अगर आप आर्ट विषय से पढ़ाई करते हैं तो आपको ऐसे बहुत सी अच्छी नौकरियां मिल सकती हैं, जिससे आप अपना भविष्य उज्जवल बना सकते हैं. आज इस लेख में हम इसी की बात करेंगे की आर्ट विषय से पढ़ाई करने के बाद आप कौन-कौन सी नौकरियां कर सकते हैं.
अगर कोई व्यक्ति आर्ट विषय से पढ़ने के बाद किन किन क्षेत्रों में नौकरीयां पा सकता है, जानना चाहता है, तो इस ब्लॉग को ध्यानपूर्वक पढ़ें.
आर्ट्स विषय में कौन कौन सी जॉब होती है?
दसवीं के बाद अगर आप आर्ट विषय का चयन करते हैं, तो आपको इसके अंतर्गत आने वाली सभी विषयों का ध्यान पूर्वक अध्ययन करना होगा, आर्ट विषय में हिंदी, इंग्लिश, इकोनॉमिक्स, भूगोल, पॉलिटिकल साइंस जैसे अनेकों विषय होते हैं.
आर्ट विषय से 12वीं पास होने के बाद आप B.A यानी Bachelor Of Arts का कोर्स कर सकते हैं, B.A एक Under Graduation की डिग्री होती है.
अगर आप आर्ट विषय से अच्छी नौकरियां प्राप्त करना चाहते हैं, तो आपको कम से कम अपना ग्रेजुएशन पूरा करना होगा.
बी ए कोर्स को पूरा करने के बाद आपके पास नौकरी के कई सारे विकल्प मिल जाते हैं, आर्ट में ग्रेजुएशन पूरा करने के बाद आप निम्नलिखित क्षेत्रों में अपना करियर बना सकते हैं –
- Advocate (वकील)
- Teacher (शिक्षक
- Government job (सरकारी नौकरी की तैयारी)
- Fashion या textile designer
- Hotel management (होटल मैनेजमेंट)
- Reporter (पत्रकार)
- Foreign language expert
- Graphic designer ( ग्राफिक डिजाइनर )
आर्ट्स में कौन-कौन सी नौकरी है?
1. Advocate (वकील)
बहुत से ऐसे विद्यार्थी होते हैं, जो आर्ट विषय से ग्रेजुएशन पूरा करने के बाद कानून (Law) की पढ़ाई करना चाहते हैं, जिससे की वह अपना करियर वकील (Advocate) के रूप में बना सके.
LLB या BA LLB जैसे कोर्सेज के बारे में हम सभी ने सुन रखा है एक वकील बनना भी आज के समय में एक प्रतिष्ठित Job Profile है, यदि कानून में आपकी रुचि है, तो आप आर्ट विषय से ग्रेजुएशन पूरा करने के बाद लॉ की पढ़ाई करके एक Advocate बन सकते हैं.
एलएलबी का कोर्स करने के लिए बहुत से विश्वविद्यालय और प्राइवेट कॉलेज भी है, लेकिन कुछ विश्वविद्यालय में दाखिला लेने के लिए आपको Entrance Exam भी देना होता है.
अगर आप CLAT जैसे कोर्स की तैयारी करते हैं तो, इसको पास करने के बाद आपको देश के Top Law Colleges में Admission मिल सकता है.
2. शिक्षक
यदि आपकी रूचि पढ़ाने में है तो आप एक बेहतर शिक्षक बन सकते हैं. शिक्षक एक ऐसा क्षेत्र है, जिसमें आर्ट विषय के विद्यार्थियों की सूची में सर्वप्रथम नाम होता है. आर्ट विषय के जिस भी सब्जेक्ट में आपकी अधिक रूचि हो आप उसी विषय के शिक्षक बन सकते हैं. शिक्षक बनने के लिए आपको सबसे पहले b.e.d. का कोर्स करना अनिवार्य होता है या फिर आप m.a. का कोर्स करने के बाद नेट क्लियर करके शिक्षक बन सकते हैं. आप अपने पसंद के Arts के किसी भी विषय से b.Ed करने के बाद आप किसी भी स्कूलों में पढ़ाने योग्य बन जाते हैं, और अगर आप नेट क्लियर करते हैं, तो आप किसी भी College’s में भी शिक्षक के पद के लिए अप्लाई कर सकते हैं.
3. फैशन डिजाइनर
आप में से बहुत लोगों का सपना होता है फैशन डिजाइनर बनना खास करके लड़कियों का Fashion Designer बनने का मन करता है. Fashion Designer बनने के लिए सबसे महत्वपूर्ण आपका क्रिएटिव होना है.
अगर आप कुछ अच्छा या हटकर सोचते हैं तो, तो फिर Fashion Designer का कोर्स आपके लिए काफी आसान हो जाता है.
अगर आप चाहे तो फैशन डिजाइनर में आप डिग्री या डिप्लोमा भी कर सकते हैं.
कोर्स की सूची
- Diploma in Fashion Designing
- Master in Fashion Technology
- MSC Textile and Clothing
- Diploma in Fashion Technology etc.
फैशन डिजाइनर बनने के कोर्स का समय 6 महीने से 1 साल तक के बीच का होता है.
4. ग्राफिक डिजाइनर
आप सभी ने ग्राफिक डिजाइनर का नाम तो सुना ही होगा, और अगर आप नहीं जानते हैं, तो हम आपको बता बता दें कि Graphic Designer एक कार्टून जैसे एनिमेशन बनाने का काम करती है, या फिर कोई भी गेम या एप्स बनाने का काम ग्राफिक डिजाइनर का ही होता है. ग्राफिक डिजाइनर बनने के लिए आपको सबसे पहले Bachelor Degree In Graphic Design का कोर्स करना होगा. आर्ट विषय से आप ग्राफिक डिजाइनर कोर्स कर सकते हैं और ग्राफिक डिजाइनर के रूप में अपना भविष्य बना सकते हैं.
5. जर्नलिस्ट
आपने अक्सर टीवी या न्यूज़ में लोगों को खबर सुनाते हुए देखा और सुना होगा, और कभी आपके मन में विचार आया होगा, कि काश मैं भी इन पर्दे पर कुछ बोल सकूं.
अगर आपका भी सपना एक न्यूज़ रिपोर्टर बनना है तो आप 12वीं उत्तीर्ण होने के बाद Journalism के कोर्स कर सकते हैं. Journalism का कोर्स पूरे 3 वर्ष का होता है.
जहां आपको लोगों से बात करने का सही तरीका बताया जाता है, कि अनजान लोगों से किस तरह हमें बात करनी होती है, किस तरह उनसे सवाल पूछने होती है इत्यादि.