सुकेश चंद्रशेखर तमिलनाडु के मदुरै के रहने वाले हैं. उनके पिता का नाम विजयन चंद्रशेखर वो पेशे से रबर ठेकेदार और पार्ट टाइम मैकेनिक थे. वही मां का नाम माला और वो एक गृहिणी थीं. वो एक बहुत ही साधारण मध्यमवर्गीय परिवार से थे. शुरुआत में ये लोग चंद्र लेआउट इलाके में किराए के मकान में रहते थे. सुकेश के माता-पिता ने इकलौते बेटे को अच्छी शिक्षा देने के लिए शहर के बाल्डविन बॉयज हाई स्कूल में उसका नाम लिखा. स्कूल में सुकेश के साथ पढ़ने वाले सहपाठी बड़ी-बड़ी लग्जरी कारों में आते थे और सुकेश को उसके पिता स्कूटर से स्कूल छोड़ते थे.जानकारों का कहना है कि तभी से उनका मन अमीरों की जीवनशैली के सपने देखने लगा.
साल 2006 में जाली पत्र के आरोप में गिरफ्तार सुकेश
पहला धोखा यह सुकेश ने ये दिया था कि वह वयस्क भी नहीं था. 2006 में तत्कालीन पुलिस आयुक्त द्वारा जाली पत्र लिखा गया था, जिसमें लिखा गया था कि उन्हें कर्नाटक में कहीं भी कार और बाइक चलाने की अनुमति है. लोगों को लगा कि इस धोखाधड़ी में माता-पिता भी शामिल हैं. उन्हें सुकेश के साथ तीन बार गिरफ्तार भी किया जा चुका है, जिसमें पहला धोखाधड़ी का मामला भी शामिल है. कहा जाता था वह अपने शिकार को बहुत सोच-समझकर चुनता है और सारी जानकारी पहले ही इकट्ठा कर लेता है.
साल 2007 में पहला बड़ा धोखाधड़ी के मामले में सुकेश गिरफ्तार
2007 में सुकेश और उसके माता-पिता को एक 76 वर्षीय व्यक्ति से 1.15 करोड़ रुपये मिले. धोखाधड़ी के मामले में गिरफ्तार किया गया था. उन्होंने असहाय व्यक्ति से वादा किया था कि वे बैंगलोर विकास प्राधिकरण को अपने भूखंड से छुटकारा पाने में मदद करेंगे और एक अपार्टमेंट बनाने के लिए विदेशी निवेश भी लाएंगे. सुकेश के खिलाफ धोखाधड़ी का यह पहला बड़ा मामला था. हालांकि परिवार को उस मामले में निचली अदालत से रिहाई मिल गई है.
दिल्ली तक सुकेश के कारनामे मशहूर
सुकेश के कारनामों की लिस्ट बनाई जाए तो उसके लिए ये सब मामूली थे. असली खेल उन्होंने दिल्ली की रोहिणी जेल में रहते हुए किया. इसके बाद जालसाजी मामले में जैकलीन फर्नांडिस की भी एंट्री हो गई है. सुकेश चुनाव आयोग के अधिकारियों को रिश्वत देने के आरोप में जेल में बंद था. तब उन्हें पता चला कि उद्योगपति शिविंदर मोहन सिंह भी उसी जेल में बंद है. जो दवा कंपनी रेलिगेयर और रैनबैक्सी और फोर्सिस हॉस्पिटल चेन के वाइस चेयरमैन रह चुके हैं. शिविंदर और उसके भाई मालविंदर को दिल्ली पुलिस ने 2019 में वित्तीय धोखाधड़ी के मामले में गिरफ्तार किया है.
शातिर दिमाग से चली थी चाल
दिल्ली में सुकेश को अपना अगला शिकार मिला. सबसे पहले उन्होंने शिविंदर सिंह के बारे में पूरी जानकारी जुटाई. फिर अपनी पत्नी अदिति सिंह को धोखा देने का पूरा प्लान बनाया. सबसे पहले उसने जेल अधिकारियों को घूस देकर मोबाइल और इंटरनेट का जुगाड़ किया. सुकेश ने सबसे पहले 15 जून, 2020 को अदिति के सेलफोन पर कॉल किया. हालांकि स्मार्टफोन में एक इजरायली सिम कार्ड था, लेकिन सुकेश ने अदिति के फोन पर केंद्रीय गृह मंत्रालय के नंबर को फ्लैश करने के लिए एक स्पूफिंग ऐप का इस्तेमाल किया.
बॉलीवुड की फेमस हिरोइंस को फसाया
उन्होंने बॉलीवुड की मशहूर हीरोइन पर भी तार लगाने की कोशिश की थी और उसे अपने जाल में फंसाने का चक्रव्यूह रचा था. जैकलीन फर्नांडीज और नोरा फतेही जैसी बॉलीवुड की खूबसूरत हीरोइनों पर करोड़ों रुपये खर्च करने वाले सुकेश चंद्रशेखर की बदहाली जेल के अंदर भी बदस्तूर जारी रही. दुनिया की सबसे सुरक्षित जेलों में से एक तिहाड़ जेल में भी उनसे मिलने के लिए बॉलीवुड हीरोइनों और मॉडल्स की लाइन लगी हुई थी. मनी लॉन्ड्रिंग के सिलसिले में सुकेश चंद्रशेखर की जांच कर रही ईडी को पता चला है कि सुकेश तमाशा लुक के फॉर्मूले पर ही बॉलीवुड की हीरोइनों और फैशन की दुनिया की टॉप मॉडल्स का कैटवॉक करके पैसे फेंकता था और वो भी खुलकर. अब तक की जांच में सामने आया है कि सुकेश चंद्रशेखर ने पिंकी ईरानी के जरिए भूमि पेडनेकर, सारा अली खान और जाह्नवी कपूर जैसी अन्य अभिनेत्रियों को भी प्रभावित करने की कोशिश की. पिंकी ईरानी कई अभिनेत्रियों और मॉडलों को सुकेश चंद्रशेखर से मिलवाने के लिए तिहाड़ जेल ले गईं.