हिंदी दिवस भारत में प्रत्येक वर्ष 14 सितंबर को एक महत्वपूर्ण त्योहार के रूप में मनाया जाता है, हिंदी दिवस हिंदी भाषा का महत्त्वपूर्ण दिन है, यह दिन भाषा के महत्व को बताता है, हिंदी दिवस के दिन साहित्यकारों को सरकार के द्वारा सम्मानित किया जाता है.
हिंदी दिवस एक महत्वपूर्ण त्यौहार है, इस त्यौहार का मुख्य उद्देश्य समस्त भारतवर्ष में हिंदी भाषा के प्रचार-प्रसार और हिंदी साहित्य के प्रति लोगों को जागरूक करना होता है, यह त्यौहार मुख्य रूप से अलग-अलग संस्थानों के द्वारा मनाया जाता है. इस दिन बड़े पैमाने पर समारोह का आयोजन किया जाता है. और हिंदी भाषा के प्रति लोगों को जागरूक किया जाता है, हिंदी दिवस के दिन ही हिंदी भाषा के व्याख्याता साहित्यकार राजेंद्र सिंह का जन्म भी हुआ था, जो इसे और महत्वपूर्ण बनाता है.
हिंदी दिवस का उद्देश्य
वर्तमान समय में हिंदी दिवस के दिन अलग-अलग संस्थानों और संगठनों के द्वारा विभिन्न प्रकार के समारोह का आयोजन किया जाता है, जिसमें हिंदी साहित्य के अलग-अलग कृतियों को दर्शाया जाता है, हिंदी दिवस के शुभ अवसर पर सरकार के द्वारा हिंदी साहित्यकारों को सम्मानित भी किया जाता है, वर्तमान समय में इंटरनेट का उपयोग ज्यादा हो गया है, जिसके कारण हिंदी दिवस और भी बड़े पैमाने पर सरलता से मनाया जा सकता है, हिंदी दिवस को मनाने का मुख्य उद्देश्य हिंदी दिवस के प्रति लोगों को और जागरूक करना है, साथ ही युवा पीढ़ी को इसका महत्व समझा कर उन्हें प्रोत्साहित करना है.
सम्बंधित : – भारत के किस राज्य में कौन सी फसल उगाई जाती है?
हिंदी दिवस का इतिहास
देवनागरी लिपि में लिखी गई एक इंडो-आर्यन भाषा जिसे हिंदी के नाम से जाना जाता है. इसको 1949 में संविधान सभा द्वारा भारत की आधिकारिक भाषा की मान्यता प्राप्त हुई और यह घोषित किया गया कि यह भारतीय गणराज्य की 22 अधिकारी भाषाओं में से एक है.
पहली बार हिंदी दिवस भारत के पहले प्रधानमंत्री के नेतृत्व में सन 1949 में 14 सितंबर को मनाया गया था, तब से यह प्रत्येक वर्ष 14 दिसंबर को मनाया जा रहा है, और हिंदी साहित्य को मनाने के लिए देश भर में कई अन्य सांस्कृतिक उत्सव मनाए जाते हैं.
हिंदी दिवस का महत्व
हिंदी भाषा के प्रति सम्मान दिखाने के लिए देशभर में हिंदी दिवस का समारोह आयोजित किया जाता है, और साथ ही कई प्रकार के सांस्कृतिक उत्सव आयोजित किए जाते हैं. हिंदी दिवस के इस मुख्य अवसर पर, मंत्रालयों, विभागों, सार्वजनिक उपक्रमों, राष्ट्रीय बैंकों और नागरिकों को हिंदी भाषा में योगदान करने के लिए राजभाषा कीर्ति पुरस्कार और राजभाषा गौरव पुरस्कार जैसे पुरस्कारों से पुरस्कृत भी किया जाता है.
सम्बंधित : – क्या है प्लेसेस ऑफ वर्शिप अधिनियम 1991, जानें डिटेल में
हिंदी दिवस के दिन सार्वजनिक क्षेत्र की इकाइयों जैसे (पीएसयू), विभिन्न मंत्रालयों, विभागों, राष्ट्रीय बैंकों और व्यक्तियों को हिंदी दिवस के प्रति बढ़ावा देने के लिए राजभाषा कीर्ति पुरस्कार और राजभाषा गौरव पुरस्कार से पुरस्कृत किया जाता है.