जाने माने उद्योगपति साइरस मिस्त्री की सड़क हादसे में मौत, जाने क्या था टाटा कंपनी से इनका नाता और क्यों टाटा कंपनी के खिलाफ लड़ी कानूनी लड़ाई.
देश के बड़े उद्योपतियों में शुमार साइरस मिस्त्री अब इस दुनिया में नहीं रहें. एक सड़क हादसे में उनकी मृत्यु हो गई. मुंबई से सटे पालघर में ये सड़क दुर्घटना हुई जिसमें टाटा सन्स के पूर्व चेयरमैन साइरस मिस्त्री भयानक दुर्घटना के शिकार हो गए.
बता दें सड़क हादसे में साइरस मिस्त्री बुरी तरह घायल हो गए थें और अस्पताल ले जाते वक्त उनकी मृत्यु हो गई. पुलिस के शुरुआती जांच में पता चला है कि गाड़ी बहुत तेज रफ्तार में चल रही थी और डिवाइडर से जा टकराई जिसके बाद गाड़ी के परखच्चे उड़ गए. साइरस मिस्त्री के साथ उनके एक साथी की भी मौत हो गई और ड्राइवर समेत दो लोग बुरी तरह घायल हो गए. साइरस मिस्त्री अपने एक मित्र के साथ पीछे की सीट पर बैठे थें. आगे बैठे दोनों लोग कार में लगे एयरबैग की वजह से बच गए. पुलिस ने बताया कि पीछे बैठे लोगों ने सीट बेल्ट नहीं लगाया था. शायद सीट बेल्ट लगाने से उनकी जान बच गई होती. इस भयानक हादसे के बाद साइरस मिस्त्री का ये सफर आखिरी सफर बन कर रह गया. साइरस मिस्त्री की मौत से चारों तरफ शोक की लहर दौड़ गई . प्रधानमंत्री ने साइरस मिस्त्री की मृत्यु पर शोक जताया है. चलिए जानते हैं कि साइरस मिस्त्री कौन थें और क्या था टाटा ग्रुप से इनका नाता.
कौन थें साइरस मिस्त्री
साइरस मिस्त्री जाने माने खरबपति पालोनजी शपोरजी के छोटे बेटे थें. आयर लैंड में पैदा हुए साइरस मिस्त्री ने लंदन बिजनेस स्कूल से पढ़ाई की थी. साइरस ने परिवार के ग्रुप पालोनजी में 1991 से काम करना शुरू किया. साइरस के नेतृत्व में उनकी कंपनी ने भारत में कई बड़े रिकॉर्ड बनाए. इसमें सबसे ऊंचा लंबा रिहायशी टावर , सबसे लंबा रेल पुल और सबसे बड़ा बंदरगाह शामिल है.
टाटा ग्रुप से क्यों थी नाराजगी
साइरस मिस्त्री ने साल 2012 में रत्न टाटा के बाद टाटा ग्रुप का कार्यभार संभालते हुए टाटा सन्स के चेयरमैन बने. लेकिन साल 2016 में इन्हें इस पद से हटा दिया गया, अचानक साइरस मिस्त्री के हटाए जाने से हर कोई हैरान था. हर कोई यही जानना चाहता था की इतने होनहार साइनस मिस्त्री को आखिरकार टाटा से क्यों निकाल दिया गया. क्योंकि जब साइरस मिस्त्री टाटा समूह के चेयरमैन बने थें उस वक्त कंपनी का कारोबार 100 अरब डॉलर के करीब था. कंपनी साइरस से उम्मीद कर रही थी की वे साल 2022 तक इस कारोबार को 500 अरब डॉलर तक पहुंचा देंगे. लेकिन अचानक 2016 में टाटा सन्स ग्रुप के बोर्ड ने अचानक साइरस को चेयरमैन पद से हटाते हुए उन्हें टाटा से टाटा बाए बाए कह दिया.
टाटा सन्स के चेयरमैन पद से क्यों हटाए गए
टाटा बोर्ड ने साइरस मिस्त्री को निकालने की वजह बताते हुए आरोप लगाया की साइरस की अगुवाई में कंपनी की रफ्तार स्लो हो गई कंपनी उतनी तेजी से ग्रोथ नहीं कर रही है जितनी साइरस मिस्त्री से उम्मीद की गई थी. चार ऐसे वजह बताई गई जिससे साइरस संतुष्ट नहीं थें उन्होंने इसके खिलाफ कानूनी लड़ाई भी लड़ी लेकिन कोर्ट का अहम फैसला उनके पक्ष में नहीं आया. मिस्त्री फैमिली टाटा कंपनी में सबसे बड़ा शेयर होल्डर है बताया जाता है की 18 प्रतिशत से भी ज्यादा शेयर है. अब तो साइरस मिस्त्री नहीं रहें अब देखना होगा उनका परिवार इसपर क्या फैसला लेता है.
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