भारत के संविधान में 22 भागों में निहित 395 अनुच्छेद हैं. इसमें 12 अनुसूचियां भी हैं. 26 नवंबर, 1949 में इसे अपनाने के बाद से, संविधान में लगभग 103 बार संशोधन किया गया है. संसद में अब तक पेश किए गए संशोधन विधेयकों की कुल संख्या 126 है. तो आज के इस ब्लॉग में हम आपको भारत के संविधान के 22 भागों में नहीं 395 अनुच्छेद के बारे में विस्तारपूर्वक बताएंगे तो हमारी ब्लॉग को लास्ट तक पढ़े.
भाग 1- संघ और उसका क्षेत्र
अनुच्छेद 3 – नए राज्यों का गठन और मौजूदा राज्यों के क्षेत्रों, सीमाओं या नामों में परिवर्तन
भाग 2- नागरिकता
अनुच्छेद 8 – भारत के बाहर रहने वाले भारतीय मूल के कुछ व्यक्तियों के नागरिकता के अधिकार
अनुच्छेद 10 – नागरिकता के अधिकारों की निरंतरता
अनुच्छेद 11 – संसद कानून द्वारा नागरिकता के अधिकार को विनियमित करती है
भाग 3- मौलिक अधिकार
अनुच्छेद 14- कानून के समक्ष समानता
अनुच्छेद 15 – धर्म, मूलवंश, जाति, लिंग या जन्म स्थान के आधार पर भेदभाव का निषेध
अनुच्छेद 16 – लोक नियोजन के मामलों में अवसर की समानता
अनुच्छेद 19 – निम्न की स्वतंत्रता:
- भाषण और अभिव्यक्ति
- शांतिपूर्ण सभा
- संगठन
- आंदोलन
- निवास स्थान
अनुच्छेद 20- अपराधों के लिए दोषसिद्धि के संबंध में संरक्षण
अनुच्छेद 32 – संवैधानिक उपचार का अधिकार
भाग 4- राज्य नीति के निर्देशक सिद्धांत
अनुच्छेद 39 – नीति के कुछ सिद्धांतों का राज्य द्वारा पालन किया जाना
अनुच्छेद 41 – कुछ मामलों में काम, शिक्षा और सार्वजनिक सहायता का अधिकार
अनुच्छेद 43 – श्रमिकों के लिए निर्वाह मजदूरी आदि
अनुच्छेद 44 – नागरिकों के लिए समान नागरिक संहिता
भाग 5- संघ की कार्यकारिणी और संसद
अनुच्छेद 72 – क्षमादान आदि की , और कुछ मामलों में सजा को निलंबित करने, हटाने या कम करने की राष्ट्रपति की शक्ति
अनुच्छेद 80 – राज्यों की परिषद की संरचना
अनुच्छेद 82 – प्रत्येक जनगणना के बाद पुनर्समायोजन
अनुच्छेद 102 – सदस्यता के लिए निरर्हताएं
अनुच्छेद 123 – संसद के अवकाश के दौरान अध्यादेश जारी करने की राष्ट्रपति की शक्ति।
अनुच्छेद 124 – सर्वोच्च न्यायालय की स्थापना
अनुच्छेद 125 – न्यायाधीशों के वेतन
अनुच्छेद 126 – कार्यवाहक मुख्य न्यायाधीश की नियुक्ति
अनुच्छेद 127 – तदर्थ न्यायाधीशों की नियुक्ति
अनुच्छेद 128 – उच्चतम न्यायालय की बैठक में सेवानिवृत्त न्यायाधीश की उपस्थिति
अनुच्छेद 129 – उच्चतम न्यायालय का अभिलेख न्यायालय होना
अनुच्छेद 136 – उच्चतम न्यायालय में अपील के लिए विशेष अवकाश
अनुच्छेद 137 – उच्चतम न्यायालय द्वारा निर्णय या आदेशों की समीक्षा
अनुच्छेद 141 – भारत के सर्वोच्च न्यायालय का निर्णय सभी न्यायालयों पर बाध्यकारी
अनुच्छेद 148 – भारत के नियंत्रक एवं महालेखापरीक्षक
अनुच्छेद 149 – सीएजी के कर्तव्य और शक्तियां
भाग 6- राज्य
अनुच्छेद 153 – राज्य के राज्यपाल
अनुच्छेद 154 – राज्यपाल की कार्यपालिका शक्तियाँ
अनुच्छेद 161 – राज्यपाल की क्षमादान की शक्तियाँ
अनुच्छेद 165 – राज्य के महाधिवक्ता
अनुच्छेद 213 – अध्यादेश प्रख्यापित करने की राज्यपाल की शक्ति
अनुच्छेद 214 – राज्यों के लिए उच्च न्यायालय
अनुच्छेद 215 – उच्च न्यायालयों का अभिलेख न्यायालय होना
अनुच्छेद 226 – कुछ रिट जारी करने की उच्च न्यायालयों की शक्ति
अनुच्छेद 233 – जिला न्यायाधीशों की नियुक्ति
अनुच्छेद 235 – अधीनस्थ न्यायालयों पर नियंत्रण
भाग 9- पंचायत
अनुच्छेद 243A – ग्राम सभा
अनुच्छेद 243B – पंचायतों का गठन
भाग 12- वित्त, संपत्ति, अनुबंध और सूट
अनुच्छेद 266 – संचित निधि और लोक लेखा निधि
अनुच्छेद 267 – भारत की आकस्मिकता निधि
अनुच्छेद 280 – वित्त आयोग
अनुच्छेद 300A – संपत्ति का अधिकार
भाग 14 – केंद्र और राज्य के तहत सेवाएं
अनुच्छेद 312 – अखिल भारतीय-सेवा
अनुच्छेद 315 – संघ और राज्यों के लिए लोक सेवा आयोग
अनुच्छेद 320 – लोक सेवा आयोग के कार्य
भाग 14A – न्यायाधिकरण
अनुच्छेद 323A – प्रशासनिक न्यायाधिकरण
भाग 15- चुनाव
अनुच्छेद 324 – निर्वाचनों का अधीक्षण, निर्देशन और नियंत्रण निर्वाचन आयोग में निहित होना
अनुच्छेद 325 – धर्म, मूलवंश, जाति या लिंग के आधार पर किसी भी व्यक्ति को किसी विशेष मतदाता सूची में शामिल होने या शामिल होने का दावा करने के लिए अपात्र नहीं होना
अनुच्छेद 326 – लोगों के सदन और राज्यों की विधानसभाओं के चुनाव वयस्क मताधिकार के आधार पर होंगे
भाग 17- राजभाषा
अनुच्छेद 343 – संघ की राजभाषाएँ
अनुच्छेद 345 – किसी राज्य की राजभाषा या भाषाएँ
अनुच्छेद 348 – उच्चतम न्यायालय और उच्च न्यायालयों में प्रयोग की जाने वाली भाषाएँ
अनुच्छेद 351 – हिंदी भाषाओं के विकास के लिए निर्देश
भाग 18- आपात स्थिति
अनुच्छेद 352 – आपातकाल की उद्घोषणा (राष्ट्रीय आपातकाल)
अनुच्छेद 356 – राज्य आपातकाल (राष्ट्रपति शासन)
अनुच्छेद 360 – वित्तीय आपातकाल
भाग 20- संविधान का संशोधन
अनुच्छेद 368 – संविधान में संशोधन करने की संसद की शक्तियाँ