वर्ष 2022 का आखिरी चंद्र ग्रहण कल 8 नवंबर 2022 को दिन मंगलवार कार्तिक पूर्णिमा की तिथि पर लगने वाला है, हम आपको बता दें, कि यह चंद्रग्रहण इस वर्ष का दूसरा चंद्र ग्रहण है. इससे पहले पहला चंद्र ग्रहण मई 2022 में लगा था. जानकारी के लिए बता दें, कि चंद्रग्रहण हमेशा पूर्णिमा तिथि पर लगता है. हिंदू धर्म में कार्तिक पूर्णिमा के दिन को देव दीपावली के रूप में मनाया जाता है, परंतु इस वर्ष चंद्रग्रहण होने के वजह से 1 दिन पहले यानी आज के दिन को देव दीपावली के रूप में मनाया जाएगा, अब हम आपको इस ब्लॉग के माध्यम से चंद्रग्रहण की तिथि, चंद्र ग्रहण का समय, सूतक काल आदि के बारे में बताएंगे.
चंद्र ग्रहण 2022 का समय
वर्ष 2022 का दूसरा और आखिरी चंद्रग्रहण, भारतीय समय के अनुसार 8 नवंबर 2022 की शाम को लगभग 5:32 से प्रारंभ होगा, और शाम 7:37 मिनट तक रहेगा. ज्योतिषाचार्य के अनुसार इस चंद्र ग्रहण का सूतक काल चंद्रग्रहण के शुरू होने के 9 घंटे पहले लग जाएगा. क्योंकि यह चंद्रग्रहण भारत के कुछ राज्यों में ही दिखाई देगा, और यही कारण है कि इसका सूतक काल मान्य ही होगा.
चंद्र ग्रहण कैसे लगता है?
पूर्ण रूप से चंद्र ग्रहण तब लगता है जब सूर्य पृथ्वी और चंद्रमा एक सीधाई में होते हैं, और पृथ्वी, सूर्य और चंद्रमा के मध्य में होती है. तब ऐसी स्थिति में चंद्रग्रहण होता है.
आखरी चंद्र ग्रहण कहां कहां दिखेगा
वर्ष 2022 का आखिरी चंद्रग्रहण भारत समेत कई एशियाई डिपो में नजर आएगा इसके अलावा या चंद्रग्रहण दक्षिण-पूर्वी यूरोप, ऑस्ट्रेलिया, उत्तरी और दक्षिण अमेरिका, पेसिफिक अटलांटिक और हिंद महासागर आदि स्थानों में से दिखाई देगा.
इस वर्ष के आखिरी चंद्र ग्रहण का सूतक काल
हिंदू पंचांग के अनुसार चंद्र ग्रहण का सूतक काल ग्रहण के 9 घंटे पहले शुरू हो जाता है, इस वर्ष दूसरे चंद्र ग्रहण भारत के कई राज्यों से दिखाई देगा. यही कारण है कि भारत में इस चंद्र ग्रहण का धार्मिक प्रभाव और सूतक काल मान्य होगा. अब हम आपको शास्त्रोक्त कथनानुसार बताएंगे कि चंद्र ग्रहण के सूतक काल में क्या करना चाहिए, और क्या नहीं करना चाहिए?
- चंद्र ग्रहण लग जाने पर पूजा पाठ नहीं करना चाहिए, साथ ही चंद्र ग्रहण के दौरान घर और मंदिर के पट को बंद कर देना चाहिए.
- जब सूतक काल चल रहा हो तब कुछ खाना पीना नहीं चाहिए, और पके हुए भोजन, दूध, दही आदि में तुलसी के पत्ते डाल देना चाहिए जिससे कि चंद्रग्रहण का नकारात्मक असर भोजन पर ना पड़े.
- चंद्र ग्रहण खत्म होने के बाद स्नान और दान अवश्य करना चाहिए.