आज हम आपको “हींग कैसे बनती है?” के बारे में बताने जा रहे हैं। कृपया पूर्ण जानकारी के लिए इस ब्लॉग को अवश्य पढ़ें और अन्य जानकारी के लिए नव जगत के साथ बने रहे.
जैसा कि कभी ना कभी आपके मन में भी यह प्रश्न उठा होगा, कि सब्जियों को इतना स्वादिष्ट बना देने वाली हींग कैसे तैयार की जाती होगी. और कहीं ना कहीं यह भी मन में आया होगा कि इसके फायदे तो होते हैं परंतु इसके नुकसान क्या है. साथ ही हींग का उपयोग जड़ी-बूटी के रूप में क्यों किया जाता है. सैकड़ों तरह की बीमारियों को ठीक करने के लिए हींग का उपयोग क्यों किया जाता है. तो आइए हम आपको बताते हैं कि संजीवनी बूटी की तरह काम करने वाली हींग को कैसे तैयार किया जाता है
समान रूप से हींग को देखकर ऐसा लगता है, कि हींग को किसी चमकीले या खूबसूरत पत्थर को पीसकर बनाया गया है. तो विश्वास मानिए की हींग किसी पत्थर से तो बिल्कुल भी नहीं बनता है. हम आपको बता दें, कि हींग को बनाने का तरीका बहुत ही आसान होता है. जैसा कि हम आपको बताने वाले हैं कि हींग कैसे बनती है, हींग बनाने के लिए सबसे पहले हींग को उगाया जाता है. हींग का पौधा लगभग 1 मीटर लंबा होता है. हींग के पौधे में पत्ते और फूल सरसों के पौधे के समान होते हैं. अगर आप पहले कभी हींग का पौधा नहीं देखे हैं, तो अगर आप हींग का पौधा देखेंगे तो उसे सरसों का ही पौधा समझ लेंगे. क्योंकि यह सरसों के पौधे के समान ही दिखाई देता है.
आपको जानकर हैरानी होगी की हींग कैसे बनती है हींग को बनाने के लिए हींग के फूलों का उपयोग किया जाता है हींग को बनाने के लिए सिर्फ उसके फूल का ही उपयोग किया जाता है इसमें ना उसके फल का उपयोग किया जाता है. और ना ही उसकी जड़ों का उपयोग किया जाता. हम आपको बता दें, कि हींग तैयार करने के लिए हींग के पौधे के जड़ों को नीचे से थोड़ा सा काट के छोड़ दिया जाता है. जिसके बाद हींग के पौधे के अंदर चिपचिपा गोद जैसा पदार्थ निकलने लगता है. इसे पौधे से निकालकर हींग का पाउडर बनाने के लिए आगे की प्रक्रिया के लिए भेज दिया जाता है. अब इस गोद जैसे चिपचिपा पदार्थ को हींग बनाने के लिए चावल के आटे में अच्छी तरीके से मिला लिया जाता है, और धूप में सूखने के लिए रख दिया जाता है. फिर जब वह अच्छी तरीके से सूख जाता है. तब इसे पाउडर का रूप दिया जाता है, जिससे हींग प्राप्त होती है.
हींग कहां उगाई जाती है?
आपको यह जानकर आश्चर्य होगा कि भारत के हर घर में इस्तेमाल होने वाले हींग की खेती भारत में ना के बराबर होती है. बीबीसी की एक रिपोर्ट के अनुसार, यह हींग भारत के बाहर से ही मंगाया जाता है और भारत में इस्तेमाल होने वाला हींग ईरान, अफगानिस्तान और उज्बेकिस्तान जैसे देशों से मंगाया जाता है. अफगानिस्तान से काफी मात्रा में हींग आता है. भारत में भी अब हींग की खेती होने लगी है और यह खेती हिमाचल के कुछ पहाडी इलाकों में की जा रही है.
हींग भारत में इतना महंगा क्यों है?
भारत में हींग इतना महंगा इसलिए है, क्योंकि हींग की पैदावार भारत में नहीं की जाती है, हींग को विदेश से निर्यात किया जाता है. जिसके कारण इसमें ज्यादा लागत लगती है, इसलिए यह इतना महंगा मिलता है, इसके अतिरिक्त इसे उगाने की प्रक्रिया भी बहुत कठिन होती है, क्योंकि हींग के पौधे को तैयार होने में 4 साल का समय लगता है तब जाकर इसकी जड़ से हींग प्राप्त होती है. यही कारण है कि हींग इतना महंगा है, साथ ही हम आपको बता दें कि हींग की मांग भारत में काफी ज्यादा है.
हींग के फायदे
अगर आपको स्वस्थ रहना है, तो आप प्रतिदिन हींग का सेवन करें. क्योंकि हींग के अंदर कई ऐसे औषधीय गुण पाए जाते हैं. जो कि कई तरह के रोगों को ठीक करने के लिए उपयोग किए जाते हैं तो आइए हम आपको बताते हैं. कि हींग के क्या क्या फायदे होते हैं.
- हींग का उपयोग बवासीर के इलाज के लिए भी बहुत फायदेमंद माना जाता है.
- हींग का उपयोग कब्ज जैसी समस्याओं को दूर करने के लिए भी किया जाता है. रात में सरवत या पानी में एक चुटकी हींग मिलाकर पीने से कब्ज जैसी समस्या से हमेशा के लिए राहत मिलती है.
- अगर आपके शरीर में कहीं भी कांटा चुभ गया है. तो उसको निकालने के लिए उसके ऊपर हींग का घोल लगा दें. इससे दर्द भी कम हो जाएगा. और कुछ समय बाद कांटा अपने आप निकल जाएगा.
- हींग का उपयोग पेट दर्द को दूर करने के लिए भी किया जाता है, इसके थोड़े से सेवन से ही पेट दर्द से राहत मिल जाती है.
- हींग का उपयोग कान दर्द में भी किया जाता है, हींग को तिल के तेल में गर्म करके कान में डालने से कान दर्द जैसी समस्याओं से जल्द ही राहत मिलती है.
- निमोनिया के रोगियों के लिए हींग बहुत ही फायदेमंद होती है. निमोनिया के रोगी को हींग का सेवन अवश्य करना चाहिए. जिससे निमोनिया के लक्षण में राहत मिल जाती है.
- हींग डायबिटीज के रोगियों के लिए भी बहुत ही फायदेमंद माना जाता है. अगर आप प्रतिदिन हींग का सेवन कर रहे हैं. तो आपका ब्लड शुगर मेंटेन रहेगा.
हींग के नुकसान
आयुर्वेद के अनुसार जिस वस्तु के फायदे होते हैं. उसके नुकसान भी होते हैं, अगर कोई व्यक्ति उस वस्तु को जरूरत से ज्यादा खा ले तो वह नुकसान कर देती है. हींग के साथ भी यही होता है. यह जितनी फायदेमंद होती है. उतनी ही नुकसानदायक भी होती है. लोग सुगंध बढ़ाने के लिए और स्वाद के चक्कर में हींग का उपयोग ज्यादा कर देते हैं, जिसके कारण उन्हें हींग के नुकसान का सामना करना पड़ जाता है. इससे कई समस्याएं हो सकती हैं. तो आइए जानते हैं, कि हींग के क्या क्या नुकसान होते हैं :-
- हींग के अधिक उपयोग से शरीर में सूजन चढ़ने लगता है, साथ ही खुजली और जलन जैसी समस्याओं का सामना भी करना पड़ सकता है.
- हींग का अधिक उपयोग करने से चक्कर आना और सिर चकराने जैसी समस्याएं शुरू हो जाती हैं, परंतु यह कुछ समय के लिए होता है. फिर यह खुद से ही ठीक हो जाता है.
- हाई ब्लड प्रेशर जैसे रोगियों के लिए हींग का उपयोग बहुत ही नुकसानदायक साबित हो सकता है. क्योंकि हींग को खाने के बाद रक्तचाप का स्तर बढ़ जाता है.
- हींग के पानी को अधिक पीने से पूरे मुंह में सूजन हो जाता है.
आशा करते हैं कि यह ब्लॉग आपको “हींग कैसे बनती है?” की पूर्ण जानकारी प्रदान करने में समर्थ रहा। अन्य महत्वपूर्ण और रोचक जानकारी के लिए हमारे अन्य ब्लॉग को अवश्य पढ़ें.
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