आज हम आपको प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना के बारे में बताने जा रहे हैं। कृपया पूर्ण जानकारी के लिए इस ब्लॉग को अवश्य पढ़ें। और अन्य जानकारी के लिए नव जगत के साथ बने रहे।
प्राकृतिक आपदाओं के कारण फसल का बहुत नुकसान हो जाता है, जिसकी वजह से किसानों को बहुत कठिनाइयां झेलनी पड़ती है. और इसी प्राकृतिक आपदा के कारण होने वाले फसल के नुकसान की वजह से किसानों की आर्थिक स्थिति खराब हो जाती है. इसलिए केंद्र सरकार द्वारा इस समस्या को दूर करने के लिए प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना का शुभारंभ किया गया है. इस योजना के अनुसार किसानों की फसल का बीमा किया जाता है. अगर किसी प्राकृतिक आपदा के कारण उनकी फसल का नुकसान हो जाता है. तो उन्हें इसके बीमा का पैसा प्रदान किया जाता है. जिससे उनको कुछ राशि सहायता के रूप में दी जाती है. जिससे वह फिर से खेती कर सकें.
प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना के अंतर्गत देश के किसानों को किसी भी प्राकृतिक आपदा के कारण फसल में बर्बाद होने पर बीमा प्रदान किया जाएगा. इस योजना का कार्यान्वयन भारतीय कृषि बीमा कंपनी द्वारा किया जाता है. प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना में केवल प्राकृतिक आपदा जैसे कि सूखा पड़ना, ओले पड़ना आदि ही शामिल है. यदि किसी और वजह से फसल का नुकसान होता है, तो बिमे की राशि नहीं प्रदान की जाएगी. प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना के अंतर्गत केंद्र सरकार द्वारा 8800 करोड़ रुपए का बजट निर्धारित किया गया है. इस योजना के अंतर्गत किसानों को खरीफ फसल का 2% और रवि फसल का 1.5% भुगतान बीमा कंपनी को करना होगा. जिस पर उन्हें बीमा प्रदान किया जाएगा. अगर आप भी इस योजना के अंतर्गत आवेदन देना चाहते हैं, तो आपको आधिकारिक वेबसाइट पर जाकर आवेदन देना होगा.
प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना का उद्देश्य
जैसा कि आप सभी जानते हैं, कि भारत कृषि प्रधान देश है. यहां के अधिकतर लोग कृषि पर निर्भर रहते हैं. और ऐसे में अगर किसी प्राकृतिक आपदा के कारण उनके फसलों का नुकसान हो जाता है. तो ऐसे में सरकार उन्हें फसल बीमा की कुछ राशि सहायता के रूप में प्रदान करती है. प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना 2022 का मुख्य उद्देश्य था. कि किसानों की खेती के प्रति रुचि बनी रहे. और इस योजना के तहत किसानों की फसलों में होने वाले नुकसान में किसानों को आश्वासन देने के लिए बीमा राशि प्रदान की जाती है. जिससे किसान चिंता मुक्त रहें, और खेती में ध्यान दें. साथ ही इस योजना का उद्देश्य किसानों को खेती करने कि रुचि में बढ़ावा देना भी था.
प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना में केंद्रीय मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर
केंद्रीय मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर जी ने एक राष्ट्रीय अभियान चालू किया. जिसका नाम मेरी पॉलिसी मेरे हाथ है, इस अभियान का प्रारंभ इंदौर से 35 किलोमीटर दूर बुरी बलाई गांव में किया गया था, इस अभियान का मुख्य उद्देश्य प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना की पहुंच देशभर के किसानों तक सुनिश्चित करना है. इस योजना की शुरुआत प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी के द्वारा 18 फरवरी 2016 को की गई थी. फसल बीमा योजना के तहत फसलों को सूखा, आंधी, तूफान, बे मौसम बारिश, बाढ़ आदि जैसे जोखिमों से सुरक्षा प्रदान करना है. इस योजना का मुख्य उद्देश्य प्राकृतिक आपदाओं से नुकसान की स्थिति में किसानों को किफायती दर पर बीमा प्रदान करना है. अभी तक लगभग 136 करोड ग्रामीण किसानों को इस योजना का लाभ उपलब्ध कराया गया है.
‘मेरी पॉलिसी मेरे हाथ’. यह अभियान लगभग 1 महीने तक संचालित किया जाएगा, जिसमें रबी रितु 2021-22 के अंतर्गत जो अपने फसलों का बीमा कराएं हैं. उन सभी किसानों को उनके घर जाकर भी फसल बीमा के दस्तावेज उपलब्ध कराए जाएंगे. इस अभियान के माध्यम से प्राकृतिक खेती, ड्रोन, ई-सैंपल जैसी आधुनिक टेक्नोलॉजी से भी परिचित कराया जाएगा. इस अभियान का उद्देश्य था, कि सभी किसानों तक सरकार की नीतियों और भूमि रिकॉर्ड दावे की प्रक्रिया, और शिकायत के निवारण के बारे में सभी सूचनाएं प्राप्त हो रही है. और अब तक इस योजना के माध्यम से 107000 करोड़ से अधिक की राशि किसानों के खाते में वितरित की गई है.
मध्य प्रदेश से किए गए किसानों के आवेदन
मुख्यमंत्री फसल बीमा योजना के माध्यम से मध्य प्रदेश में इस वर्ष 4500000 किसानों तक यह लाभ उपलब्ध कराया गया. प्रतिवर्ष 300000 किसान इस योजना से लाभ प्राप्त कर रहे हैं. सबसे ज्यादा उज्जैन के किसानों ने इस योजना के अंतर्गत अपना बीमा कराया है. उज्जैन में बीमा कराने वाले किसानों की संख्या 4 लाख 29 हजार है, एव सिंगरौली में 855 किसानों ने बीमा करवाया है. सन 2016 में 25 लाख किसानों ने तथा सन 2018 में 35 लाख किसानों ने बीमा कराया है. इस वर्ष बीमा कराने वाले किसानों की संख्या पिछले सभी वर्षों से भी अधिक है. इस योजना के अंतर्गत बीमा कराने के लिए किसानों को केवल 2% प्रीमियम का भुगतान करना होता है. एवं प्रीमियम की 98% राशि केंद्र सरकार एवं राज्य सरकार द्वारा भरी जाती है. इसके अलावा मंदसौर, सीहोर, देवास, राजगढ़ के किसानों ने भी इस योजना के अंतर्गत अपना बीमा कराया है.
इस योजना को आरंभ करने का मुख्य उद्देश्य 100% किसानों को फसल बीमा योजना का लाभ प्रदान करना है. अब तक लगभग 50% किसानों को इस योजना के अंतर्गत कवर कर लिया गया है. यदि किसान पहले से तय फसल को बदलना चाहता है, तो किसान को अंतिम तारीख से 2 दिन पहले बदलाव के लिए अपनी बैंक को सूचना देनी होगी. वह किसान जिन के पास किसान क्रेडिट कार्ड नहीं है. वह कस्टमर सर्विस सेंटर या बीमा कंपनी के प्रतिनिधि से अपनी फसल का बीमा करवा सकते हैं.
आशा करते हैं कि यह ब्लॉग आपको प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना की पूर्ण जानकारी प्रदान करने में समर्थ रहा। अन्य महत्वपूर्ण और रोचक जानकारी के लिए हमारे अन्य ब्लॉग को अवश्य पढ़ें.
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