भारतीय नौसेना के लिए एक ऐसा फाइटर जेट तैयार किया जा रहा है, जिसके भारतीय नौसेना में शामिल हो जाने के बाद एयरक्राफ्ट करियर की ताकत कई गुना ज्यादा बढ़ जाएगी. इस फाइटर जेट के माध्यम से निगरानी, जासूसी और घातक हमला करना आसान हो जाएगा. इस फाइटर जेट को HAL यानी हिंदुस्तान एयरोनॉटिक्स लिमिटेड बनाएगा. फिलहाल इसका नाम बहुत बड़ा है. लेकिन बनने के बाद इसे कोई बेहतरीन नाम दिया जाएगा.
फिलहाल अभी इस फाइटर जेट का नाम ट्विन इंजन डेक बेस्ड फाइटर जेट है. यह मल्टीरोल कॉम्बैट फाइटर जेट होगा. इस फाइटर जेट की डिजाइन एयरोनॉटिकल डेवलपमेंट एजेंसी (ADA) ने निर्धारित की है और इसका निर्माण होने के बाद इसे आईएनएस विक्रमादित्य पर तैनात किया जाएगा.
इस फाइटर जेट को बनाने की घोषणा 2020 में की गई थी. और ऐसी उम्मीद लगाई जा रही है कि इसकी पहली उड़ान 2026 तक में भरी जाएगी इसके बाद वर्ष 2021 में इसे भारतीय नौसेना में शामिल कर दिया जाएगा. इसे शॉर्ट टेक ऑफ बैरियर अरेस्टेड रिकवरी (STOBAR) तकनीक पर काम करेगा. यथार्थ इसके पीछे निचले हिस्से में एक मजबूत हुक लगा हुआ होगा जो विमानवाहक पोत पर तार में फंसेगा और उससे फाइटर जेट रुकेगा.
फाइटर जेट का आकार और वजन
खास बात यह है कि इस फाइटर जेट को एक ही पायलट उड़ आएगा. इस फाइटर जेट की लंबाई 53.6 फीट होगी. वही, विंगस्पैन 36.9 फीट होगी. परंतु जब विंग्स को फोल्ड कर दिया जाएगा तब विंगस्पैन 24.11 फीट होगी. इस फाइटर जेट की अधिकतम टेक-ऑफ वजन 26 हजार किलोग्राम होने की उम्मीद है. और इसे बाद में बदल भी सकते हैं. इस फाइटर जेट की अधिकतम रफ्तार 1975 किलोमीटर प्रतिघंटा होगी. लेकिन हो सकता है कि बाद में इसकी गति और बढ़ जाए. यह फाइटर जेट अधिकतम 60 हजार फीट की ऊंचाई तक जा पाएगा.