यदि आप मथुरा जाने का प्लान बना रहें हैं तो मथुरा में घूमने की जगह कौन-कौन सी है के बारे में जरूर पता होना चाहिए हम आपको इस ब्लॉग में मथुरा पर्यटन की पूरी जानकारी देने जा रहे हैं.
कृष्ण जन्मभूमि मंदिर
कृष्ण जन्मभूमि हिन्दुओं के पूजन के लिए पावन धरती मानी जाती है भगवान श्री कृष्ण मथुरा के जेल की कोठरी में पैदा हुए थे जेल की कोठरी वाले स्थान पर एक मंदिर है यहां हर साल लाखों श्रद्धालु दर्शन करने आते हैं पौराणिक कथा केअनुसार यह मंदिर जहाँगीर के शाशन में ओरछा के राजा वीर सिंह बुंदेला द्वारा बनवाया गया था यहां की जेल की दीवार और बाकी अन्य चीजे देखने पर लगता है मानो भगवान् श्री कृष्ण आज भी बालक के रूप में यहाँ हैं लोग कहते हैं यहाँ पर भगवान् कृष्ण की सोने की मूर्ती रखी हुई थी जिसे महमूद गजनवी उठा ले गया था मथुरा जंक्शन से इस मंदिर की दूरी लगभग साढ़े 3 किलोमीटर है.
बरसाना मथुरा
बरसाना मथुरा के पास पर्यटन स्थल है यहां पर श्री राधा रानी का जन्म हुआ था यहां पर आपको रंगीली महल, कीर्ति मंदिर, पीली पोखर, राधा रानी मंदिर, छोटी सरकार, श्री राधा रानी श्री जी मंदिर, श्याम सुंदर मंदिर, विलासगढ़, संकरी खोर, दान बिहारी मंदिर, मोर कुटीर मंदिर, श्री राधा रास मंदिर, बिहारी जी मंदिर, कृष्णा बाग, राधा बाग, ललितेश्वर महादेव मंदिर, सुदामा कुटीर, प्रेम सरोवर यहा सभी प्रसिद्ध मंदिर आपको देखने के लिए मिलेंगे इसके अलावा भी यहां पर आपको खूब सुंदर पहाड़ी का दृश्य देखने को मिलेगा.
द्वारकाधीश मंदिर
द्वारकाधीश मंदिर मथुरा का एक नया मंदिर है जिसका निर्माण लगभग 150 साल पहले भगवान कृष्ण के एक भक्त ने करवाया था मानसून की शुरुआत में यह मंदिर अपने अद्भुत झूले उत्सव के लिए जाना जाता है इस मंदिर में भगवान कृष्ण की मूर्ति को द्वारका के राजा रूप में सजाया गया है और उन्हें बिना मोर के पंख और बांसुरी के साथ दिखाया गया है.
कंस किला
यमुना नदी के तट पर स्थित कंस किला एक प्राचीन किला है जो मथुरा में घूमने और देखने के लिए एक लोकप्रिय स्थान है कंस किला का नाम भगवान कृष्ण के मामा के नाम पर रखा गया है जिसे जयपुर के राजा मानसिंह प्रथम ने बनवाया था यह किला हिंदू और इस्लामी स्थापत्य शैली की एक अद्भुत मिश्रण है और शहर में आने वाले पर्यटकों के लिए बहुत बड़ा आकर्षण है भले ही यह आज जीर्ण शीर्ण अवस्था में है लेकिन यह किला देश भर के इतिहास के जानकारों और वास्तुकला प्रेमियों को अक्सर आकर्षित करता है.
गोवर्धन पर्वत
गोवर्धन मथुरा जिले का एक मुख्य धार्मिक स्थल है यह जगह मथुरा जिले से करीब 25 किलोमीटर दूर है यहां पर आपको गोवर्धन पर्वत देखने के लिए मिलता है यहां पर गोवर्धन पर्वत की परिक्रमा करनी पड़ती है गोवर्धन पर्वत के पास में बहुत सारे मंदिर बने हुए हैं, जहां पर आप घूम सकते हैं यहां पर आपको गोविंद कुंड, श्री गिरिराज जी मुखारविंद मंदिर, ऐरावत कुंड, सुरभी कुंड मंदिर, श्रीनाथजी टेंपल, नवल कुंड, श्री गिरिराज महाराज मंदिर, श्री महाप्रभुजी बैठक, श्री गोवर्धन जी मंदिर, प्राचीन श्री राम सीता जी मंदिर, श्री गिरिराज इस्कॉन मंदिर, मानसी गंगा मंदिर, श्री मुकुट मुखारविंद टेंपल मानसी गंगा, पंच तीर्थ कुंड, कुसुम सरोवर, उद्धव कुंड, नारद मुनि मंदिर, नारद कुंड, ग्वाल पोखर, दाऊजी महाराज मंदिर देखने के लिए मिलते हैं यहां पर और भी प्राचीन मंदिर हैं, जिनमें आप घूम सकते हैं यहां पर आ कर आपको बहुत अच्छा लगेगा.
विश्राम घाट
यमुना नदी के किनारे पर स्थित विश्राम घाट के बारे में कहा जाता है कि भगवान श्री कृष्ण ने अपने क्रूर मामा कंस का वध करने के बाद इसी स्थान पर आकर विश्राम किया था इसलिए इस स्थान का नाम विश्राम घाट पड़ गया यहां पर आप यमुना नदी में नाव की सवारी का आनंद उठा सकते हैं खूबसूरत झांकियों से सजी नाव बेहद अद्भुत अनुभव प्रदान करती है शाम के वक्त यहां पर होने वाली भव्य आरती को देखना नहीं भूले.
गीता मंदिर
मथुरा में घूमने के लिए लोकप्रिय स्थानों में से एक गीता मंदिर मुथरा के बाहरी इलाके में स्थित है जो बिड़ला मंदिर के नाम से जाना जाता है यह एक प्रमुख हिन्दू तीर्थ स्थल है जहाँ साल भर भक्तों और पर्यटकों का आना जाना लगा रहता है यह मंदिर भगवान लक्ष्मी और नारायण को समर्पित है जो इस मंदिर का प्रमुख आकर्षण है यह मंदिर अपनी भव्य नक्कासी तथा प्राचीन कथाओं क आधार पर बने चित्र के लिए दर्शनीय है मंदिर का मुख्य आकर्षण गीता स्तम्भ है जिसमें सभी भगवद गीता सचित्र हैं और उस पर खुदा हुआ है यह मथुरा में देखने के लिए सबसे प्रसिद्ध स्थानों में से एक है.
प्रेम मंदिर
मथुरा में प्रेम मंदिर भगवान कृष्ण को समर्पित एक आकर्षक और लोकप्रिय मंदिर है इस मंदिर में राधा कृष्ण और राम सीता की पूजा की जाती है मंदिर की शानदार दीवार पेंटिंग पर्यटकों को मंदिर की ओर आकर्षित करती है प्रेम मंदिर रात में खूबसूरत दिखता है जब पूरा मंदिर रंग बिरंगी रोशनी से सजाया जाता है सफेद संगमरमर से बना यह मंदिर 125 फीट ऊँचा है और भगवान कृष्ण की विस्तृत नक्काशी और मूर्तियों से सुशोभित है जो उनकी जीवन से जुड़े विभिन्न दिलचस्प घटनाओं को दर्शाते हैं.
मथुरा संग्रहालय
मथुरा संग्रहालय को पहले कर्जन संग्रहालय के रूप में जाना जाता था यह संग्रहालय पिछले युगों से कई महत्वपूर्ण पुरातात्विक निष्कर्षों को प्रदर्शित करता है जो उस समय के दौरान लोगों की जीवन शैली और संस्कृति को प्रकट करते हैं संग्रहालय में चित्रों, मिट्टी के बर्तनों, कलाकृतियों, सोने और चांदी के सिक्कों और बहुत कुछ का विशाल संग्रह भी है संग्रहालय के महत्व के कारण भारत सरकार द्वारा जारी किए गए डाक टिकटों पर भी छवि दिखाई दी है लाल बलुआ पत्थर से निर्मित यह संग्रहालय अपनी आश्चर्यजनक वास्तुकला के लिए काफी लोकप्रिय है ओर मथुरा में देखने के लिए सबसे अच्छी जगहों में से एक है.
बांके बिहारी मंदिर
भारत के प्राचीन और प्रसिद्ध मंदिरों में से एक है बांके बिहारी भगवान श्री कृष्ण का ही एक रूप है मथुरा जंक्शन से वृंदावन धाम की दूरी लगभग 13 किलोमीटर है काले रंग की रखी हुई कृष्ण की मूर्ती को बांके बिहारी जी के नाम से जानते हैं कहते है की आप इनकी मूर्ति से नजर नहीं मिला सकते हैं इस मंदिर में दर्शन करने जब भी जाइए तो आंखें बंद करके भगवान के दर्शन यहां मत कीजिए,आप यहां बांके बिहारी जी से नजर से नजर मिला कर दर्शन कीजिए बहुत कम लोग ही जानते हैं कि बांके बिहारी की मूर्ति बनाई नहीं गई थी बल्कि स्वामी हरिदास जी के अनुरोध करने पर प्रकट हुई थी ताकि अन्य लोग भी बांके बिहारी के साक्षात दर्शन कर उनका आशीर्वाद ले सकें
पोटारा कुंड
यह कुंड भगवान श्री कृष्ण को समर्पित है एक पौराणिक कथाओं के अनुसार कहा जाता है कि यहां पर बचपन में कृष्ण की मैया यशोदा उनके वस्त्र इसी कुंड में धोया करती थी यह कुंड श्री कृष्ण जन्मभूमि के निकट स्थित है यह दरवाज़े वाली आकृति बलुआ पत्थर से निर्मित है और यह पुराने हिन्दू पद्धति से बना है यह मथुरा से लगभग डेढ़ किलोमीटर की दूरी पर स्थित है.
बिड़ला मंदिर
बिरला मंदिर मथुरा के प्रसिद्ध मंदिरों में से एक है यह मथुरा वृंदावन मार्ग पर स्थित है इस मंदिर की दूरी मथुरा जंक्शन से लगभग 5 किलोमीटर की है इस मंदिर के उत्तर में एक स्तंभ पर संपूर्ण भागवत गीता लिखी हुई है,इसकी कलात्मक शैली बहुत ही सुंदर और अद्भुत है सेठ जुगल किशोर बिरला ने इस मंदिर का निर्माण कराया था मंदिर परिसर में यात्रियों के विश्राम के लिए धर्मशाला भी बना हुआ है बिरला मंदिर दिल्ली के लक्ष्मी नारायण मंदिर का छोटा स्वरूप है.
रंग भूमि
एक पौराणिक कथा के अनुसार यह जगह कुश्ती क्षेत्र हुआ करता था जहां भगवान श्री कृष्ण ने अपने मामा कंस के साथ कुश्ती की थी कृष्ण जी ने कुश्ती जीतकर अपने मां-बाप को कंस के चंगुल से छुड़वाया था और अपने नाना को गद्दी पर बिठाया था.
बरसाना
यह मथुरा से लगभग 50 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है बरसाना उत्तर प्रदेश राज्य के मथुरा जिले में एक ऐतिहासिक शहर है बरसाना माता राधा का जन्म स्थान है, यह ब्रज भूमि का क्षेत्र है बरसाना में श्री राधा रानी मंदिर स्थित है जिसे देखने लाखों भक्त यहां आते हैं.
नंदगांव
यह बरसाना से लगभग 10 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है नंदगांव मथुरा शहर के पास स्थित एक धार्मिक स्थल है यहां पर आपको बहुत सारे प्राचीन मंदिर देखने के लिए मिलते हैं यहां पर सबसे प्रसिद्ध मंदिर नंद बाबा का मंदिर है, जो इस गांव के बीचो-बीच बना हुआ है इसके अलावा आपको यशोदा कुंड, उद्धव क्यारी, श्री चरण पहाड़ी मंदिर, श्री पवन बिहारी जी मंदिर, श्री मोती कुंड, श्री शनि मंदिर कोकिलावन, प्राचीन महादेव बाबा मंदिर, यह सभी नंद गांव के प्रसिद्ध मंदिर है.
गोकुल
मथुरा से लगभग 10 किलोमीटर की दूरी पर है गोकुल मथुरा जिले में यमुना नदी के किनारे स्थित एक सुंदर स्थल है यहां आपको बहुत सारे मंदिर देखने के लिए मिलते हैं यहां पर आपको गोकुलधाम, लंगोटी कुंड, मां यमुना नदी का सुंदर घाट, वल्लभाचार्य बैठक, श्री राम मंदिर, गोकुल मंदिर, रमणरेती धाम, रसखान समाधि, 84 खंबा मंदिर देखने के लिए मिलते हैं यह सभी स्थल बहुत सुंदर है और आप यहां पर आकर घूम सकते हैं.
मथुरा के घाट
पुराने समय में कई घाट हुआ करते थे लेकिन वर्तमान में यमुना नदी के तट पर स्थित मथुरा में आज कुल 25 घाट स्थित है इन घाटों का संबंध भगवान कृष्ण के समय से बताया जाता है ऐसा माना जाता है कि यहां स्नान करने से भक्तों के पाप धुल जाते हैं मथुरा आने वाले तीर्थयात्री यहां के घाट पर पवित्र नदी यमुना में स्नान करना अपना सौभाग्य मानते हैं.
घाटों में विश्राम घाट सहित चक्रतीर्थ घाट, कृष्ण गंगा घाट, गौ घाट, असकुण्डा घाट, प्रयाग घाट, बंगाली घाट, स्वामी घाट, सूरज घाट और ध्रुव घाट आदि हैं.
श्री गोपेश्वर महादेव मंदिर वृंदावन
श्री गोपेश्वर महादेव मंदिर वृंदावन का एक प्रसिद्ध मंदिर है इस मंदिर में शिव भगवान जी के दर्शन मिलते हैं यहां पर शिवलिंग विराजमान हैं, कहा जाता है कि शिव जी गोपी का रूप धारण करके आए थे, श्री कृष्ण के साथ रासलीला रचाने के लिए यहां पर शिव भगवान जी को साड़ी और श्रृंगार से सजाया जाता है आप यहां पर आकर भगवान शिव जी के दर्शन कर सकते हैं
श्री राधा रमण मंदिर वृंदावन
श्री राधा रमण मंदिर वृंदावन का एक प्रसिद्ध मंदिर है यह मंदिर बहुत प्राचीन है इस मंदिर की स्थापना गोपाल भट्ट गोस्वामी जी ने की थी इस मंदिर में आपको श्री कृष्ण जी की शालिग्राम से बनी हुई मूर्ति देखने के लिए मिलती है जो बहुत सुंदर लगती है इस मंदिर में आकर मन को शांति मिलती है मंदिर के प्रवेश द्वार बहुत सुंदर है और प्राचीन है मंदिर के बाहर बहुत सारी प्रसाद की दुकान है, जहां से आप श्री कृष्ण को प्रसाद अर्पित करने के लिए ले सकते हैं यहां पर बहुत सारे बंदर भी हैं इसलिए आप अपना सामान सुरक्षित रखें यह मंदिर वृंदावन में केसी घाट के पास स्थित है आप यहां पर आकर भगवान श्री कृष्ण के दर्शन कर सकते हैं
निधिवन वृंदावन
निधिवन वृंदावन का एक प्रसिद्ध मंदिर है यह मंदिर श्री कृष्ण को समर्पित है इस मंदिर परिसर में आपको पांच मंदिर देखने के लिए मिलते हैं यहां पर ललिता कुंड भी बना हुआ है इस मंदिर की अपनी विशेषता है यहां पर आपको श्री कृष्ण राधा रानी के दर्शन करने के लिए मिलते हैं यह मंदिर चारों तरफ से पेड़ पौधों से घिरा हुआ है मंदिर तक जाने के लिए रास्ता बनाया गया है और रास्ते को कवर कर दिया गया है यहां पर जो आपको पेड़ देखने के लिए मिलते हैं उनका आकार कुछ अलग प्रकार का होता है और कहा जाता है कि यह पेड़ रात को जीवित हो जाते हैं और श्री कृष्ण जी के साथ यहां पर रासलीला करते हैं कहा जाता है कि आज भी श्री कृष्ण यहां पर रासलीला करने के लिए आते हैं अगर कोई भी व्यक्ति यहां पर रात को चोरी छुपे ठहर जाता है तो वह या तो पागल हो जाता है या उसकी मृत्यु हो जाती है इस जगह को रात को पूरी तरह बंद कर दिया जाता है और ना ही यहां पर कोई बंदर रहता है और ना ही कोई पक्षी निवास करता है यह जगह आश्चर्यजनक है और यहां पर बहुत सारे लोग भगवान श्री कृष्ण के दर्शन करने के लिए आते हैं.
श्री पागल बाबा मंदिर वृंदावन
श्री पागल बाबा मंदिर वृंदावन का एक प्रसिद्ध मंदिर है यह मंदिर बहुत ही सुंदर है और पूरा मंदिर सफेद संगमरमर से बना हुआ है मंदिर के सामने बगीचा भी देखने के लिए मिलता है यह मंदिर बहुमंजिला है इसके शिखर भी बहुत सुंदर है यह मंदिर मथुरा से वृंदावन जाने वाली सड़क पर स्थित है इस मंदिर में आपको बहुत सारी मूर्तियां देखने के लिए मिलती है यहां पर श्री राधा कृष्ण जी की बहुत ही सुंदर प्रतिमा के दर्शन करने के लिए मिलते हैं यहां पर आपको एक छोटा सा कुंड देखने के लिए मिलता है.
चंद्रोदय मंदिर वृंदावन
चंद्रोदय मंदिर वृंदावन का सबसे बड़ा मंदिर है यह मंदिर अभी अंडर कंस्ट्रक्शन है यह मंदिर कुछ सालों में पूरी तरह बनकर तैयार हो जाएगा यह मंदिर वृंदावन या कहा जाए पूरे विश्व का सबसे बड़ा और ऊंचा मंदिर है.