शेयर मार्केट में Trading करना और Trading करके पैसे कमाना आज के समय में आम बात हो चुकी है, बता दे प्लेस्टोर में कई ऐसे Trading App हैं जिससे उपयोगकर्ता बड़े ही सरलता के साथ Trading कर सकते हैं, और पैसे अर्न कर सकते हैं. ऐसे में यदि आप शेयर मार्केट के बारे में कुछ विशेष नहीं जानते हैं, तो आज के इस ब्लॉग में हम आपको बताएंगे कि आप ट्रेडिंग करके पैसे कैसे कमा सकते हैं, और ट्रेडिंग कितने प्रकार की होती है, तो चलिए जानते हैं:-
ट्रेडिंग(Trading) क्या है?
आमतौर पर ट्रेडिंग का अर्थ क्रय और विक्रय से हैं, जब किसी चीज को खरीदते हैं और उसमें अपना फायदा या नुकसान देख कर बेच देते हैं, तो यह प्रक्रिया ट्रेडिंग कहलाती है. उदाहरण के लिए हम अपने आसपास बहुत सी चीजों को देखते हैं जो किसी ना किसी के द्वारा खरीदी बेची जाती है, तो वह सभी लोग जो इस प्रक्रिया को करते हैं. तो वह ट्रेडर कहलाते हैं.
ठीक उसी प्रकार जब आप ऑनलाइन स्टॉक मार्केट में शेयरों की खरीदारी और बेचते हैं तब आप शेयर मार्केट में एक ट्रेडर कहलाते हैं, और आपके द्वारा की गई क्रिया जिसमें आप शेयर को खरीदते हैं और बेचते हैं ट्रेडिंग कहलाती है.
(अथवा)
“शेयर मार्केट में दो तरीकों से पैसा लगाया जा सकता है, पहला निवेश और दूसरा ट्रेडिंग. सेम डे या शार्ट टर्म के लिए किसी शेयर के क्रय-विक्रय की प्रक्रिया ट्रेडिंग कहलाती है.”
ट्रेडिंग कितने प्रकार की होती है?
शेयर मार्केट में ट्रेडिंग चार प्रकार की होती है जिनके नाम नीचे निम्नलिखित रुप में बताए गए हैं:-
- इंट्रा-डे ट्रेडिंग ( Intraday Trading )
- स्विंग ट्रेडिंग या शार्ट टर्म ट्रेडिंग (Swing Trading or Short Term Trading )
- स्कैल्पर ट्रेडिंग ( Scalper Trading)
- पोज़िशनल ट्रेडिंग ( Positional Trading )
इंट्रा-डे ट्रेडिंग ( Intraday Trading )
Intraday Trading एक ऐसा प्लेटफार्म है जिसमें से हर एक ही दिन में खरीद कर बेच दिया जाता है यथार्थ वह traders जो Market (9:15 am) के खुलने के बाद शेयर खरीद लेते हैं और मार्केट बंद (3:30 pm) होने से पहले शेयर को बेच देते है. ऐसे ट्रेड प्लेटफार्म को इंट्रा-डे ट्रेडर्स कहा जाता है. बता दें कि इस ट्रेडिंग प्लेटफॉर्म को डे-ट्रेडिंग, MIS (Margin Intra day Square off) आदि के नाम से भी जाना जाता है.
स्विंग ट्रेडिंग या शार्ट टर्म ट्रेडिंग (Swing Trading or Short Term Trading )
स्विंग ट्रेडिंग या शार्ट टर्म ट्रेडिंग (Swing Trading or Short Term Trading ) उस ट्रेडिंग को कहते हैं जो कुछ दिनों के लिए शेयर को खरीदते हैं और बेच देते हैं. यथार्थ वह traders जो एक दो हफ़्ते के लिए शेयर को खरीदने के बाद बेच देते हैं. इस ट्रेडिंग में ट्रेडर को पूरे दिन ग्राफ को नहीं देखना पड़ता है.
स्कैल्पर ट्रेडिंग ( Scalper Trading)
स्कैल्पर ट्रेडिंग ( Scalper Trading) उस ट्रेडिंग को कहते हैं जो कुछ ही सेकंड ओ या फिर मिनटों के लिए की जाती है. यथार्थ वह traders जो केवल कुछ सेकंड या मिनट के लिए शेयर की खरीद और बिक्री करते हैं. ऐसे ट्रेडर्स को स्कैल्पर ट्रेडिंग ( Scalper Trading) कहते हैं, बता दे कि सभी ट्रेडिंग में से scalping trading सबसे ज्यादा रिस्की होती है.
पोज़िशनल ट्रेडिंग ( Positional Trading )
पोज़िशनल ट्रेडिंग ( Positional Trading ) उस ट्रेडिंग को कहते हैं जो कुछ महीनों या साल भर के लिए की जाती है. यह मार्केट का long term movement को कैप्चर करने के लिए किया जाता है. ताकि एक अच्छा मुनाफा हो सके. यह बाकी सभी trading से कम रिस्की होता है.
Trading करने वाले App के नाम
- Kite by Zerodha Trading App
- Upstox Trading App
- HDFC Securities Mobile Trading App
- 5paisa Trading App
- Angel Broking App
- Sharekhan Share Market App
- Kotak Stock Trader App
- MO Trader – Motilal Oswal Trader App
- Groww – Trading App
- Fyers Markets – Trading App
Trading से पैसे कैसे कमाए?
आज के आधुनिक समय में कई कंपनियां, एप्प और वेबसाइट के माध्यम से डिमैट अकाउंट व ट्रेडिंग अकाउंट बनाया जाता है, जैसे Angelone, Upstox, Samaco, Motilal Oswal, Kavy Online Etc.
अकाउंट ओपन करने के पश्चात आप ट्रे़डर (ब्रोकर) से मदद प्राप्त कर सकते हैं, हमने आपको ऊपर बताया भी है कि आप किस कंपनी से शेयर खरीद के और कितना फायदा कमा सकते हैं और उसे कैसे बेच सकते हैं. हालांकि यदि आपके पास शेयर मार्केट में ट्रेडिंग करने की जानकारी है तो आप यह स्वयंसेवी कर सकते हैं.
ट्रेडिंग का अर्थ ही होता है कि सही समय पर स्टॉक का चयन करना और उनके शेयर को खरिदना, इसके साथ ही उन खरिदे हुए शेयर को सही समय पर बेचना अत: ट्रेडिंग का पुरा खेल सही समय पर सही स्टॉक के शेयर को खरिदना व बेचना है. और इसी प्रक्रिया से आप पैसे कमा सकते हैं.