GPS:- आज के समय में Technology बहुत बदल चुकी है, तो आपको GPS क्या है और GPS कैसे काम करता है. इसके बारे में जरूर पता होना चाहिए. Smartphone में GPS एक ऐसा Feature है, जिसका इस्तेमाल हर व्यक्ति को किसी न किसी समय करना पड़ता है. GPS Navigation Satellite System पर आधारित है, जो हमें हमारी लोकेशन के बारे में बताता है.
GPS Ka Full Form Kya Hai
GPS की फुल फॉर्म Global Positioning System है.
GPS क्या है? (GPS Kya Hai)
GPS पूरी तरह से “Global Positioning System” है. यह एक Global Navigation Satellite System है, जो हमें हमारी Location के बारे में बताता है. GPS हमारी लोकेशन के साथ-साथ हमारे Velocity और Time सिंक्रोनाइजेशन की भी जानकारी देता है. ये हमारी जिंदगी का एक अहम हिस्सा बन गया है. अब GPS का इस्तेमाल बहुत तेजी से हो रहा है. ये एक तरह से हमारी Direction Fix करता है और हमें सही रास्ता बताता है. ये हमें सैटेलाइट के जरिए एक जगह से दूसरी जगह जाने का रास्ता दिखाता है. आज के समय में लोगों में इसको इस्तेमाल करने का क्रेज भी देखने को मिलता है.
History Of GPS
आइए तो यह जानें कि GPS का इतिहास क्या है. GPS का उपकरण सबसे पहले रूस ने 1957 में बनाया था, जो कि स्पुतनिक उपग्रह था और इसका उपयोग अमेरिका द्वारा पनडुब्बी नेविगेशन के लिए किया गया था. वर्ष 2000 के बाद ही आम जनता और Compnies को GPS के उपयोग की पूरी पहुंच मिली, जिसने GPS के नई ऊंचाइयों तक पहुंचने का मार्ग प्रशस्त किया.
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GPS के फायदे (GPS ke Fayde)
• जीपीएस उपयोगकर्ताओं को वास्तविक समय में स्थान आधारित जानकारी देता है. यह विभिन्न प्रकार के अनुप्रयोगों जैसे मानचित्रण, स्थान, मौसम की जानकारी, प्रदर्शन विश्लेषण (खेल में) आदि में सहायक है.
• जीपीएस सिग्नल पूरी दुनिया में मौजूद है, यह दुनिया के सैटेलाइट द्वारा संचालित है, इसलिए इसे कहीं भी एक्सेस किया जा सकता है. इससे लोगों को अपनी दिशा का पता चल सकता है.
• मौसम GPS के प्रदर्शन में बाधा नहीं डालता क्योंकि यह अन्य नेविगेट करने वाले उपकरणों के विपरीत, किसी भी जलवायु में अच्छा काम करता है. इससे लोगों को काफी हद तक फायदा मिलता है.
• यदि आप किसी नए स्थान पर जाते हैं, तो यह आपको आस-पास के रेस्तरां, होटल, शॉपिंग मॉल, पेट्रोल पंप आदि खोजने में मदद करता है. जिससे आप बिना परेशानी उठाए सही स्थान का पता लगा कर पहुंच सकते है.
• यह गंतव्य तक पहुंचने के रास्ते के हर मोड़ की दिशा दिखाता है, जिससे आप आसानी से अपने गंतव्य तक पहुंच सकते हैं.
• बाकी Navigation System की तुलना में GPS की लागत बहुत कम है. इसे आम- आदमी आसानी से Afford कर सकता है. इसकी कम कीमत के कारण इसे मोबाइल फोन जैसी अन्य तकनीक में भी इस्तेमाल किया जा सकता है जो एक महत्वपूर्ण विशेषता है.
कैसे इस्तेमाल करें GPS?
GPS का इस्तेमाल करना अब आम हो गया है. परंतु आज भी लोग इससे पूरी तरह अवगत नहीं है. ऐसे में उन्हें पता ही नहीं होता GPS को इस्तेमाल कैसे किया जाता है. इसे आप अपने मोबाइल में भी इस्तेमाल कर सकते है, आपके मोबाइल में Google Maps नाम की एक App है, आपको उस ऐप में जाना है और जैसे ही आप यह ऐप Open करेंगे, आपको एक Map दिखाई देगा. उस मानचित्र पर एक छोटा हरा बिंदु होगा, जो कि आपको अपना स्थान दिखा रहा होगा. परंतु अगर आप किसी और जगह की Loaction जानना चाहते हैं तो आपको उस जगह का नाम Type करके Search करना होगा. जैसे ही आप सर्च करेंगे एक Page खुलेगा जिसमें आपको अपनी लोकेशन से उस दूसरी लोकेशन पर कैसे जाना है, कितना समय लगेगा और इसकी दूरी क्या है, इसकी सारी जानकारी मिल जाएगी. आप इस जानकारी को बिना किसी परेशानी के प्राप्त कर सकते है.
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आखिर कैसे काम करता है GPS? (GPS Kaise Kaam Karta Hai)
ये इच्छा हर किसी व्यक्ति के मन में होती है कि आखिर GPS काम कैसे करता है. तो आइए हम आपको बताए इसके इस्तेमाल करने की विधि. दरहसल GPS Map Satellite द्वारा काम करता है. इन उपग्रहों से पृथ्वी पर Signal भेजे जाते हैं. GPS इन संकेतों को जोड़ती है. सेटेलाइट, जीपीएस से जो सिग्नल आते हैं, उन संकेतों को मैप में दिखाते हैं. वहीं अमेरिका ने 50 से ज्यादा GPS Satellite Launch किए हैं. प्रत्येक उपग्रह 24 Hour संकेत भेजता रहता है. Receiver उन Signals का समय और दूरी भी प्राप्त करता है. अगर आपके फोन को सिग्नल मिलता है तो आपको अपनी लोकेशन का पता चल जाता है.
ये भी जानें…
जीपीएस की 2-D स्थिति की स्थिति जानने के लिए कम से कम 3 उपग्रहों की आवश्यकता होती है, जिसमें अक्षांश और देशांतर शामिल होते हैं और 3-D स्थिति के लिए कम से कम 4 उपग्रहों की आवश्यकता होती है, इस अक्षांश, देशांतर और ऊंचाई में. उदाहरण के लिए- जैसे ही आप स्मार्टफोन में GPS Loaction On करते हैं तो आपकी लोकेशन का तुरंत पता चल जाता है. जब GPS Location चालू होती है, तो फोन एक रिसीवर के रूप में कार्य करता है, और जो भी उपग्रह स्थान के पास मौजूद है, उससे जुड़ता है, यह एक बार में लगभग 4 उपग्रहों से जुड़ता है और सही स्थान पर Nqvigate करता है. इसी तरह अन्य उपकरणों में भी एक GPM System होता है जो एक रिसीवर की तरह काम करता है.
GPS को अनेक भागों में बांटा गया है
GPS को 3 अलग-अलग भागों में बांटा गया है जो नीचे दिए गए हैं:
1 अंतरिक्ष खंड
यह अंतरिक्ष में उपग्रहों को संदर्भित करता है. लगभग 24 उपग्रहों को पृथ्वी के चारों ओर छः कक्षाओं में लगभग 15,000 मील की ऊँचाई पर वितरित किया जाता है, जो 12 घंटे के अंतराल पर पृथ्वी की परिक्रमा करते हैं.
2. नियंत्रण खंड
यह पृथ्वी पर बने ग्राउंड स्टेशनों को संदर्भित करता है. इसका Use उपग्रहों के रखरखाव, नियंत्रण और निगरानी के लिए किया जाता है.
3. उपयोगकर्ता खंड
यह उन उपयोगकर्ताओं को संदर्भित करता है जो स्थिति और समय की गणना करने के लिए GPS उपग्रहों से प्राप्त Navigation Signals का उपयोग करते हैं. इसलिए इसे GPS Receiver कहा जाता है.