कार्तिक मास की शुरुआत हो चुकी है आश्विन मास की शरद पूर्णिमा के बाद कार्तिक मास प्रारंभ हो जाता है अंग्रेजी कैलेंडर के अनुसार इसकी शुरुआत 10 वें महीने के अक्टूबर से होती है. हिंदू पंचांग में इस महीने का काफी महत्व है. चलिए जानते हैं इस महीने में किन उपायों से लक्ष्मी माता प्रसन्न होती हैं.
कार्तिक मास पवित्र महीना है
कार्तिक मास चातुर्मास मास का अंतिम महीना है इसी महीने में देवत्व मजबूत होता है इस महीने में धर्म और धन दोनों से संबंधित कार्य किए जाते हैं कार्तिक महीना अपने आप में बहुत पवित्र है और कृतिका नक्षत्र में आने से इसका नाम कार्तिक है. इस साल कार्तिक मास 10 अक्टूबर से प्रारंभ हो रहा है और 8 नवंबर तक रहेगा पूर्णिमा के बाद कार्तिक मास का आरंभ हो जाता है ये महीना माता लक्ष्मी को समर्पित है, कार्तिक के पवित्र महीने में सभी देवी देवता पृथ्वी पर हमें आशीर्वाद देने आते हैं इस महीने में अपने से बड़ों का आशीर्वाद लेना बहुत अच्छा माना जाता है.
भगवान कृष्ण को कार्तिक मास अधिक प्रिय
कार्तिक मास को हमारे शास्त्रों और ग्रंथों में बहुत महत्वपूर्ण माना गया है कहा जाता है 12 महीनों में से कार्तिक मास भगवान विष्णु को अधिक प्रिय है कार्तिक मास में जप , तप, व्रत, दान और धर्म के काम करने से सारे कष्टों से मुक्ति मिलती है. ऐसा माना जाता है भगवान श्री कृष्ण को सारे पौधों में तुलसी अधिक प्रिय है और सभी महीनों में से उनका सबसे पसंदीदा महीना कार्तिक मास ही है.
इन उपायों से मां लक्ष्मी होंगी प्रसन्न
सुबह जल्दी उठकर स्नान आदि कर के अपने घर के मुख्य द्वार की सफाई करनी चाहिए और मुख्य द्वार पर तिल के तेल में दिया जलाकर रख दें और तिल के तेल का दान करने से माता लक्ष्मी बहुत प्रसन्न होती हैं और धन वैभव का आशीर्वाद देती हैं. इसके बाद श्री हरि का पूजन करें और तुलसी की पूजा और सेवा करने से मां लक्ष्मी और श्री हरि अत्यंत प्रसन्न होते हैं . कार्तिक मास में तुलसी रोपण तुलसी में जल अथवा तुलसी पूजन करने से मनुष्य के सारे कष्ट दूर होते हैं और वो अपने इस जन्म में सारे सुखों का भोग करता है.
कार्तिक मास के नियम
शास्त्रों अनुसार पूरे महीने दीप दान करना शुभ माना गया है. इस महीने में नदी, पोखर और तलाब में दीप दान से पुण्य की प्राप्ति होती है
इस महीने में तुलसी सेवा और तुलसी आराधना का विशेष महत्व बताया गया है.
भूमि पर सोना कार्तिक मास का तीसरा प्रमुख काम माना गया है भूमि पर सोने से मन में सात्विकता का भाव पैदा होता है और मन के अन्य विकार भी दूर होते हैं .
ऐसा माना जाता है कि कार्तिक मास में उड़द, चना,मटर , मूंग,मसूर और राई आदि का सेवन से बचना चाहिए क्योंकि शरद ऋतु के कारण ये सारी चीजें गैस की समस्या पैदा कर सकती हैं.
इस महीने में गर्म चीजों का सेवन करना अच्छा रहता है.
कार्तिक मास में पवित्र नदी में स्नान करना चाहिए अगर आप नदी में स्नान नहीं कर पा रहे हैं तो घर में ही नहाने के पानी में गंगा जल डालकर स्नान कर लें.
कार्तिक मास में इन नियमों का पालन कर आप देवताओं को प्रसन्न कर के अपने और अपने परिवार के लिए सुख समृद्धि की कामना कर सकते हैं इस साल कार्तिक मास में माता लक्ष्मी का त्योहार दीपावली भी है ऐसे में इन उपायों से आप माता लक्ष्मी को प्रसन्न कर धन धान्य की कामना कर सकते हैं.