हिंदू धर्म में कई ऐसी चीजें हैं जो हमारे दैनिक जीवन में किसी न किसी तरह से जुड़ी हुई हैं. इनमें से कई बातें शास्त्रों में लिखी हुई हैं और हम कई को मान्यताओं के आधार पर मानते रहते हैं. ये मान्यताएँ हमारे पास हमारे बड़ों से आती हैं और फिर हम से आने वाली पीढ़ी तक जाती हैं. यह पीढ़ी दर पीढ़ी चलता रहता है. इन मान्यताओं के पीछे कई धार्मिक कारण हैं और कई ठोस कारण भी हैं. जैसे आपने अपने घरों के बड़े-बुजुर्गों को यह कहते सुना होगा कि ऐसे दीये नहीं जलाए जाते. या झाड़ू कब लगाना चाहिए? कई बार हम रात में घर में झाडू लगाते हैं तो घर के बड़े हमें डांटते हैं और कहते हैं कि हमें रात में झाड़ू नहीं लगाना चाहिए, इससे धन की हानि होती है. आइए जानते हैं ऐसा क्यों कहा जाता है और रात में झाडू लगाने से और क्या नुकसान हो सकते हैं, साथ ही जानिए शास्त्रों में झाडू लगाने का सही समय क्या है.
रात में झाडू लगाना क्यों मना है?
दरअसल इसके पीछे कई कारण हैं. सामान्य कारणों में से एक यह है कि बुजुर्ग लोग देर शाम या रात में झाड़ू लगाने से मना कर देते हैं, क्योंकि अगर घर में कुछ जमीन पर गिर गया है, तो हम रात में झाडू लगाते समय उस चीज को नहीं देख पाते हैं और उससे ऐसा होता है. ताकि झाड़ू लगाने की जरूरत न पड़े. साथ ही वह बात भी निकल जाती है. दूसरा कारण धर्म से जुड़ा है. ऐसा माना जाता है कि अगर आप रात में झाड़ू लगाते हैं तो धन की देवी लक्ष्मी क्रोधित हो जाती हैं और इससे आर्थिक नुकसान हो सकता है.
कब झाडू लगाना है?
वास्तु शास्त्रों के अनुसार रात में झाडू लगाकर और कूड़ा-करकट इकट्ठा करने से प्रगति को रोका जा सकता है. इसके साथ ही मां लक्ष्मी को भी गुस्सा आता है, जिससे धन की हानि हो सकती है. यह भी कहा गया है कि शाम को झाडू लगाने से घर की सकारात्मक ऊर्जा भी बाहर जाती है. अगर हम बात करें कि झाड़ू को कब लगाना चाहिए तो शास्त्रों में कहा गया है कि एक दिन में चार बार झाडू लगा सकते हैं. कोशिश करें कि सुबह झाड़ू लगाएं और शाम को लगाना हो तो देर शाम झाडू न लगाएं. सूरज ढलने से पहले घर की साफ-सफाई करें.
कब बदले झाड़ू?
वास्तु शास्त्र में कई ऐसी बातों का जिक्र है, जिन्हें खराब होने पर घर में नहीं रखना चाहिए. इन चीजों में झाड़ू भी शामिल है. वास्तु शास्त्र के अनुसार अगर झाड़ू टूट जाए या खराब हो रही हो तो उसे तुरंत घर से बाहर निकाल दें. अगर आप ऐसा नहीं करते हैं और खराब झाड़ू से घर की सफाई करते हैं तो नकारात्मक ऊर्जा घर में प्रवेश करती है. इतना ही नहीं, आपको यह भी पता होना चाहिए कि वास्तु के अनुसार आपको घर में नई झाड़ू कब लानी चाहिए. नई झाड़ू हमेशा शनिवार को ही खरीदनी चाहिए. ऐसा करने से देवी लक्ष्मी न केवल प्रसन्न होती हैं, बल्कि आप शनिदेव को भी प्रसन्न कर सकते हैं.
कब लगाए झाड़ू?
सब कुछ करने का एक सही समय होता है. आपको घर की साफ-सफाई भी वास्तु के अनुसार सही समय पर करनी चाहिए. आमतौर पर घरों में रोजाना सुबह के समय ही झाड़ू लगाई जाती है. वास्तु के अनुसार सुबह का समय झाडू लगाने के लिए उत्तम होता है, लेकिन झाड़ू हमेशा सूर्योदय के बाद ही लगाना चाहिए. यदि आप अँधेरे में झाडू लगाते हैं तो रात भर आपके घर में प्रवेश करने वाली अनिष्ट शक्तियां घर की सफाई करने के बाद भी बाहर नहीं आती है. इसलिए सूर्योदय होने पर ही घर में झाडू लगाना चाहिए. सूर्यास्त के बाद घर में झाडू न लगाएं. शाम के समय घर में झाडू लगाने से लक्ष्मी जी क्रोधित हो जाती हैं और आपको आर्थिक परेशानियों का सामना करना पड़ता है.
कहां रखें झाड़ू?
पुराणों में लिखा है कि मां लक्ष्मी का वास ऐसे स्थान पर नहीं होता जो स्वच्छ न हो. इसलिए घर की रोजाना सफाई करना बहुत जरूरी है. इसके साथ ही यह भी जरूरी है कि जिस झाड़ू से आप घर की सफाई करते हैं वह सही जगह पर हो. वास्तु के अनुसार झाड़ू को घर की पश्चिम दिशा में कमरे में रखना चाहिए. ऐसा करने से घर में मौजूद सारी नकारात्मक ऊर्जा बाहर आ जाती है.
झाड़ू से न करें ये काम
पुराणों में झाड़ू को देवी लक्ष्मी का दर्जा दिया गया है। इसलिए कभी भी झाड़ू में पैर नहीं रखना चाहिए और न ही उसे कभी पार करना चाहिए. साथ ही झाड़ू को कभी भी नाले के पास नहीं रखना चाहिए. अधिकांश घरों में झाड़ू को गंदी वस्तु समझकर नाले के पास रखा जाता है. अगर आप भी ऐसा करते हैं तो आज से ही इसे बंद कर दें. इससे धन की हानि हो सकती है। झाड़ू को कभी भी खड़ा नहीं रखना चाहिए, लेकिन झाड़ू को जमीन पर पड़ा रखना वास्तु शास्त्र में सही माना गया है.