क्या आप भी कई छात्रों की तरह सरकारी वकील बनने का सपना देख रहे हैं. और आप यह जानना चाहते हैं, कि सरकारी वकील कैसे बनते हैं तो आज हम आपको इस लेख के माध्यम से सरकारी वकील कैसे बने, सरकारी वकील के कार्य, एवं योग्यता के बारे में पूरी प्रक्रिया बताएंगे जो नीचे निम्नलिखित रूम में दी गई हैं –
सरकारी वकील का मतलब
जैसा कि आपको पता ही होगा कि सरकारी वकील का मतलब सरकार के लिए कार्य करने वाला वकील है, जो सरकार का नेतृत्व कोर्ट में करता है. राज्य में जितने भी अपराध होते हैं, तो अपराध करने वाले के खिलाफ पुलिस FIR लिखती है. FIR लिखने के बाद पुलिस इन्वेस्टिगेशन करती है फिर उससे संबंधित सभी डिटेल अदालत में पेश करती है. और फिर ट्रायल शुरू होता है, जो कि एक वकील का काम होता है. स्टेट के प्रति क्राइम सुलझाने के लिए हर स्टेट की सरकार को वकील चाहिए होता है, जो कि कोर्ट में सरकार का नेतृत्व कर सके. सरकारी वकील स्टेट में ला एंड आर्डर स्थापित रखने में सरकार की मदद करता है. इंग्लिश भाषा में सरकारी वकील को प्रॉसिक्यूटर ऑफिसर और पब्लिक प्रॉसिक्यूटर कहते हैं.
सरकारी वकील बनने के लिए आवश्यक शिक्षा
सरकारी वकील बनने के लिए सबसे पहले आपको लॉ की डिग्री लेनी होगी, लॉ में डिग्री हासिल करने के बाद सरकारी वकील बनने के आपके पास दो रास्ते हैं-
1 एक्सपीरियंस
2 एग्जाम
आप इन दोनों में से किसी एक तरीके को चुनकर सरकारी वकील बन सकते हैं. तो चलिए इन दोनों रास्तों को आसान भाषा में जानते हैं-
वकील बनने का पहला रास्ता एक्सपीरियंस
सरकारी वकील बनने से पहले आपको वकील बनना पड़ेगा. मतलब आपको सरकारी वकील बनने के लिए वकालत का अनुभव होना आवश्यक है. एक सरकारी वकील भी अपने वकालत की शुरुआत बाकी वकीलों जैसे ही करते हैं, और वह भी क्लाइंट्स के ऊपर निर्भर रहता है. जितने क्लाइंट्स आपके पास आएंगे आपको उतना ही वकालत में अनुभव प्राप्त होगा.
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सरकारी वकील बनने का दूसरा रास्ता एग्जाम
ज्यादातर लोग सरकारी वकील बनने के लिए इस रास्ते को अपनाते हैं , क्योंकि सरकारी वकील बनने के लिए इस रास्ते में आपको 7 साल का इंतजार नहीं करना पड़ता. सरकारी वकील बनने के लिए एक एग्जाम पास करें और सरकारी वकील बन जाए.
वकालत का एक्सपीरियंस रखने वाले कई वकील भी इस रास्ते को अपनाते हैं, सरकारी वकील बनने के लिए आवश्यक एग्जाम को सरकार के द्वारा हर प्रदेश में आयोजित किया जाता है, और हर प्रदेश में इसे अलग अलग नाम से जाना जाता है.
एग्जाम पास करने के बाद आपको असिस्टेंट पब्लिक प्रॉसिक्यूटर के तौर पर स्टेट के किसी डिस्टिक कोर्ट में नियुक्त किया जाएगा.
सरकारी वकील बनने के लिए योग्यता
- भारत का नागरिक होना चाहिए.
- आवेदक की उम्र 21 वर्ष से अधिक एवं 40 वर्ष से कम होनी चाहिए.
- अगर आप अनुभव से सरकारी वकील बनना चाहते हैं, तो भारत के किसी कोर्ट में 7 साल का वकालत अनुभव होना आवश्यक है.
- किसी भी मान्यता प्राप्त विश्वविद्यालय से ला में ग्रेजुएट होना चाहिए.
- सरकारी वकील की सैलरी
- एक सरकारी वकील की सैलरी कोर्ट और स्टेट निश्चय करती है. असिस्टेंट पब्लिक प्रॉसिक्यूटर की मंथली सैलरी 15000 से लेकर 39500 तक होती है.
- इस सैलरी के अलावा सरकार द्वारा कई अन्य सेवाएं भी दी जाती हैं. ऊपर दी हुई सैलरी का रेंज टाइम के साथ चेंज हो जाता है.
- सरकारी वकीलों की सैलरी तभी बढ़ती है, जब गवर्नमेंट कोई नया पे कमीशन लाता है.
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सरकारी वकील के कार्य एवं जिम्मेदारियां
- पुलिस द्वारा फाइल की हुई चार्ज शीट का विश्लेषण करना.
- नागरिक एवं अपराधिक दोनों मामलों को देखना.
- कोर्ट से संबंधित सभी तत्व को सामने रखना.
- केस के गवाहों को कोर्ट में पेश करना और सभी सबूतों को न्यायाधीश के सामने रखना.
- उचित निष्कर्ष तक पहुंचने के लिए कोर्ट में जज का सहयोग करना.
- कोर्ट में स्टेट गवर्नमेंट का बचाव करना.