यदि आप जानना चाहते हैं, कि बल्ब का आविष्कार किसने किया और कब किया तो इसकी सारी जानकारी इस ब्लॉक में देंगे, हम आपको इस ब्लॉक में बल्ब का आविष्कार किसने किया और बल्ब से जुड़ी कुछ रोचक जानकारियां जानने को मिलेगी.
बल्ब पर रोशनी देने वाला एक उपकरण है जो आज से कई सालों पहले बल्ब की जगह मोमबत्ती और लालटेन का उपयोग किया जाता था, तथा इसमें रखरखाव ना होने के कारण आग लगने का डर बना रहता था लेकिन अब ऐसा नहीं है क्योंकि पूरी दुनिया में बल्ब एक सर्वश्रेष्ठ अविष्कार माना जाता है, आज बल्ब की वजह से करोड़ों लोग राहत की जिंदगी जी रहे है, जब से थॉमस अल्वा एडिसन ने बल्ब का आविष्कार किया है, तब से मानो दुनिया में एक नए युग की शुरुआत हुई है.
बल्ब क्या है?
तपदीप्त लैंप जिसे आसान भाषा में बल्ब कहा जाता है, यह प्रकाश उत्पन्न करने वाला एक उपकरण है, जो कि गर्म होने पर प्रकाश देता है, बल्ब में एक पतला फील तार होता है जिसके विद्युत धारा बहती है तब वह गर्म होकर आपके सामने रोशनी उत्पन्न करता है.
बल्ब का आविष्कार किसने किया था?
आपकी जानकारी के लिए बता दें कि बल्ब का आविष्कार दुनिया के महान वैज्ञानिक थॉमस अल्वा एडिसन ने किया था, जो कि एक जाने-माने वैज्ञानिक थी, इनका जन्म 11 फरवरी 1847 को संयुक्त राज्य अमेरिका में हुआ, और 18 अक्टूबर 1931 को 84 साल की उम्र में उनका देहांत हो गया.
बल्ब का आविष्कार कब हुआ?
Invention Of Bulb / बल्ब का आविष्कार 21 अक्टूबर 1879
Inventor / आविष्कारक थॉमस अल्वा एडिसन
बल्ब का आविष्कार कैसे हुआ था?
आज के समय में बिजली से चलने वाले यह बल्ब को मनाने का ख्याल सबसे पहले महान वैज्ञानिक Humphrey Davy को आया था, यह बात कई साल पुरानी है, जब उन्होंने बताया कि जब विद्युत को तारों के माध्यम से प्रवाह किया जाए तो वह गर्म होकर प्रकाश उत्पन्न करता है, Humphrey Davy ने भी थॉमस अल्वा एडिसन के बल्ब का आविष्कार होने से पहले पूछा रोशनी पैदा करने वाले उपकरण तैयार किए गए लेकिन उनके द्वारा बनाया गया उपकरण कुछ घंटों तक ही जल पाता था.
लेकिन इसके बाद थॉमस अल्वा एडिसन ने बल्ब का आविष्कार उन्होंने इस अविष्कार को सफल बनाने के लिए कई बार कोशिश की और आखिरकार सन 1879 को शर्मा अलवर एडिशन ने Carbon Filament Light Bulb को तैयार कर पूरी दुनिया के सामने पेश किया, थॉमस द्वारा बनाया गया बल्ब 40 घंटे तक जलते रहा और एक सफल बल्ब अविष्कार घोषित किया, सही मायने में बल्ब के आविष्कारक थॉमस एडिसन को ही माना जाता है, उन्होंने बल्ब का आविष्कार के साथ साथ बल्ब के डिजाइन का भी पूरा ख्याल रखा जिसके चलते बल्ब बनकर तैयार हुआ.
बल्ब का इतिहास
बल्ब का आविष्कार करने वाले थॉमस एडिसन ने कई सालों तक बल्ब को बनाने के लिए कड़ी मेहनत की और हजारों कोशिश करने के बाद भी वह नाकाम रहे, लेकिन इस नाकाम से वह निराश नहीं हुए क्योंकि उन्हें पता था, कि सफलता उन्हीं मिलती है, जो कोशिश करते रहते हैं, और बाद में आखिरकार दुनिया को बिजली के द्वारा चलने वाला बल्ब का आविष्कार मिला और दुनिया को एक ऐसा तोहफा दिया जिससे लोग आजा अपनी जिंदगी आसानी से जी रहे हैं.
एडिसन ने बल्ब को बनाने के लिए कई बार कोशिश की और नाकाम भी हुए लेकिन वह आपने इस अविष्कार को दुनिया के सामने पेश करना चाहते थे, इसलिए थम्स एडिसन ने बल्ब का फिलामेंट बनाने के लिए दो हजार अलग-अलग सामग्री को आजमाया, वह अपने बल्ब का आविष्कार करने के लिए कई प्रयास कर रहे थे और उन्होंने अपने इस आविष्कार को सफल बनाने के लिए हजारों बार फेल हुए लेकिन इस बीच एक पत्रकार ने थाम अलवर एडिशन से एक सवाल किया था, उसने पूछा कि आपको हजारों बार फेल होने के बाद की सफलता आपको कैसा लग रहा है, इस सवाल पर एडिशन ने बहुत ही अच्छा जवाब देते हुए कहा कि मैं हजार बार फेल नहीं हुआ हूं, बल्कि मैंने सफलतापूर्वक हजार ऐसे तरीके ढूंढ लिए है, जो काम नहीं आएंगे.
और आखिरकार थॉमस एडिसन ने अपने इस आविष्कार में वह सफलता पा ली थी, जिसे दुनिया नाकाम समझ रही थी, इस असाधारण आविष्कार को सफल बनाया और साल 1879 वह साल था, जब पूरी दुनिया ने बल्ब का आविष्कार देखा था.