भारत एक ऐसा देश है जहां इतनी विशाल जनसंख्या होने के बावजूद हर दिन देश प्रगति के नए आयाम लिख रहा है. देश हर क्षेत्र में प्रगति कर रहा है. शायद भारत के लिए ये सब कर पाना थोड़ा मुश्किल होता अगर उसके पास ऐसे दोस्त ना होते जो हर परिस्थितियों में उसके साथ खड़े होते हैं. लेकिन कहते हैं ना जहां दोस्त होते हैं वहां दुश्मनों की भी कमी नहीं होती. आज हम अपने इस लेख में भारत के कुछ ऐसे घनिष्ठ मित्र देश के बारे में बताएंगे जो भारत का हमेशा से साथ देते आए हैं. और कुछ ऐसे शत्रु देश के बारे में जो भारत देश को हर मामले में पीछे करना चाहते हैं.
भारत एक ऐसा देश है जो अपनी विदेश नीतियों के कारण आज उसके कई देशों के साथ घनिष्ठ दोस्ती है. और इनमें से कुछ देश ऐसे हैं अगर वो न होते तो आज भारत शायद इतनी मजबूती से आगे नहीं बढ़ पाता. चाहे भारत पाक युद्ध हो या चीन युद्ध हो या फिर संयुक्त राष्ट्र में कश्मीर विवाद हो. इन देशों ने कई परिस्थिति में भारत की हर संभव मदद की है. आज हम आपको बताएंगे वो 5 देश कौन से हैं जो भविष्य में भी भारत के साथ डट कर खड़े रहेंगे.
जापान
भारत के सबसे करीबी दोस्तों में जापान का नाम सबसे पहले आता है. जापान और भारत की दोस्ती लंबे वक्त से चली आ रही है. अगर युद्ध की बात करें तो आज भी भारत चीन युद्ध में जापान चीन के खिलाफ दक्षिणी चीन सागर में फैले हुए चीनी वर्चस्व के खिलाफ भारत का साथ देता है. जापान आज से नहीं बल्कि आजादी के पहले से भारत का साथ देते आया है. और भारत भी समय समय पर जापान का हर संभव मदद करते आया है. जब साल 2011 में जापान में सुनामी आई थी तो भारत की NDRF टीम पहली बार विदेशी मिशन पर गई थी. जिसमें उनका काम था लापता लोगों की तलाश करना और उन्हें मदद पहुंचाना . इसलिए जापान भी समझता है कि भारत भी हर मुश्किल में उसके साथ है. क्योंकि दोस्ती दोनों तरफ से बराबर निभाने से निभाती है
रूस
भारत के अच्छे दोस्तों की लिस्ट में रूस का भी अहम रोल रहा है. रूस ने हमेशा भारत की मदद कर के भारत का विश्वास जीता है. जब जब भारत मुसीबत में रहा रूस ने उसकी बहुत मदद की. जब कुछ देश अपने WETO पावर का इस्तेमाल कर कश्मीर को पाकिस्तान का हिस्सा बनाना चाहते थें तब रूस ने भारत के पक्ष में आकर बात की और आज उसी का नतीजा है कि कश्मीर भारत के हिस्से में है. भारत पाकिस्तान युद्ध में भी रूस ने भारत को हथियार और टैंक देकर भारत को और मजबूत बनाया था. और भारत भी रूस का हमेशा से समर्थन करते आया है. और जब भी भारत मुसीबत में होगा रूस उसकी मदद करने के लिए हमेशा आगे रहेगा.
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इजराइल
इजराइल को भारत का सबसे अच्छा मित्र कहना गलत नहीं होगा. नेहरू के समय से भारत और इजराइल की दोस्ती चलती आ रही है. आज भी भारत और इजराइल की दोस्ती उतनी ही मजबूत है जितनी तब थी.
भूटान
भारत भूटान की दोस्ती भी काफी पुरानी है. हर समय भूटान भारत की मदद करते आया है और भारत भी उसकी मदद से कभी भी पीछे नहीं हटा है. नेहरू के इस बयान से आप पता लगा सकते हैं कि भारत और भूटान की दोस्ती कितनी पुरानी है. पंडित जवाहरलाल नेहरू ने एक सम्मेलन में कहा था कि “अगर कोई देश भूटान पर हमला करेगा तो उसे भारत पर हमला माना जायेगा और भारत उसका मुंहतोड़ जवाब देगा”.
नेपाल
नेपाल और भारत का रिश्ता दो सगे भाइयों जैसा है. भारत और नेपाल के धार्मिक और सांस्कृतिक रिश्ते को पूरी ईमानदारी के साथ निभाया जाता है. आपको बता दें नेपाल के गोरखा लोग भारतीय सेना का हिस्सा होते हैं. इससे अंदाजा लगाया जा सकता है की भारत और नेपाल किसी तरह से एक दूसरे से अलग नहीं है.
अब बात करते हैं उन दुश्मन देशों की जो भारत के विकास के रास्ते में हर संभव रुकावट पैदा करता है और चाहते हैं. और उसे नुकसान पहुंचाने के फिराक में लगे रहते हैं.
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चीन
कहा जाता है एक पड़ोसी ही दूसरे पड़ोसी के काम आता है, लेकिन चीन और भारत के रिश्ते ऐसे नहीं हैं वैसे तो चीन भारत का पड़ोसी देश है लेकिन दोनों के बीच हमेशा मतभेद रहते हैं. चीन चाहता है भारत हमेशा अपने पड़ोसी देशों के मतभेद में उलझा रहे और कभी विकास न कर पाए. चीन की दुश्मनी का अंदाजा इससे लगाया जा सकता है कि चीन ने भारत के पड़ोसी मुल्क और दुश्मन देश पाकिस्तान को हथियार और न्यूक्लीयर जैसी पावर देकर भारत के खिलाफ तैयार किया है. कश्मीर मुद्दे पर भी चीन हमेशा से पाकिस्तान का ही साथ देता आया है. चीन की कोशिश यही रहती है कि भारत के खिलाफ सारे देशों कर दिया जाए.
पाकिस्तान
भारत और पाकिस्तान की दुश्मनी तो किसी से छुपी नहीं है. भारत और पाकिस्तान के बीच कई युद्ध हुए. तो वहीं पाकिस्तान भारत को कमजोर करने के लिए आतंकवाद का सहारा हमेशा से लेते आया है. और हमेशा से कश्मीर को भारत से छीनने की कोशिश में लगा रहता है.
मलेशिया
मलेशिया दक्षिण पूर्व एशिया का एक विकासशील देश है. मलेशिया डेवलपमेंट को बहुत बढ़ावा देता है. लेकिन अब यहां धार्मिक कट्टरता देखी जाने लगी है. किसके कारण अब ये देश पाकिस्तान का खुलकर समर्थन करते नजर आ रहा है. भारत ने कई व्यापारिक मामलों में मलेशिया का समर्थन किया अब वही मलेशिया भारत की पीठ में खंजर घोंपने लगा है.
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तुर्की
तुर्की अपने आप को इस्लामिक देशों का कर्ता धरता समझने लगा है. तभी तो आज उसे पाकिस्तान अपना भाई और भारत दुश्मन नजर आने लगा है. ऐसे कई मौके आए जब तुर्की ने भारत के खिलाफ और पाकिस्तान के पक्ष में वोटिंग की हो, लेकिन भारत ने कभी इन बातों को गंभीरता से नहीं लिया. जब भारत ने कश्मीर से धारा 370 हटाया तब तुर्की ने भी जमकर भारत का विरोध किया था. अब देखना होगा कि भारत किस तरह तुर्की को अपने कंट्रोल में करता है.
भारत एक पावरफुल देश के रूप में उभरकर सामने आ रहा है. और इसके पीछे वजह है भारत सरकार की विदेश नीति. और अब दुनिया के कई ताकतवर देश भारत से हाथ मिलाने के लिए आगे आने लगे हैं. और दुश्मन देश जलने लगे हैं.