कृषि मध्य प्रदेश का सबसे महत्वपूर्ण व्यवसाय है, मध्य प्रदेश की फसलों को खरीफ रवि वा जायद फसलों के रूप में वर्गीकृत किया गया है जिसमें खाद्य तिलहन दलहनी और नगदी फसलें उगाई जाती हैं.
चावल
चावल मध्यप्रदेश की एक महत्वपूर्ण फसल है, मध्य प्रदेश में कुल कृषि भूमि 22.5% भाग पर इसकी खेती की जाती है, यह अधिक नमी में होने वाली फसल है अतः यह फसल उन्हीं भाग में अधिक होती है जहां औसत वार्षिक वर्षा 100 से 125 सेंटी मीटर होती है, एवं जहां हल्की लाल व पीली मिट्टी पाई जाती है, यह फसल वर्षा ऋतु के प्रारंभ में बोई जाती है. और अक्टूबर – नवंबर माह में काटी जाती है. मध्यप्रदेश के बालाघाट ,मंडला ,सीधी, छिंदवाड़ा बैतूल ,रीवा, सतना, आदि जिलों में धान की खेती होती है.
गेहूं
गेहूं रवि के मौसम में उगाई जाने वाली फसल है, मध्यप्रदेश में उत्पादित होने वाली फसलों में गेहूं की फसल का महत्वपूर्ण स्थान है. काली मिट्टी में होने वाली यह फसल पश्चिमी मध्य प्रदेश के सभी जिलों में उगाई जाती है. यह जिले -उज्जैन ,इंदौर रतलाम, देवसर ,मंदसौर ,झाबुआ ,विदिशा सागर आदि है.
तिलहन
राज्य में उत्पादित प्रमुख तिलहनो में सरसों, तिल एवं अलसी प्रमुख है, तिल खरीफ तथा अलसी वा सरसों रवि की फसलें हैं. भारत में सर्वाधिक अलसी मध्यप्रदेश में ही होती है, तिल अधिकांश हल्की मिट्टी और कम वर्षा के क्षेत्रों में होता है. जबकि अलसी सभी प्रकार की मिट्टी में होती है, तिल का उत्पादन प्रमुख रूप से उत्तरी पश्चिम मध्य प्रदेश के छतरपुर, सीधी, होशंगाबाद, शिवपुरी आदि जिलों में होती है. और अलसी का उत्पादन होशंगाबाद, बालाघाट, झाबुआ ,सतना ,रीवा ,गुना तथा पन्ना जिलों में अधिक होता है.
चना
चना के उत्पादन के लिए मध्यप्रदेश प्रथम स्थान रखता है चना दलहनी तथा रवि फसल है चना की खेती के लिए हल्की बलुई मिट्टी और ऊंचे तापमान की आवश्यकता होती है चना का उत्पादन मध्यप्रदेश के होशंगाबाद, नरसिंहपुर छिंदवाड़ा ,गुना ,विदिशा ,उज्जैन ,मंदसौर , भिंड ,मुरैना आदि जिलों में होता है
ज्वार
ज्वार कम वर्षा वाले भागों में पैदा की जाने वाली फसल है, इसका उत्पादन काप या चिकनी मिट्टी में होता है. और इसका उत्पादन करने के लिए लगभग 25 से 30 डिग्री सेंटीग्रेड तक तापमान की आवश्यकता होती है. ज्वार खरीफ की फसल है यह मुख्यत: जून-जुलाई में बोई जाती है तथा नवंबर- दिसंबर में काटी जाती है, ज्वार मध्य प्रदेश के मंदसौर, रतलाम ,उज्जैन ,राजगढ़, शाहजहांपुर ,देवास ,खंडवा और खरगोन आदि जिलों में उगाया जाता है.
अरहर
अरहर मध्यप्रदेश की एक महत्वपूर्ण फसल है, जो कि खरीफ की तरह जुलाई-अगस्त में बोई जाती है, तथा मार्च-अप्रैल में काटी जाती है अरहर का उत्पादन मध्य प्रदेश राज्य पूर्वी व दक्षिणी हिस्से में होता है, इसके उत्पादन क्षेत्र बैतूल, छिंदवाड़ा ,नरसिंहपुर ,होशंगाबाद ,छतरपुर ,पन्ना ,टीकमगढ़ ,ग्वालियर, मुरैना ,रीवा, सतना आदि है.