आज हम आपको चाँद धरती से कितना दूर है? Chand Dharti Se Kitna Dur Hai के बारे में बताने जा रहे हैं. कृपया पूर्ण जानकारी के लिए इस ब्लॉग को अवश्य पढ़ें. और अन्य जानकारी के लिए नव जगत के साथ बने रहे.
अंतरिक्ष शोधकर्ताओं के अनुसार चांद से पृथ्वी की दूरी 384,403 किलोमीटर (238,857 मील) है. साथ ही हम आपको बता दें, कि चाँद और धरती के बीच की दूरी हमेशा एक समान नहीं रहती है, क्योंकि चंद्रमा पृथ्वी के चारों ओर चक्कर लगाता है इसलिए इन दोनों की दूरी बदलती रहती है, जिससे दिन और रात होते हैं, चंद्रमा हमेशा गति में रहता है, जिसके कारण पृथ्वी से इसकी दूरी कभी कम तो कभी ज्यादा होती रहती है. चांद सौरमंडल के पांचवें सबसे बड़े प्राकृतिक उपग्रह में गिना जाता है. और यह पृथ्वी का एकमात्र प्राकृतिक उपग्रह है.
चाँद से धरती की दुरी | 384803 किमी |
प्रक्रमण समय | 27.321661 दिन |
औसत परिक्रमण गति | 1.022 किमी/सेकंड |
झुकाव | 5.145° क्रांतिवृत्त से (पृथ्वी की भूमध्य रेखा से 18.29° व 28.58° के बीच) |
पृथ्वी से चांद तक पहुंचने में कितना समय लगता है? Prithvi Se Chand Tak pahunchne Mein Kitna Samay Lagta Hai
पृथ्वी से चांद तक पहुंचने का समय इस बात पर निर्भर करता है कि आप किस विमान से पृथ्वी से चांद तक की दूरी तय कर रहे हैं, पृथ्वी से चंद्रमा पर भेजे गए सभी विमानों में से ESA स्मार्ट-1 विमान सबसे ज्यादा समय में जाने वाला विमान है जो कि चंद्रमा पर पहुंचने में लगभग 1 साल, 1 महीने और 2 सप्ताह लगाया था, परंतु अब तो आजकल ऐसे बहुत से विमान और सेटेलाइट्स है जो कुछ ही घंटों में पृथ्वी से चांद तक की दूरी को तय कर लेते हैं. जैसे कि न्यू होरिजन विमान यह विमान नासा द्वारा चांद में भेजा गया था जो कि लगभग 8 घंटे और 35 मिनट में पृथ्वी से चांद तक का सफर तय किया था, साथ ही यह एक ऐसा विमान बन गया जिसने पृथ्वी से चांद तक की दूरी को सबसे कम समय में तय किया.
चांद को पृथ्वी का एक चक्कर लगाने में कितना समय लगता है? Chand Ko Prithvi Ka Ek Chakkar Lagane Mein Kitna Samay lagta hai
हम आपको बता दें कि चांद को पृथ्वी का एक पूरा चक्कर लगाने में लगभग 27 दिन 7 घंटे 43 मिनट 11.5 सेकंड का समय लगता है. साथ ही चांद अपने अक्षीय दूरी पर भी चक्कर लगाता है, जिसमें चाँद को अपने अक्षीय धुरी एक चक्कर लगाने मे 29 दिन 12 घंटे 44 मिनट 2.9 सेकंड का समय लगता है.
चाँद पर जाने वाले वैज्ञानिकों के नाम – Chand Par Jane Wale Vaigyaniko Ke Naam
हम आपको बता दें कि चांद पर अभी तक लगभग 12 लोग जा चुके हैं. जिनके नाम नीचे निम्न रूप में दिए गए हैं
- नील आर्मस्ट्रांग
- बज एल्ड्रिन
- पीट कॉनराड
- एलन बीन
- एलन शेपर्ड
- एडगर मिशेल
- डेविड स्कॉट
- जेम्स इरविन
- जॉन यंग
- चार्ल्स ड्यूक
- यूजीन सेरनन
- हैरिसन श्मिट
साथ ही हम आपको यह बता दे, कि अभी तक चांद से सिर्फ 8 लोग ही वापस आए हैं.
चाँद पर पहला कदम किसने रखा था? Chand Par Pehla Kadam Kisne Rakha Tha
हम आपको बता दें कि चांद पर पहला कदम रखने वाले व्यक्ति वैज्ञानिक नील आर्मस्ट्रांग है, इन्होंने चांद पर अपना पहला कदम 21 जुलाई सन 1969 में रखा था, नील आर्मस्ट्रांग को चांद पर नासा के अपोलो मिशन के द्वारा भेजा गया था. नील आर्मस्ट्रांग के बाद अब 11 लोग चांद पर जा चुके हैं.
चंद्रमा की खोज किसने की ? Chandrama Ki Khoj Kisne Ki
चंद्रमा को लूना नाम से भी जाना जाता है, यह पृथ्वी का एकमात्र प्राकृतिक उपग्रह है, इस प्राकृतिक उपग्रह का निर्माण सौर मंडल के गठन के लगभग 30 – 50 मिलियन वर्षों के बाद 4.6 बिलियन साल पहले हुआ था, चंद्रमा पृथ्वी के ही समतुल्य परिक्रमण गति करता है, जिसका अर्थ यह है कि एक ही पक्ष हमेशा पृथ्वी का सामना कर रहा है.
चंद्रमा से पृथ्वी कैसी दिखती है? – Chandrama Se Prithvi Kaisi Dikhti Hai
आपको बता दें कि यदि आप चंद्रमा से पृथ्वी को देखेंगे तो पृथ्वी आपको एक बड़े नीले रंग की फुटबॉल जैसी दिखेगी, क्योंकि पृथ्वी का आकार गोल है, और पृथ्वी में अत्यधिक पानी होने के कारण यह नीले रंग की दिखाई देती है.
पृथ्वी पर ज्वार-भाटे के निर्माण के कारण – Prithvi Par Jwar Bhata Ke Nirman Ke Karan
हम आपको बता दें कि पृथ्वी में दो उभार होते हैं जो गुरुत्व खिंचाव के कारण चंद्रमा को उजाड़ते हैं, जैसे एक चंद्र के पास है, और दूसरा विपरीत दिशा में जो चंद्रमा से दूर है, जिस कारण पृथ्वी के साथ सागर भी चारों ओर घूमते हैं, यही कारण है, कि दुनिया भर में बड़े और छोटे ज्वार भाटा आते हैं.
चंद्रमा की कितनी कलाएं होती हैं? – Chandrama Ki Kitni Kalaye Hoti Hai
हम आपको बता दें कि चंद्रमा की मुख्य रूप से 9 कलाएं होती हैं जिनके नाम नीचे निम्न रूप में दिए गए है:-
- अमावस्या
- वर्धमान बढ़ता चांद
- अर्ध चंद्र
- कुबड़ा बढ़ता चांद
- पूर्णिमा
- कुबड़ा घटता चांद
- अर्ध चंद्र
- वर्धमान घटता चांद
- अमावस्या
चाँद पर इंसान का वजन Chand Par Insan Ka Vajan
हम आपको बता दें, कि वैज्ञानिक अध्ययन के अनुसार यह सिद्ध हो चुका है कि चंद्रमा की गुरुत्वाकर्षण शक्ति पृथ्वी के गुरुत्वाकर्षण शक्ति से कम होता है. और यही कारण है कि चांद पर किसी भी व्यक्ति का भजन 16.5 फ़ीसदी कम हो जाता है.
चाँद के ऊपर क्या है? – Chand Ke Upar Kya Hai
जैसा कि आप सभी जानते हैं कि हमें वर्षों से यही बताया जा रहा है कि चांद के ऊपरी सतह पर हल्का वायुमंडल उपस्थित है, साथ ही वैज्ञानिकों के अनुसार यह बताया गया है, कि चांद पर पानी का अंश ठोस रूप में पाया जाता है, हालांकि वैज्ञानिकों के अनुसार यह भी बताया गया है, चांद एक ऐसा उपग्रह है, जिसमें फल का वायुमंडल पाया जाता है परंतु वहां पर कुछ ऐसे भी उपग्रह मौजूद है जिनमें थोड़ा सा भी वायुमंडल नहीं पाया जाता है.
चंद्रमा का आकार क्या है? – Chandrama Ka Aakar Kya Hai
हम आपको बता दें कि चंद्रमा का आकार एक क्रिकेट की बॉल की तरह गोल है, और चंद्रमा खुद के प्रकाश से प्रकाशित नहीं होता बल्कि यह सूर्य के प्रकाश से प्रकाशित होता है, चंद्रमा का वह भाग जो सूर्य के सामने होता है, वह चमकता हुआ दिखाई देता है, और बाकी भाग जो अंधेरे में होता है वह चमकता हुआ नहीं दिखाई देता है, और यही कारण है कि चंद्रमा का आकार घटता और बढ़ता रहता है.
सूर्य से चंद्रमा की दूरी कितनी है? Surya Se Chand Ki Duri Kitni Hai
हम आपको बता दें कि सूर्य से चंद्रमा की दूरी लगभग 150 मिलियन किलोमीटर है, और अगर हम आसान भाषा में कहें तो चंद्रमा सूर्य से 93 मिलीयन मिल दूर है, सूर्य से चांद की यह दूरी इतनी बड़ी है कि सूर्य का प्रकाश चांद तक पहुंचने में लगभग 8 मिनट का समय लगता है. और हम आपकी जानकारी के लिए बता दें कि ये प्रकाश प्रति सेकंड 300,000 kilometer की गति से चलता है.
चांद का तापमान कितना है? Chand Ka Tapman Kitna Hai
वैज्ञानिकों द्वारा ऐसा सिद्ध किया गया है, कि चांद की अलग-अलग सतह पर अलग-अलग तापमान पाया जाता है. क्योंकि चांद पर दिन और रात के तापमान में बड़ा अंतर होता है, अगर हम चांद पर दिन के तापमान की बात करें, तो चांद पर दिन का तापमान लगभग 127 डिग्री सेल्सियस तक होता है, और वही अगर हम चांद पर रात की बात करें, तो रात में चांद का तापमान शून्य से 183 डिग्री सेल्सियस तक हो जाता है.
- चांद का पहली बार नक्शा किसने बनाया था? – Chand Ka Pahli Bar Naksha Kisne Banaya Tha
हम आपको बता दें कि चांद का पहली बार नक्शा ब्रिटिश खगोल वैज्ञानिक थॉमस हैरियट द्वारा बनाया गया था.
- भारत चांद में कब पहुंचा? – Bharat Chand Mein Kab Pahuncha
हम आपको बता दें कि चांद पर जाने वाले पहले भारतीय व्यक्ति वैज्ञानिक राकेश शर्मा जी हैं, इन्होंने चांद पर पहली बार कदम 3 अप्रैल 1984 में रखा था.
- चांद पर जाने वाली पहली भारतीय महिला कौन थी? – Chand Par Jane Wali Pahli Bhartiya Mahila Kaun Thi
हम आपको बता दें कि चांद पर जाने वाली पहली भारतीय महिला कल्पना चावला थी, जिन्होंने चांद पर 5 सितंबर 1997 को अपना पहला कदम रखा था. पर हम आपको बता दें, कि कल्पना चावला जब चांद से वापस पृथ्वी में लौट रही थी, तब अंतरिक्ष यान में ही कल्पना चावला सहित उनके छह साथियों की मृत्यु हो गई थी.
- चांद में सबसे बड़ा पर्वत कौन सा है? – Chand Mein Sabse Bada Parvat Kaun Sa Hai
हम आपको बता दें कि चांद का सबसे बड़ा पर्वत हाइजन है, जिसकी लंबाई लगभग 4700 मीटर है.
- क्या चांद पर पानी उपलब्ध है? – Kya Chand Mein Pani Uplabdh Hai
हम आपको बता दें कि चंद्रमा का वह भाग जिस पर तापमान – 180 डिग्री सेल्सियस रहता है वहां बर्फ के रूप में पानी का अंश पाया जाता है.
चांद के बारे में रोचक जानकारी
चांद के बारे में कई महत्वपूर्ण रोचक जानकारियां हैं, जो नीचे निम्नलिखित रुप में दी गई है:-
- चांद पर गुरुत्वाकर्षण बल कम होने के कारण चांद पर किसी भी वस्तु का वजन कम हो जाता है, और यही कारण है कि वहां पर गए एस्ट्रोनॉट हवा में उछल कूद करके चलते हैं.
- चांद पर 1 किलोमीटर से ज्यादा बड़े और 10 किलोमीटर से ज्यादा गहरे गड्ढे मौजूद है.
- चांद पर सबसे ऊंचा पहाड़ मोनस हयूजन है. इसकी ऊंचाई 18046 फीट है.
- चंद्रमा का भार 342 गुना 1022 kg है.
- चंद्रमा का अधिकतम तापमान 127 डिग्री है, और न्यूनतम तापमान -193 डिग्री है.
- चंद्रमा पृथ्वी का एक चक्कर पूरा करने में 3 दिनों का समय लेता है.
- चांद पृथ्वी से एक नीले रंग की फुटबॉल की तरह दिखाई देता है.
- पृथ्वी चांद से लगभग 4 गुना बड़ी है.
- चांद का जन्म लगभग 5 खरब अरब साल से पहले का माना जाता है.
- चंद्रमा सौरमंडल का पांचवा सबसे बड़ा प्राकृतिक उपग्रह है.
- चंद्रमा का प्रकाश को पृथ्वी तक पहुंचने में लगभग 3 सेकंड का समय लगता है.
- पृथ्वी से चांद पर हमें जो दाग दिखाई देता है, वह चंद्रमा में उपस्थित पहाड़ होते हैं.
- चांद की अपनी कोई रोशनी नहीं होती, बल्कि वह दिन के समय सूर्य से रोशनी observe करता है. और रात के समय उसी रोशनी को रिलीज करता है, जिसकी वजह से चांद चमकता हुआ दिखाई देता है.
- चांद देखने में गोल नजर आता है परंतु इसका आकर असल में अंडाकार है.
- आज तक चंद्रमा में मात्र 12 लोग गए हैं.
- चंद्रमा का क्षेत्रफल लगभग अफ्रीका के क्षेत्रफल के बराबर है.
- चांद पर पानी की खोज भारत के द्वारा की गई है.
- चांद पर करीब 181400 किलोग्राम मानव निर्मित कूड़ा करकट पड़ा हुआ है.
- पूरा चांद, आधे चांद से लगभग 9 गुना ज्यादा चमक चमकदार होता है.
FAQ
1- चांद हमारी धरती से कितना दूर है? और चांद से धरती कैसी दिखाई देती है?
ANS – चांद हमारी धरती से लगभग 384,403 किलोमीटर दूर है, और चांद से धरती नीले रंग की बॉल की तरह दिखाई देती है.
2 – चांद क्या पृथ्वी के चक्कर लगाता है?
ANS – हां, चांद पृथ्वी के चक्कर लगाता है.
3 – चांद को धरती का पूरा चक्कर लगाने में कितना समय लगता है ?
ANS – चांद को धरती का पूरा चक्कर लगाने में लगभग 32 दिन का समय लगता है.
4 – किसी भी रॉकेट या अंतरिक्ष यान को पृथ्वी से चांद तक पहुंचने में कितना समय लगता है?
ANS – अंतरिक्ष यान या रॉकेट को पृथ्वी से चंद्रमा तक की दूरी तय करने में लगभग 3 दिनों का समय लगता है.
5 – चंद्रग्रहण क्या है? और चंद्र ग्रहण क्यों लगता है?
ANS – जैसा कि आप सभी जानते ही होंगे कि पृथ्वी, चांद और सूर्य लगातार अपने अक्ष के साथ-साथ एक दूसरे के चक्कर लगाते रहते हैं. ऐसे में जब सूर्य और चन्द्रमा के बीच में पृथ्वी आ जाती है, तो सूर्य की रौशनी पृथ्वी चन्द्रमा तक पहुंचने से रोक देता है, जिसे खगोलीय घटनाक्रम में चंद्रग्रहण कहते हैं.
6 – चांद का कुल वजन कितना है?
ANS – वैज्ञानिकों के अनुसार चंद्रमा का वजन लगभग 81 अरब टन तक हो सकता है.
7 – चंद्रमा पर क्या पानी है? और चंद्रमा पर पानी की खोज किस देश ने की है?
ANS – चांद पर पानी पाया गया है, और इसकी खोज हाल ही में भारत द्वारा की गई है.
8 – क्या चंद्रमा और पृथ्वी या अन्य किसी खगोलीय पिंड की दूरी को मापा जा सकता है?
ANS – हां चंद्रमा और पृथ्वी या अन्य किसी खगोलीय पिंड की दूरी को मापा जा सकता है, और इस दूरी को रेडार यंत्र की सहायता से मापा जाता है.
9 – क्या चाँद अपने अक्ष पर घूमता है?
ANS – हाँ, चाँद अपने अक्ष पर घूमता है, और साथ ही पृथ्वी के चक्कर लगाता है.
10 – एक बार में चंद्रमा के कुल कितने प्रतिशत भाग पर रोशनी पड़ती है?
ANS – एक बार में चंद्रमा के कुल 59 प्रतिशत भाग पर सूर्य की रोशनी बढ़ती है, और बाकी शेष भाग पर हमेशा अंधेरा रहता है.
आशा करते हैं कि यह ब्लॉग आपको चाँद धरती से कितना दूर है? Chand Dharti Se Kitna Dur Hai की पूर्ण जानकारी प्रदान करने में समर्थ रहा. अन्य महत्वपूर्ण और रोचक जानकारी के लिए हमारे अन्य ब्लॉग को अवश्य पढ़ें.
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