आज हम आपको ESR Kya Hota Hai – ईएसआर टेस्ट क्या होता है? के बारे में बताने जा रहे हैं. कृपया पूर्ण जानकारी के लिए इस ब्लॉग को अवश्य पढ़ें. और अन्य जानकारी के लिए नव जगत के साथ बने रहे.
ईएसआर फुल फॉर्म – “एरिथ्रोसाइट सेडीमेटेंशन रेट” होता है. ईएसआर का प्रयोग शरीर में किसी भी बीमारी या संक्रमण की जांच करने के लिए किया जाता है, क्योंकि संक्रमण सूजन के पैदा होने का कारण होता है, क्योंकि सूजन किसी जगह पर चोट लगने या शरीर के अंदर संक्रमण फैलने से होता है. संक्रमण का पता लगाने के लिए ही ब्लड सैंपल लिया जाता है, ब्लड सैंपल लेने के बाद ट्यूब में लाल रक्त कोशिकाएं कितने समय में जमने लगती है, इस बात से यह पता लगाया जा सकता है कि. आपके शरीर में सूजन होने का कितना खतरा है.
ईएसआर के बढ़ने का कारण (esr badhane ke karan)
हम आपको बता दें कि बहुत से ऐसे कारण होते हैं, जो ईएसआर को बढ़ाने में सहायक होते हैं, उन सभी कारणों के नाम नीचे निम्न रूप में दिए गए हैं:-
थायरॉइड –
थायराइड के होने पर भी ईएसआर बढ़ जाता है, क्योंकि थायराइड एक ऐसी बीमारी है, जो संक्रमण के कारण होती है.
माहवारी और गर्भावस्था –
माहवारी और गर्भावस्था के दौरान महिला के खून में ईएसआर के वृद्धि का कारण बन जाती है.
अमीनिया –
हम आपको बता दें, कि अमीनिया होने के कारण भी ईएसआर बढ़ सकता है, क्योंकि अमीनिया एक ऐसी बीमारी है, जो संक्रमण के कारण होती है.
खून की कमी –
खून की कमी होने के कारण भी ईएसआर तेजी से बढ़ने लगता है, क्योंकि खून की कमी होने के कारण शरीर में अनेक प्रकार के संक्रमण फैलने लगते हैं.
चेहरे का संक्रमण –
चेहरे के संक्रमण से भी ईएसआर तेजी से बढ़ता है.
कोरोना वायरस –
ईएसआर बढ़ने का मुख्य कारण कोरोना वायरस भी है, क्योंकि करोना वायरस शरीर में कई प्रकार के संक्रमण उत्पन्न करता है, जिससे ईएसआर बढ़ जाता है.
ईएसआर घटने के संकेत (esr ghatne ke sanket)
ईएसआर घटने के कई संकेत होते हैं जिनमें से कुछ के बारे में नीचे निम्न रूप में बताया गया है:-
- पेट में दर्द होने लगता है.
- सिक्कल सेल एनिमिया हो जाता है.
- हड्डियों में संक्रमण होता है.
- लॉ प्लाज्मा प्रोटीन घट जाती है.
- टेम्पोरल आर्थेराइटिस बढ़ने लगता है.
- एलर्जी होने लगती है.
ईएसआर बढ़ने के संकेत (esr badhne ke sanket)
ईएसआर के कई संकेत होते हैं, जिनमें से कुछ के बारे में नीचे निम्न रूप में बताया गया है:-
- ईएसआर बढ़ने पर थायराइड जैसी समस्याएं उत्पन्न होने लगती हैं.
- ईएसआर बढ़ने पर किडनी से संबंधित बीमारी हो जाती है.
- ईएसआर के बढ़ने के कारण कोलोस्ट्रेल भी बढ़ जाता है.
- ईएसआर बढ़ने के कारण अमीनिया जैसी बीमारी उत्पन्न होने लगती है.
ईएसआर बढ़ने के लक्षण (esr badhne ke lakshan)
ईएसआर बढ़ने के कई लक्षण होते हैं, जिनमें से कुछ लक्षण के बारे में नीचे निम्न रूप में बताया गया है.
- सिर दर्द करना
- डायरिया जैसी समस्याएं उत्पन्न होना.
- बुखार आ जाना.
- जोड़ों में दर्द रहना.
- गर्दन में व कन्धों में दर्द रहना
- जकड़न महसूस होना
- मल में खून आना
- हड्डियों में संक्रमण होना
- शरीर में संक्रमण होना
- अचानक पेट में दर्द उत्पन्न होना
- सूजन का आना
- बेचैनी सी होना
- शरीर का तापमान बढ़ जाना
ईएसआर बढ़ने से बचने के घरेलू उपाय (esr badhne se bachne ke gharelu upay)
अगर आपका भी ईएसआर बढ़ गया है, तो आप अपनी दिनचर्या में बदलाव करके अपने ईएसआर रेट को बढ़ने से रोक सकते हैं, साथ ही आप ईएसआर को बढ़ने से रोकने के लिए कुछ घरेलू उपाय भी आजमा सकते हैं, जो इस प्रकार हैं :-
- सुबह उठकर योग एवं व्यायाम करें और अपनी जीवनशैली का इसे हिस्सा बना लें, क्योंकि योग कई तरह की बीमारियों को शरीर में बढ़ने से रोकता है.
- खानपान पर विशेष रूप से ध्यान दें, जंक फूड, बाहर का खाना, तेल, मिर्च और मसालेदार खाना आदि का सेवन ना करें, क्योंकि यह आपके शरीर में सूजन की समस्या को और बढ़ा सकता है
- अपने भोजन के रूप में फलों का सेवन करें या आप के लिए लाभदायक साबित होगा.
- फलों और सब्जियों के जूस बनाकर पिए और साथ ही हरी सब्जियों का सेवन करें.
- पर्याप्त मात्रा में नींद में कम से कम 1 दिन में 8 घंटे सोए.
- दिन में 4 से 5 लीटर पानी पिए.
ईएसआर को कम करने के घरेलू उपाय (esr ko kam karne ke liye gharelu upay)
ईएसआर को कम करने के लिए कई घरेलू उपाय होते हैं, जिनमें से कुछ के बारे में नीचे निम्न रूप में बताया गया है:-
- ईएसआर को ओमेगा थ्री फैटी एसिड से कण्ट्रोल किया जा सकता है. क्योंकि यह ऑलिव ऑइल सबसे अच्छा माना जाता है.
- ऐसे चीज का सेवन करें जो एंटीऑक्सीडेंट से भरपूर हो जैसे – अंगूर, एवोकैडो, टमाटर, गाजर, मिर्च, लहसुन, शकरकंद आदि.
- हल्दी दूध का सेवन करें क्योंकि हल्दी एंटीबायोटिक होती है, जो की रामबाण औषधि के रूप में काम करती है.
- नीम के पत्तों के जूस का सेवन करें क्योंकि यह शरीर से सभी प्रकार के संक्रमण को खत्म करता है, और साथ ही साथ खून को भी साफ करता है.
- मंजिष्ठा भी शरीर के संक्रमण को कम करने में सहायक होता है.
ईएसआर टेस्ट कराने की फीस
अलग-अलग शहर में अलग-अलग अस्पतालों और लैब के आधार पर ईएसआर टेस्ट की फीस होती है, ईएसआर के टेस्ट की फीस ज्यादा महंगी नहीं होती है, इसकी फीस 100 रुपए से 200 रुपए तक होती है.
डॉक्टर से कब सम्पर्क करें?
जब आपको ऐसी स्थिति हो जाए जो नीचे निम्नलिखित रुप में दी गई है, तो आप डॉक्टर को अवश्य दिखाएं. जो इस प्रकार है:-
- यदि आपके शरीर में सूजन आ रहा है और दर्द हो रहा है, तो अपने आसपास के अस्पताल में जाकर डॉक्टर को अवश्य दिखाएं.
- जब आप को बुखार आए और वह 5 से 6 दिनों तक लगातार आता रहे, तो जल्दी ही डॉक्टर को बताएं.
- अगर आप अपने शरीर में किसी भी तरह का बदलाव महसूस कर रहे हैं जिससे आपको कोई समस्या हो रही है तो ऐसे में भी डॉक्टर को बताना आवश्यक होता है.
आशा करते हैं कि यह ब्लॉग आपको ESR Kya Hota Hai – ईएसआर टेस्ट क्या होता है? की पूर्ण जानकारी प्रदान करने में समर्थ रहा. अन्य महत्वपूर्ण और रोचक जानकारी के लिए हमारे अन्य ब्लॉग को अवश्य पढ़ें.
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