सागर जिले में जनपद सदस्य के पीठ पर पैर रखकर फोटो खिंचवाने का मामला अब गर्माता नजर आ रहा है इस मामले में आरोपी पटवारी पर गंभीर आरोप लग रहे हैं. पीड़ित जनपद की माने तो आरोपी पटवारी ने उसे धमकी दी थी की अगर पैरों में गिरकर माफी नहीं मांगी तो SC/ST एक्ट में फंसा दूंगा.
पीठ पर पैर रखकर खिंचवाई तस्वीर
दरअसल मध्य प्रदेश के सागर जिले के भानगढ़ राजस्व सर्किल में 2 अक्टूबर गांधी जयंती के दिन ग्रामसभा का आयोजन किया गया था जिसमें पटवारी विनोद अहिरवार और जनपद सदस्य क्षमाधर पटेल इन दिनों के बीच किसी बात को लेकर बहस हो गई पटवारी ने क्षमाधर के खिलाफ सरकारी काम में बाधा पैदा करने की शिकायत पुलिस में दर्ज करा दी.
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SC -ST एक्ट की धमकी देकर मंगवाई माफी
विवाद के बाद शाम को पटवारी ने जनपद सदस्य को अपने घर बुलाया और बोला अगर हमारे पैरों में गिरकर माफी नहीं मांगी तो SC/ST एक्ट के तहद केस दर्ज करा दूंगा जेल जाने के डर से जनपद सदस्य जब माफी मांगने के लिए झुके तभी पटवारी ने उनके पीठ पर पैर रखकर आशीर्वाद देते हुए फोटो खिंचवाई ये तस्वीर देखते देखते वायरल हो गई और इस मामले को लेकर चारों तरफ हड़कंप मच गया. जनपद सदस्य क्षमाधर का कहना है कि समाज में हमारा मान सम्मान खत्म हो गया है अगर प्रशासन ने पटवारी के खिलाफ कोई एक्शन नहीं लिया तो मैं आत्महत्या कर लूंगा वहीं दूसरी तरफ पटवारी का कहना है कि जनपद सदस्य झूठे आरोप लगा रहे हैं ये तस्वीर झुठी है. फिलहाल शिकायत के बाद पटवारी को निलंबित कर दिया गया है.
SC – ST एक्ट है क्या
एससी एसटी कानून 1989 में बनाया गया था जिसका मकसद इतना था कि समाज में जातिवाद के आधार पर कोई किसी का अपमान ना कर सके जातिवाद को लेकर किसी के अधिकारों का हनन ना हो सके समाज में सभी जाति के लोगों को समान अधिकार मिल सके इसके लिए ये एक्ट बनाया गया, लेकिन वर्तमान समय में इस एक्ट का दुरुपयोग हो रहा है जिसका जीता जागता उदाहरण आप के सामने है
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