भारत में नया सांसद भवन बनकर लगभग तैयार हो गया है, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 28 मई को इस संसद भवन का उद्घाटन करेंगे. लोकसभा सचिवालय ने यह बताया है कि नया सांसद भवन निर्धारित समय के मुताबिक ही बनकर तैयार हुआ है. पीएम मोदी ने 10 दिसंबर 2020 को इसकी आधारशिला रखी थी.
कांग्रेस सरकार ने नए सदस्य भवन को लेकर प्रधानमंत्री पर निशाना साधा और इसे पर्सनल वैनिटी प्रोजेक्ट बताया.
कांग्रेस महासचिव जयराम रमेश ने नए सांसद भवन की फोटो ट्वीट करते हुए पीएम मोदी पर तंज कसा उन्होंने ट्वीट करते हुए कहा कि “सांसद भवन के एकमात्र आर्किटेक्ट डिजाइनर और वर्कर्स 28 मई को इसका उद्घाटन करेंगे.”
नए सांसद भवन के आर्किटेक्ट विमल पटेल
नए सांसद भवन का कंस्ट्रक्शन टाटा प्रोजेक्ट ने किया है, परंतु इस बिल्डिंग की डिजाइन आर्किटेक्ट विमल पटेल ने किया. विमल पटेल गुजरात के अहमदाबाद शहर के रहने वाले हैं. वह इससे पहले भी कई मशहूर इमारतें इमारतों को डिजाइन कर चुके हैं.
नए सांसद भवन की विशेषता
त्रिकोण आकार का बना हुआ नया सांसद भवन चार मंजिला है इस सांसद भवन का पूरा कैंपस 64500 वर्ग मीटर के दायरे में फैला हुआ है इसमें लगने वाली कुल लागत 862 करोड रुपए है. इस नए भवन में एक संविधान हॉल भी होगा जिसमें भारतीय लोकतंत्र की विरासत को दिखाया जाएगा. इसके अतिरिक्त इस नए सांसद भवन में सभी सांसद सदस्यों के लिए कई सारे कमेटी रूम डायनिंग एरिया और पार्किंग स्पेस बनाया गया है. सांसद भवन के तीन बनाए गए हैं, जिनके नाम क्रमशः है ज्ञान द्वार, शक्ति द्वारा और कर्मा द्वारा. बीआईपी सांसदों और विजिटर्स की एंट्री अलग-अलग गेट से होगी नए सांसद भवन में लोकसभा के 888 और राज्यसभा के 300 सांसदों के बैठने की व्यवस्था की गई है अगर दोनों सदनों की संयुक्त बैठक होती है. तो एक समय में इसमें 1280 सांसद बैठ सकते हैं. और यदि हम बात करें मौजूदा सांसद भवन की तो इसमें लोकसभा में 550 और राज्यसभा में 240 सांसदों की बैठने की व्यवस्था है. मौजूदा सांसद भवन 1927 में बनकर तैयार हुआ था.