आज हम इस आर्टिकल में जानेंगे कि B ED में Kitne Subject Hote hai या फिर आपको बीएड में कितने विषयों का अध्ययन करना होता है, अगर आप B.ed का कोर्स करना चाहते हैं, तो आपको यह पहले जान लेना जरूरी होता है, की इस कोर्स में किस विषयों का अध्ययन करवाया जाता है, तो अगर आप यह जानना चाहते हैं, की B.ED में कितने विषय होते है, तो आप इस आर्टिकल को ध्यान से पढ़ें.
B.ED में कौन-कौन सी विषय होती हैं.
जैसे कि हमने आपको ऊपर ही बता दिया है, की B.Ed करने से पहले आपको इस विषय के बारे में जान लेना अति आवश्यक होता है, अगर आपको भी B.ED करना है, तो कौन-कौन सी विषयों का अध्ययन करना पड़ेगा.
यह आप पर निर्धारित करता है, की आप कौन सी विषय का चयन करते हैं. जब आप विषय का चयन करते हैं, तो यह ध्यान रख लेना अति आवश्यक है, कि आपने अपना एजुकेशन किस विषय द्वारा किया है, और यह भी ध्यान में रखें कि आपका सबसे पसंदीदा विषय कौन सा है, विषय चयन प्रक्रिया के समय आपको वही विषय का चुनाव करना है जो आपको अच्छा लगता है, और आप जिस विषय का शिक्षक बनना चाहते है, यानी कि आप जिस विषय के साथ बीएड करेंगे आपको स्पेशल वही विषय का शिक्षक का पद प्राप्त कर पाएंगे.
अगर बात करें बीएड में कितने विषय होते है, तो इसमें बहुत से विषयों का अध्ययन अलग अलग श्रेणी में होता है, दूसरे शब्दों में कहा जाए तो अलग अलग विषयों का अध्ययन अलग अलग प्रकार से किया जाता है, और उनमें भिन्न भिन्न प्रकार का टॉपिक्स और विषय होते है, आइए हम इसके बारे में विस्तार से जानने का प्रयास करते है.
B.Ed में निम्न विषयों का अध्ययन करना पड़ता है.
- मार्गदर्शन और परामर्श
- शिक्षा का दर्शन
- शिक्षा, संस्कृति और मानव मूल्य
- शैक्षिक मूल्यांकन और आकलन
- व्यापार और शारीरिक शिक्षा
- जैविक और प्राकृतिक विज्ञान
- सम्रग शिक्षा
- शैक्षणिक मनोवैज्ञान
B.Ed में कुछ ऐसी विषय होती है जिसे आप अपनी इच्छा अनुसार चुनकर उसका अध्ययन कर सकते हैं.
- रसायन विज्ञान
- भौतिक विज्ञान
- होम साइंस (घरेलू विज्ञान)
- राजनीतिक विज्ञान
- अर्थशास्त्र
- भूगोल
- गणित
- हिंदी
- अंग्रेजी
- कंप्यूटर शिक्षा
- विशेष शिक्षा
- हियरिंग इम्पेरेड
बीएड करने में कौन कौन से Pedagogy या Methodology विषय के बारे में अध्ययन करना पड़ता है
B.Ed करने के लिए आपको दो पेडागोजी (Pedagogy) या मेथडॉलॉजी (Methodology) विषयों का अध्ययन करना आवश्यक होता है, पेडागोजी (Pedagogy) का अर्थ ‘शिक्षाशास्त्र शिक्षण की विधियों और गतिविधियों का अध्ययन करना होता है.
वहीं Methodology का अर्थ ‘विशिष्ट सिद्घांतों और विधियों पर आधारित कार्य प्रणाली’ होता है, बीएड के कोर्स में आपको इन्ही दो विषय को बराबर पढ़ना होता है, अर्थात इसमें कोई विशेष अंतर नही होता है, अब हम आपको बताएंगे कि बीएड करने में कौन कौन से पेडागोजी (Pedagogy) या मेथडॉलॉजी (Methodology) विषयों के अध्ययन करने के लिए होता है.
- Pedagogy/Methodology Of Hindi
- Pedagogy/Methodology Of Mathematics
- Pedagogy/Methodology Of Social Science
- Pedagogy/Methodology Of Home Science
- Pedagogy/Methodology Of Home Science
- Pedagogy/Methodology Of Physical Education
- Pedagogy/Methodology Of Sanskrit
- Pedagogy/Methodology Of Sociology.
B.Ed कोर्स क्या होता है.
B.Ed का पूरा नाम बैचलर ऑफ एडुकेशन होता है,जिसे हिंदी में ‘शिक्षा स्नातक’ भी कहा जाता है, यह एक अंडरग्रेजुएट पेशेवर डिग्री है, जिसे प्राप्त करने के बाद शिक्षक बनने का प्रथम चरण है, इस कोर्स को वाह लोग करते हैं, जो अपना कैरियर शिक्षक के रूप में यानी कि टीचिंग फील्ड, लेक्चरर जॉब्स, ट्रेनिंग फैकल्टी आदि के रूप में बनाना चाहते हैं.
B.Ed विषय का कोर्स कितने वर्ष का होता है
B.Ed का कोर्स 2 वर्ष का होता है जिसमें आपको कुल 4 सेमेस्टर में परीक्षा देनी होती है,और फिर इसके बाद M.Ed किया जाता है,जिसे ‘मास्टर ऑफ एडुकेशन’ कहते हैं.
B.Ed कोर्स करने के लिए कितना पैसा लगता है
इस कोर्स को पूरा करने में कितना खर्चा होता है, यह आपके चुने गए कॉलेज और आपके चुने गए विषयों पर निर्भर करता है, कहा जाए तो इस कोर्स को पूरा करने में लगभग 50,000 से 60,000 रुपये प्रतिवर्ष देना होता है, यह फीस अलग अलग विश्वविद्यालय और कॉलेजों के लिए अलग अलग होती है.
B.Ed करने के लिए आपकी योग्यता कितनी होनी चाहिए
इस कोर्स को करने के लिए छात्र को आपने बैचलर्स ऑफ कॉमर्स या बैचलर्स ऑफ आर्ट्स, या बैचलर्स ऑफ साइंस इन सभी स्ट्रीम में से किसी एक सट्रिम से 50 प्रतिशत अंको के साथ मान्यता प्राप्त बोर्ड या विश्वविद्यालय से उतीर्ण होना आवश्यक होता है, इस कोर्स की परीक्षाएं जून-जुलाई महीने में ली जाती है, जिसका परिणाम भी अंतिम जुलाई या अगस्त में आ जाती है.
B.Ed कोर्स करने के बाद शिक्षक की सैलरी कितनी होती है.
जब आप अपना B.Ed का कोर्स पूरा कर लेते हैं, तब आपको शिक्षक बनने की योग्यता और डिग्री प्राप्त हो जाती है, अगर बात किया जाए एक B.ed किए हुए शिक्षक की सैलरी के बारे में तो यह उसके पोस्ट पर निर्भर करता है, अर्थात B.Ed कंपलीट हो जाने पर दो तरह के शिक्षक के रूप में भर्ती की जाती है.
- TGT (Trained Graduate Teacher)
- PGT (Post Graduate Teacher)
एक TGT (Trained Graduate Teacher) की इनकम 3 लाख प्रतिवर्ष तक या इस से भी ज्यादा हो सकती है, वहीं एक PGT (Post Graduate Teacher) का इनकम 4.5 लाख प्रतिवर्ष या इस से भी अधिक हो सकती है.