि मलेरिया, टाइफाइड, हेपेटाइटिस आदि.
इसके अतिरिक्त खून की कमी अन्य कारणों से भी हो सकती है जैसे कि ऑटोइम्यून विकार. कुछ ऑटोइम्यून विकार जैसे लुपस, रेक्टम अर्थराइटिस, सेलियक रोग आदि.
खून की कमी के लक्षण
खून की कमी होने के कई लक्षण होते हैं जिनमें से कुछ लक्षण के बारे में नीचे निम्नलिखित रुप में बताया गया है:-
- थकान और कमजोरी महसूस करना
- सांस लेने में दिक्कत होना
- बुखार के साथ कपकपी होना
- त्वचा में सूखापन और सूजन होना
- सिरदर्द होने और नींद नहीं आना
- मांसपेशियों और नसों का दुर्बल होना
- धड़कन तेज होना जिससे बेचैनी होना
- चक्कर आना और कभी-कभी उलटी होना
- भूख का कम होना और खाने में कुछ खास स्वाद न होना
यदि आपको इनमें से किसी भी लक्षण का अनुभव होता है तो आपको तुरंत डॉक्टर से सलाह लेनी चाहिए.
खून की कमी का इलाज
खून की कमी का इलाज उसके कारणों पर निर्भर करता है. खून की कमी के उपचार के लिए कुछ सामान्य उपाय निम्नलिखित हैं:
- खून की कमी के उपचार के लिए आहार में आयरन, फोलिक एसिड, विटामिन सी और विटामिन बी 12 के स्रोतों का सेवन बढ़ाया जा सकता है. अनाज, फल और सब्जियां, दूध और दूध से बनी चीजें, मांस आदि खाद्य पदार्थों के सेवन से आपको जरूरी पोषक तत्व मिलते हैं.
- आयुर्वेद में खून की कमी के लिए कई जड़ी-बूटियों का उपयोग किया जाता है. ये जड़ी-बूटियां आयरन की अवधि को बढ़ाती हैं और खून की संरचना को बढ़ाती हैं.
- शिलाजीत, अश्वगंधा आदि विशिष्ट आयुर्वेदिक आश्वासन खून की कमी में लाभकारी होते हैं. एलोपैथिक दवाओं का उपयोग भी खून की कमी के इलाज में किया जाता है. एलोपैथिक दवाएं खून की कमी से होने वाले खतरों की संभावना को कम करते हैं.