खबर यूपी के लखीमपुर खीरी से है ये खबर अपने आप में शर्मनाक और दिलदहला देने वाली है. लखीमपुर खीरी में दो नाबालिक बहनों का शव पेड़ से लटका मिला जिसके बाद से पूरे इलाके में कोहराम मचा हुआ है. इस मामले में पुलिस ने रेप, हत्या और पॉक्सो एक्ट के तहद FIR दर्ज करते हुए मुख्य आरोपी सहित कुल छह लोगों की गिरफ्तारी किया है. जिसमें से एक छोटू नामक शख्स को गिरफ्तार किया गया है. आरोपी छोटू ने कबूला है की इसने लड़कियों से इन तीनों आरोपियों की दोस्ती कराई थी और साथ ही दो आरोपियों ने रेप की बात कबूली है.
दो दलित बहनों के रेप और हत्या के बाद पुलिस हरकत में आते हुए 6 लोगों को हिरासत में लेते हुए उनसे सख्ती से पूछताछ की जिसमें प्राथमिक पूछताछ में आरोपी सुहैल और जुनैद ने रेप की बात कबूली है. पुलिस ने बताया कि इन आरोपियों ने बहला फुसलाकर दोनों लड़कियों को अपने साथ लेकर गए फिर जबरन उनके साथ शारीरिक संबंध बनाए जब दोनों ने इनसे शादी की बात की तो इन आरोपियों ने उन्हीं की चुन्नी से उन दोनों लड़कियों का गला घोट दिया और फिर अपने और दो साथियों को बुलाकर दोनों के शव को पेड़ से लटका दिया यानी पुलिस ने स्पष्ट किया है की लड़कियां इन आरोपियों के साथ अपनी मर्जी से गई थीं. लेकिन दूसरी तरफ देखा जाए तो जो मृतक लड़कियों के परिजनों का जो आरोप हैं और जो पुलिस दलील दे रही है वे बिल्कुल मेल नहीं खाती हैं मृतक की मां का आरोप है कि वे लड़के लड़कियों को घर से जबरन घसीटकर लेकर गए और फिर उनकी हत्या कर शव को पेड़ से लटका दिया.
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विपक्षी पार्टियों ने साधा निशाना
लखीमपुर खीरी में इस जघन्य हत्याकांड के बाद राजनीतिक गलियारों में भी गर्माहट तेज हो गई है. विपक्ष पार्टियां इस घटना की निंदा करते हुए योगी सरकार पर हमला कर रही है. प्रियंका गांधी ने ट्वीट कर योगी सरकार पर निशाना साधते हुए लिखा “लखीमपुर में दो बहनों की हत्या दिल दहलाने वाली हैं परिजनों का कहना है दिन दहाड़े अपहरण किया गया, रोज अखबारों और टीवी में झूठे विज्ञापन देने से कानून व्यवस्था अच्छी नहीं हो जाती, आए दिन यूपी में महिलाओं के खिलाफ ऐसे जघन्य अपराध में इजाफा हो रहा है. आखिर कब जागेगी सरकार? . वहीं इस मामले पर अखिलेश यादव भी सरकार को घेरते हुए ट्वीट किया है. अखिलेश ने लिखा है. ” लखीमपुर खीरी में किसानों के बाद दो दलित बहनों का अपहरण कर हत्या, पुलिस पर पिता का आरोप बेहद गंभीर है बिना पंचनामा बिना सहमति के पोस्टमार्टम ये हाथरस हत्याकांड की पुनरावृति है.” इस तरह सभी विपक्ष पार्टियां सरकार को चारों तरफ से घेरने की कोशिश में लगी हुई हैं. गौरतलब है कि जब इस तरह की घटनाएं होती हैं तो विपक्ष पार्टियों को इसपर अपनी राय रखते हुए सरकार को घेरने का मौका मिल जाता है. अब लखीमपुर खीरी के इस घटना को सभी राजनीतिक पार्टियां हाथरस हत्याकांड से जोड़कर देख रही हैं. फिलहाल सभी आरोपी पुलिस हिरासत में हैं. अब आगे क्या फैसला होता है और कौन कौन सी बातें उभर कर सामने आती हैं ये तो आने वाला समय ही बताएगा. लेकिन वाकई ऐसी घटनाएं मानव समाज को शर्मसार करने वाली होती हैं जिसकी कोई माफी नहीं होती है.