रविंद्र चंद्र अश्विन जो आर अश्विन के नाम से जाने जाते हैं भारतीय टीम के बेहतरीन गेंदबाजों में से एक हैं इनको भारतीय टीम के ऑलराउंडर खिलाड़ी भी कहा जाता है मगर इनकी गेंदबाजी काफी अच्छी है वर्ष 2010 में इंटरनेशनल क्रिकेट में शुरुआत करने वाले अश्विन अभी तक के 300 से ज्यादा मैच खेल चुके हैं इन्होंने अपने इंटरनेशनल करियर में 150 से अधिक विकेट लिए हैं वर्तमान में भारतीय क्रिकेट टीम के सदस्य हैं.
रविचंद्र अश्विन का जन्म 17 सितम्बर 1986 को एक तमिल फॅमिली में हुआ था, मेम्बलम पश्चिम चेन्नई में इनका मूल निवास है,इनके पिता का नाम रविचंद्रन है जो Southern Railways Sports Kota में तेज़ गेंदबाज़ के तौर पर क्रिकेट खेलते थे, माता का नाम चित्रा है
रविचंद्रन अश्विन का जीवन परिचय
वास्तविक नाम – रविचंद्रन आश्विन.
पॉपुलर नाम – आर आश्विन.
जन्म – 17 सितम्बर 1986.
गृहनगर – मेम्बलम पश्चिम चेन्नई.
पिता का नाम – रविचंद्रन.
माता का नाम – चित्रा
विवाह – 13 Nov 2011
पत्नी और गर्लफ्रेंड – नारायणन पृथ्वी
बच्चे – अखिरा (born in 2015), आध्या (born in 2016) (दोनों बेटी है)
रविचंद्रन अश्विन का शिक्षा कैरियर
रविचंद्रन अश्विन ने अपनी प्रारंभिक शिक्षा पद्म शेषाद्रि बालभवन तथा सेंट बेद से प्राप्त की, उसके बाद आश्विन ने SSN कॉलेज ऑफ इंजीनियरिंग से इनफार्मेशन टेक्नोलॉजी (IT) में बी टेक की डिग्री प्राप्त की,उसके बाद इनके पिता ने इनको क्रिकेट की दुनिया में आने के लिए प्रेरित किया यह पहले फास्ट बॉलर बनना चाहते थे, मगर इनकी माता चित्रा ने उनकी लंबी गेंदबाजी रन आप में समस्या देखते हुए इन्हें स्पिनर बॉलर बनने की सलाह दी
मशहूर क्रिकेटर अनिल कुंबले की तरह अश्विन ने भी अपनी इंजीनियरिंग की पढ़ाई छोड़कर क्रिकेट में कैरियर बनाने को ज्यादा महत्व दिया, अश्विन तमिलनाडु क्रिकेट टीम South Zone के लिए ऑलराउंडर के रूप में खेलते थे और वर्ष 2006-07 में तमिलनाडु की ओर से खेलते हुए 20 से भी कम औसत से 31 विकेट झटके, मगर उस दौरान इनकी कलाई में चोट के कारण प्रदर्शन जारी रखने में काफी परेशानी हुई.
रविचंद्रन अश्विन ने अपनी प्रारंभिक शिक्षा पद्म शेषाद्रि बालभवन तथा सेंट बेद से प्राप्त की, उसके बाद आश्विन ने SSN कॉलेज ऑफ इंजीनियरिंग से इनफार्मेशन टेक्नोलॉजी (IT) में बी टेक की डिग्री प्राप्त की,उसके बाद इनके पिता ने इनको क्रिकेट की दुनिया में आने के लिए प्रेरित किया यह पहले फास्ट बॉलर बनना चाहते थे,मगर इनकी माता चित्रा ने उनकी लंबी गेंदबाजी रन आप में समस्या देखते हुए इन्हें स्पिनर बॉलर बनने की सलाह दी
मशहूर क्रिकेटर अनिल कुंबले की तरह अश्विन ने भी अपनी इंजीनियरिंग की पढ़ाई छोड़कर क्रिकेट में कैरियर बनाने को ज्यादा महत्व दिया, अश्विन तमिलनाडु क्रिकेट टीम South Zone के लिए ऑलराउंडर के रूप में खेलते थे और वर्ष 2006-07 में तमिलनाडु की ओर से खेलते हुए 20 से भी कम औसत से 31 विकेट झटके, मगर उस दौरान इनकी कलाई में चोट के कारण प्रदर्शन जारी रखने में काफी परेशानी हुई.
रविचंद्रन अश्विन के जीते हुए पुरस्कार
वर्ष 2014 में अर्जुन अवार्ड
2013, 2015, 2016, 2017 आईसीसी टेस्ट टीम ऑफ द ईयर
भारत के सर्वश्रेष्ठ क्रिकेटर 2010 के लिए बीसीसीआई का दिलीप सरदेसाई पुरस्कार
वर्ष के अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेटर के लिए बीसीसीआई का पोली उमरीगर पुरस्कार: 2012-13
आईसीसी टेस्ट प्लेयर ऑफ द ईयर: 2016
आईसीसी क्रिकेटर ऑफ द ईयर: 2016
सिएट इंटरनेशनल क्रिकेटर ऑफ द ईयर: 2016-17
रविचंद्रन अश्विन से जुड़े कुछ रोचक जानकारियां
● रविचंद्रन अश्विन एकमात्र ऐसे Indian Cricketer हैं जिसने एक ही Test Match में शतक लगाने के अलावा 5 विकेट लेने का कारनामा 2 बार किया.
● ‘मैन ऑफ द मैच’ अवॉर्ड भी इनको प्राप्त है.
● वर्तमान(2022) में इनकी आयु 35 वर्ष है.
● इन्होने अपना 200वां विकेट न्यूजीलैंड क्रिकेट टीम के खिलाफ कानपुर के मैच में लिया था, इसी के साथ यह भारत के दूसरे सबसे तेज 200 विकेट लेने वाले गेंदबाज भी बन गए.
● वर्ष 2013 में अश्विन ने एरपल्ली प्रसन्ना का रिकॉर्ड तोड़ कर Test Matches में भारत की तरफ से सबसे तेज़ 100 विकेट लेने का कीर्तिमान महज़ 18 Test Matches में बना दिया.
● अश्विन को राइजिंग पुणे सूपरजाइयेंट ने वर्ष 2016 में 7.5 करोड़ में खरीदा था.
● बताया जाता है की इनकी पत्नी इनके साथ ही हाई स्कूल में पढ़ी थी.
● मैथ सब्जेक्ट पढ़ना इनको अच्छा नहीं लगता है
● 14 साल की उम्र से अश्विन ने क्रिकेट खेलना शुरू कर दिया था.
● अश्विन आईपीएल में किंग्स इलेवन पंजाब की टीम से खेलते हैं