आज हम आपको बिच्छू और उसके डंक के बारे में बताने जा रहे हैं, बिच्छू के डंक में जो जहर पाया जाता है, उसमें क्लोरोटोक्सिन’ (Chlorotoxin) नामक रसायन पाया जाता है. बिच्छू में श्वसन अंग बिच्छू के मध्य भाग में उपस्थित होता है. बिच्छू में चार जोड़ा पुस्तफुफ्फुस (book lungs) होते है. बिच्छू में पुस्तफुफ्फुस (book lungs) के अतिरिक्त कुछ अन्य श्वसन अंग भी पाए जाते हैं.
बिच्छू का वैज्ञानिक नाम
बिच्छू का वैज्ञानिक नाम स्कोर्पियनस (Scorpiones) होता है. यह 8 पैर वाला मांसाहारी आर्थोपोडा टाइप्स का जीव होता है. केवल अंटार्कटिका को छोड़कर यह लगभग दुनिया के सभी स्थानों पर पाया जाता है, ज्यादातर बिच्छू दक्षिणी अर्थ गोलार्ध के रेतीले और जंगली इलाकों में पाए जाते है. हम आपको बता दें कि एक बिच्छू का आकार लगभग 2 से 4 सेंटीमीटर तक का होता है, इनका वजन लगभग 15 से 100 ग्राम के बीच होता है.
दुनिया के कुछ जहरीले बिच्छू
- दुनिया का सबसे जहरीला बिच्छू में पहले नंबर इंडियन रेड स्कोर्पियन बिच्छू माना जाता है, इसके काटने से इंसान के मौत की गिनती शुरू हो जाती है, इस बिच्छू का जहर इतना खतरनाक होता है, कि इसके काटने के कुछ ही देर बाद से पीड़ित को सांस लेने में दिक्कत होने लगती है, और फेफड़ों में दर्द शुरू हो जाता है, जिससे व्यक्ति को मौत का सामना करना पड़ सकता है.
- डेथ स्टाल्कर
डेथ स्टाल्कर के जहर के बारे में कहा जाता है, कि इस बिच्छू का जहर इसकी छोटी पूछ में हीं भरपूर मात्रा पाया जाता है. जो कि बहुत ही ज्यादा खतरनाक माना जाता है, इसके जहर का छोटा हिस्सा भी जानवरों के लिए बहुत ही खतरनाक बन जाता है .
- ब्राजीलियन येलो स्कोर्पियन
इस बिच्छू के काटने से शरीर के अंग काम करना बंद कर देते हैं, और पूरे शरीर में असहनीय दर्द होने लगता है, तथा फेफड़ों में सूजन होने लगता है. जिससे जल्द ही व्यक्ति की मृत्यु हो जाती है.
- अरेबियन फैट टेल्ड स्कोर्पियन
यह बिच्छू काले रंग का होता है, जो कि रेगिस्तान में हर समय अपने शिकार के लिए घूमता रहता है. माना जाता है, कि यह बिच्छू काफी गुस्से वाली प्रवृत्ति के होते हैं, इनके आगे चाहे कितना भी बड़ा जानवर क्यों ना हो यह किसी से नहीं डरते इनका डंक तो जहरीला माना ही जाता है लेकिन इनके पंजे भी बहुत खतरनाक होते हैं.
- एम्परर स्कोर्पियन
यह बिच्छू शांत प्रवृति के होते हैं, कुछ अतरंगी लोगों को इनको पालने की आदत और शौक होती है. माना जाता है कि इस बिच्छू को पाल तो सकते हैं लेकिन बहुत ही सावधानी के साथ क्योंकि एक गलती मौत को दावत दे सकती है.
बिच्छू एक बार में कितने बच्चों को जन्म दे सकती है
बिच्छू एक बार में 100 बच्चों को जन्म दे सकती है. और यह अपने बच्चों को बरसात से बचाने के लिए अपने पीठ पर लादकर सुरक्षित स्थान पर ले जाती है.
बिच्छू कितने दिन तक सांस रोक सकते हैं
आप जानते होंगे कि बिच्छू एक मकोड़ा है, बिच्छू के 4 जोड़े पैर होते हैं. यह सामान्य तौर पर 6 से 7 दिन तक सांस रोक सकते है, परंतु आर्कटिक क्षेत्र में पाए जाने वाले कुछ प्रजाति जिसे pseudo scorpion कहते हैं. pseudo scorpion नामक या बिच्छू 17 दिन तक अपनी सांस रोक सकते हैं, यह सन्धिपाद जाति (आर्थोपोडा) के arachnida वर्ग में आते हैं.
बिच्छू कब तक भूखा रह सकता है
बिच्छू की कुछ प्रजातियां जो कि कुछ हफ्तों तक भूखी रह सकती है. परंतु बिच्छू की कुछ प्रजातियां 6 से 12 माह तक भूखी रह सकती है
बिच्छू की आंखें
बिच्छू की मुख्यतः दो आंखें होती हैं इसके अतिरिक्त 2 से 6 जोड़ी आंखें इसके सिर के सामने के निकारो पर स्थित होती है.
बिच्छू की उम्र
बिच्छू का जीवन काल 2 से 6 वर्ष तक का होता है. हालांकि कुछ प्रजातियां अधिक समय तक जीवित रहती हैं. और कई बिच्छू का जीवनकाल कई कारकों पर निर्भर करता है जैसे – उनका आहार, तापमान ,प्रजनन और तनाव पर निर्भर करता है.
बिच्छू के काटने पर उपचार
बिच्छू के डंक का इलाज इस बात पर निर्भर करता है, कि व्यक्ति को किस टाइप के बिच्छू ने डंक मारा है. और विष की कितनी मात्रा शरीर में फैली हुई है. हल्के डंक का इलाज घर पर निम्न प्रक्रिया द्वारा किया जा सकता है. बिच्छू का डंक लगने पर डंक लगे हुए स्थान को सबसे पहले पानी से धोएं, और उसी स्थान पर बर्फ लगाएं. किंतु चोट गंभीर होने पर डॉक्टर से संपर्क करें और विष रोधक दवा ले.