आज हम आपको Depression Kya Hota Hai – डिप्रेशन (अवसाद) क्यों होता है? डिप्रेशन (अवसाद) के लक्षण, डिप्रेशन (अवसाद) के प्रकार के बारे में बताने जा रहे हैं. कृपया पूर्ण जानकारी के लिए इस ब्लॉग को अवश्य पढ़ें. और अन्य जानकारी के लिए नव जगत के साथ बने रहे.
डिप्रेशन (अवसाद) एक तरह का मानसिक रोग होता है. जो किसी भी नकारात्मक विचार के कारण हमारे दिमाग़ पर हावी हो जाता है, जिससे हमारी मानसिक स्थिति पर बुरा असर पड़ता है. और यही कारण है कि हमारा मस्तिष्क सही से काम करना बन्द कर देता है. और जब ऐसी स्थिति हो जाती है तो उसे डिप्रेशन कहा जाता है. डिप्रेशन को हिंदी में अवसाद के नाम से भी जाना जाता है, विभिन्न चिकित्सकों और वैज्ञानिकों के अनुसार यह एक नकारात्मक बीमारी है, जो हमारे सोचने और काम करने की क्षमता को प्रभावित करती है.
डिप्रेशन हमारे मस्तिष्क में सकारात्मक सोच को दूर करके नकारात्मक सोच को बढ़ाता है. और डिप्रेशन (अवसाद) बढ़ने के परिणाम स्वरूप हम अपनी सोचने समझने की क्षमता कम हो जाती है, जिससे हमारे शरीर पर बुरी तरह से प्रभाव पड़ता है. यह हमारे मस्तिष्क से संबंधित एक तरह की बीमारी होती है. जिंदगी में कभी ना कभी वह समय अवश्य आता है, जिसमें हम हताश और उदास हो जाते हैं, और असफलता व संघर्ष के कारण हमें दुख होता है, परंतु यह सामान्य बात है, कि उस दुख को लेकर हम बैठे रहें, और ये निराशा, हताशा, लाचारी आदि कुछ महीनों तक ऐसे ही चलती रहे. तो यह हमारे मानसिक स्वास्थ्य को पूर्ण रूप से प्रभावित कर सकती है. और यही डिप्रेशन (अवसाद) का रूप ले लेता है.
डिप्रेशन (अवसाद) में क्या होता है? (Depression Me Kya Hota Hai)
वर्ल्ड हेल्थ ऑर्गेनाइजेशन (WHO) के अनुसार समस्त विश्व में लगभग 20 करोड़ से ज्यादा लोग डिप्रेशन (अवसाद) जैसी बड़ी समस्या से पीड़ित है. भारत में भी यह समस्या ज्यादा है. और हम आपको बता दें कि यह हमारे देश के लिए एक बहुत बड़ी समस्या है. डिप्रेशन (अवसाद) एक ऐसी मानसिक बीमारी है, जो सामान्यतः किशोरावस्था या 30 से लेकर 40 साल की उम्र के लोगों में अधिक होती है, परंतु यह बोलना पूरी तरह से सही नहीं है. क्योंकि यह एक ऐसी बीमारी है, जो मनुष्य को किसी भी उम्र में हो सकती है. अगर हम पुरुष और महिला की तुलना करें, तो महिलाओं में डिप्रेशन (अवसाद) की समस्या अधिक होती है, जिस के कई कारण हो सकते हैं, जैसे मानसिक कारकों के अलावा हार्मोंस का असंतुलित होना, गर्भावस्था, अनुवांशिक विकृतियां आदि समस्याएं हो सकती हैं.
डिप्रेशन (अवसाद) कितने प्रकार के होते हैं? (Depression kitne prakar ka hota hai)
हम आपको बता दें कि डिप्रेशन (अवसाद) कई प्रकार के होते हैं, परंतु इसके प्रकार डिप्रेशन (अवसाद) के गंभीरता पर निर्भर करते हैं, कि आप को किस प्रकार का डिप्रेशन (अवसाद) है. कुछ लोगों में डिप्रेशन (अवसाद) बहुत कम होता है, और वही कुछ लोगों में बहुत ज्यादा होता है, जिन लोगों को डिप्रेशन (अवसाद) अधिक होता है अगर वह उसका इलाज नहीं कराते तो वह लगातार डिप्रेशन (अवसाद) के शिकार होते ही जाते हैं अब हम आपको बताने वाले हैं, कि डिप्रेशन (अवसाद) कितने प्रकार के होते हैं? डिप्रेशन (अवसाद) के नाम नीचे निम्नलिखित रुप में दिए गए हैं:-
डिप्रेशन (अवसाद) के प्रकार (Depression ke prakar)
1. मेजर डिप्रेशन
2. बाइपोलर डिसऑर्डर (Bipolar Disorder)
3. साइकोलॉजिकल डिसऑर्डर
4. पोस्ट ट्रामेटिक स्ट्रेस डिसऑर्डर (Post Traumatic Stress Disorder)
5. सिकोटिक डिप्रेशन (Psychotic Depression)
6. एटिपिकल डिप्रेशन (Atypical Depression)
डिप्रेशन (अवसाद) के लक्षण (Depression Ke Lakshan Hai)
हम आपको बता दें कि डिप्रेशन (अवसाद) के कई लक्षण होते हैं, और अगर यह लक्षण हमारे शरीर में लंबे समय तक रह गए तो हमें जल्द से जल्द मनोचिकित्सक से मिलकर इसका टेस्ट करवाना चाहिए, नहीं तो यह स्वास्थ्य के लिए बहुत खतरनाक साबित हो सकते हैं, तो अब हम आपको डिप्रेशिएशन के लक्षण के बारे में बताएंगे, जिनके नाम इस प्रकार हैं:-
- आत्मसम्मान की कमी
- बेवजह थकान महसूस होना
- उदास मन
- बेचैनी या एंग्जाइटी(Anxiety)
- चिड़चिड़ापन
- ऊर्जा के स्तर में गिरावट या सुस्ती
- निराशा महसूस होना
- सोचने और निर्णय लेने में कठिनाई
- ध्यान केंद्रित करने में कठिनाई
- कुशलता से काम करने में असमर्थता
- अपराध बोध और बेकार की बातों के बारे में सोचना
- सिर और शरीर में दर्द
- मांसपेशियों में दर्द
- दूसरों से अलग होना
- नींद में गड़बड़ी व नींद के चक्र में बदलाव।
- भूख में परिवर्तन
डिप्रेशन (अवसाद) के कारण (depression ke karan)
हम आपको बता दें कि डिप्रेशन (अवसाद) का कोई एक मुख्य कारण नहीं होता है, क्योंकि यह नहीं कहा जा सकता है, कि किसी को डिप्रेशन (अवसाद) कौन से कारण से हुआ है, किसी व्यक्ति को डिप्रेशन (अवसाद) होने का सबसे बड़ा कारण चिंता होती है, और भी कई ऐसे कारण होते हैं जिसके कारण व्यक्ति को डिप्रेशिएशन हो सकता है. चिकित्सकों व एक्सपर्ट्स का यह मानना है कि डिप्रेशन (अवसाद) के पीछे किसी कारण की कोई भूमिका नहीं होती. ये अलग-अलग कारणों से हो सकता है. उन्हीं में से कुछ कारणों के नाम नीचे निम्नलिखित रुप में दिए गए हैं, जो इस प्रकार है:-
- अस्वस्थ मनोदशा
- निद्रा की कमी
- संज्ञानात्मक
- नशा
- तनावपूर्ण घटनाएं
- आर्थिक समस्या
- पुरानी बीमारी
- मानसिक बीमारी का व्यक्तिगत इतिहास
डिप्रेशन (अवसाद) से छुटकारा पाने के उपाय (depression se chutkara pane ke upay)
यदि आप भी डिप्रेशन (अवसाद) जैसी गंभीर समस्या के शिकार है, तो आपको परेशान होने की आवश्यकता नहीं है, क्योंकि आप इस गंभीर समस्या से छुटकारा पा सकते हैं. इसके लिए आपको हौसला रखना होगा, जिससे आपको डिप्रेशन (अवसाद) जैसी बड़ी समस्या से बाहर निकलने में थोड़ी सहायता मिलेगी. साथ ही आपको इसके इलाज के लिए मनो विशेषज्ञ से भी राय लेनी होगी, मनो विशेषज्ञ के बताए अनुसार डिप्रेशन (अवसाद) जैसी बड़ी समस्या से छुटकारा पा सकते हैं, डिप्रेशन (अवसाद) से छुटकारा पाने के उपाय नीचे निम्नलिखित रुप में दिए गए हैं:-
1. व्यायाम –
जो व्यक्ति डिप्रेशन (अवसाद) जैसी बड़ी समस्या से पीड़ित हो उसे प्रतिदिन 30 मिनट व्यायाम अवश्य करना चाहिए. क्योंकि व्यायाम करने से शरीर में एंडोर्फिन्स नामक हार्मोन में वृद्धि होती है, जो मस्तिष्क को स्वस्थ रखने में सहायता करता है, साथ ही साथ मस्तिष्क में नकारात्मक विचारों को उत्पन्न नहीं होने देता है.
2. शराब और नशीले पदार्थ का सेवन –
कुछ लोग ऐसे होते हैं, जो डिप्रेशन (अवसाद) से राहत पाने के लिए शराब या नशीले पदार्थों का सेवन करते हैं पर हम आपको बता दें की शराब और नशीले पदार्थों का सेवन करने से डिप्रेशन (अवसाद) और चिंता और अधिक बढ़ जाती है, साथ ही इसकी आदत पड़ जाती है, जिसके कारण इसे आसानी से छोड़ा नहीं जा सकता और यह हमारे शरीर के लिए हानिकारक साबित हो जाता है, इसलिए शराब और नशीले पदार्थ का सेवन डिप्रेशन (अवसाद) से छुटकारा पाने के लिए नहीं करना चाहिए.
3. खुद का ख्याल
आप खुद का ख्याल रख कर भी डिप्रेशन (अवसाद) जैसी बड़ी समस्या से बड़े ही आसानी के साथ छुटकारा पा सकते हैं. इसके लिए आपको अच्छी नींद लेनी होगी और साथ ही उचित आहार का सेवन करना होगा, नकारात्मक लोगों से दूर रहना होगा, और आनंददायक गतिविधियों में हिस्सा लेना होगा, साथ ही आपको अपने आहार मे साबुत अनाज, फल, सब्जियाँ, प्रोटीन, अंडे आदि का सेवन करना होगा इससे आपको डिप्रेशन (अवसाद) जैसी समस्या से जल्द से जल्द राहत मिलेगी.
4. लाइट थेरेपी
हम आपको बता दें, कि सफेद रोशनी डिप्रेशन (अवसाद) से छुटकारा दिलाने में बहुत सहायता करती है, साथ ही यह मस्तिष्क को भी नियंत्रित कर सकती है. इस थेरेपी के उपयोग से मेजर डिप्रेसिव डिसॉर्डर का भी इलाज किया जाता है, इस थेरेपी के उपयोग से आप डिप्रेशन जैसी बड़ी समस्या से जल्द से जल्द राहत पा कर सकते हैं.
5. मनोचिकित्सक
अगर आप भी डिप्रेशन (अवसाद) जैसी बड़ी समस्या से पीड़ित है तो आप मनोचिकित्सक के साथ बात करके नकारात्मक भावनाओं से छुटकारा पाने के लिए कौशल सीख सकते हैं. साथ ही आप परिवार या समूह चिकित्सा सत्र से भी लाभ उठा सकते हैं.
आशा करते हैं कि यह ब्लॉग आपको Depression Kya Hai – डिप्रेशन क्या है? की पूर्ण जानकारी प्रदान करने में समर्थ रहा. अन्य महत्वपूर्ण और रोचक जानकारी के लिए हमारे अन्य ब्लॉग को अवश्य पढ़ें.
आपको यह जरूर पढ़ना चाहिए : –
कैंसर कितने प्रकार के होते हैं?
ट्यूमर रोग क्या होता है? ट्यूमर से कैसे बचें
सीटी स्कैन से क्या पता चलता है?
हाई ब्लड प्रेशर के लक्षण और उपचार
प्रेगनेंसी टेस्ट किट क्या है? प्रेगनेंसी टेस्ट करने के घरेलू उपाय